सोरायसिस (Psoriasis) एक लंबे समय तक चलने वाली ऑटोइम्यून कंडिशन (Autoimmune condition) है जिसमें इम्यून सिस्टम स्किन सेल्स के ओवर प्रोडक्शन को ट्रिगर करता है। सोरायसिस के कारण एक व्यक्ति स्केली पैचेस हो जाते हैं जिन्हें प्लाक्स (Plaques) कहा जाता है। ये आमतौर पर आईब्रो, घुटनों और स्कैल्प पर दिखाई देते हैं, लेकिन बॉडी में कहीं भी डेवलप हो सकते हैं। सोरायसिस के इलाज के लिए होम रेमेडीज (Home Remedies For Treating Psoriasis) का उपयोग भी फायदेमंद हो सकता है। कुछ होम रेमेडीज लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती हैं।
इस लेख सोरायसिस के लिए होम रेमेडीज के बारे में जानकारी दी जा रही है। आप चाहे तो इसके बारे में डॉक्टर से सलाह ले सकते हैं। होम रेमेडीज तब अच्छी तरह काम करती हैं जब इन्हें मेडिकल ट्रीटमेंट के साथ लिया जाता है।
सोरायसिस के इलाज के लिए होम रेमेडीज (Home Remedies For Treating Psoriasis)
मेडिकल ट्रीटमेंट के साथ या इसके बिना भी सोरायसिस के लक्षणों का इलाज करने में होम रेमेडीज मददगार होती हैं। सोरायसिस के इलाज के लिए होम रेमेडीज (Home Remedies For Treating Psoriasis) निम्न प्रकार हैं।
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1.सनलाइट एक्सपोजर (Sunlight exposure)
सोरायसिस के इलाज के लिए होम रेमेडीज में यह रेमेडी कमाल की है। इसके लिए बहुत ज्यादा मेहनत करने की भी जरूरत नहीं है। व्यक्ति को सोरायसिस होने पर सनलाइट एक्सपोजर कई बार स्किन अपीरिएंस में सुधार कर सकता है। लोगों को अपनी स्किन को धीरे-धीरे थोड़े-थोड़े समय के लिए सनलाइट के साथ एक्सपोज करना चाहिए। सूर्य की यूवीबी किरणें सोरायसिस के लक्षणों के लिए फायदेमंद होती हैं क्योंकि वे प्रभावित त्वचा कोशिकाओं के विकास को धीमा कर सकती हैं।
एक्सपोज्ड स्किन पर सनस्क्रीन लगाना आवश्यक है, क्योंकि सन बर्न सोरायसिस को खराब कर सकता है। 30 SPF या इससे ज्यादा वाली सनस्क्रीन लगाना रिकमंड किया जाता है। कुछ दवाएं स्किन को सूरज के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकती हैं।
सोरायसिस के इलाज के लिए हर किसी को धूप का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। त्वचा को धूप में एक्सापोज करने से पहले डॉक्टर से बात जरूर करनी चाहिए। स्किन कैंसर की मेडिकल हिस्ट्री वाले लोगों को धूप से दूर रहने और अन्य उपचारों की तलाश करने की आवश्यकता हो सकती है।
2.प्रोबायोटिक्स (Probiotics) का करें सेवन
सोरायसिस के इलाज के लिए होम रेमेडीज (Home Remedies For Treating Psoriasis) में प्रोबायोटिक्स को शामिल करने पर मन में यह सवाल आ सकता है कि यह कैसे मददगार हो सकते हैं? तो बता दें कि प्रोबायोटिक्स फायदेमंद बैक्टीरिया हैं जो दही में पाए जाते हैं और बॉडी में बैक्टीरिया का सही बैलेंस इम्यून सिस्टम की मदद करता है। सोरायसिस एक ऑटो इम्यून डिजीज है और एनसीबीआई (NCBI) की एक स्ट्रडी के अनुसार प्रोबायोटिक्स सोरायसिस के लक्षणों को मैनेज करने में मदद कर सकते हैं। चूंकि इस बारे में कम स्टडीज की गई हैं इसलिए सप्लिमेंट्स लेने से पहले सोरायसिस के मरीज को डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
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3.करक्यूमिन (Curcumin)
सोरायसिस के इलाज के लिए होम रेमेडीज में करक्यूमिन का बड़ा रोल है। यह हल्दी में पाया जाने वाला एक्टिव इंग्रीडिएंट है। यह बॉडी की इंफ्लामेशन को कम करने में मदद करता है। 2018 में एनसीबीआई में छपी स्टडी के अनुसार करक्यूमिन सोरायसिस के इलाज में मददगार है। वही 2021 की स्टडी के अनुसार चूहों में किए गए उपयोग में पाया गया कि यह सोरायसिस को कम करने में मदद करता है। हल्दी घरों में उपलब्ध रहती है। इसके अलावा इसे ऑनलाइन स्टोर से भी खरीदा जा सकता है।
4.एलोवेरा (Aloe vera)
एलोवेरा स्किन से जुड़ी कई प्रकार की समस्याओं के लिए लंबे समय से उपयोग किया जा रहा है। पारंपरिक चिकित्सा में लंबे समय से त्वचा के घावों के इलाज के लिए एलोवेरा के पौधे के अंदर के जेल का उपयोग किया है। सोरायसिस के इलाज के लिए होम रेमेडीज (Home Remedies For Treating Psoriasis)में एलोवेरा युक्त मलहम लगाने से सोरायसिस के कारण होने वाली स्केलिंग और सूजन को कम करने में मदद मिल सकती है।
एनसीबीआई में छपी स्टडी के अनुसार हल्के से मध्यम सोरायसिस वाले 2,248 लोगों ने 50% प्रोपोलिस propolis वाला ऑइंटमेंट, 3% एलोवेरा और प्लासिबो का इस्तेमाल किया। अध्ययन के निष्कर्षों ने सुझाव दिया कि एलोवेरा इस स्थिति वाले लोगों के लिए मददगार हो सकता है। जिन लोगों ने एलोवेरा का उपयोग किया, उनके लक्षणों में उल्लेखनीय सुधार हुआ। लोगों को चाहिए कि एलोवेरा को सीधे त्वचा पर लगाएं और आंतरिक रूप से लेने से बचें। ऐसी क्रीम या जेल चुनें जिसमें कम से कम 0.5% एलोवेरा हो।
5.एप्पल साइडर विनेगर (Apple cider vinegar)
सबूत बताते हैं कि सेब साइडर सिरका स्कैल्प सोरायसिस से होने वाली खुजली और जलन को शांत करने में मदद कर सकता है। हालांकि, यह टूटी हुई या फटी त्वचा क्षेत्रों पर लगाने के लिए उपयुक्त नहीं है। सेब के सिरके में प्राकृतिक रोगाणु-नाशक गुण होते हैं और यह स्कैल्प के लिए फायदेमंद हो सकता है।
एक अच्छे ट्रीटमेंट के लिए, एक व्यक्ति सिरके को बराबर मात्रा में पानी के साथ पतला कर सकता है। यदि यह अप्लाई के दौरान या बाद में जलता है, तो यह महत्वपूर्ण है कि व्यक्ति इसका उपयोग करना बंद कर दे।
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6.टी ट्री ऑयल (Tea tree oil)
सोरायसिस के इलाज के लिए होम रेमेडीज (Home Remedies For Treating Psoriasis) में टी ट्री ऑयल भी शामिल है। टी ट्री ऑयल में नैचुरल एंटी इंफ्लामेटरी, एंटफंगल और जीवाणुरोधी गुण होते हैं। साक्ष्य बताते हैं कि यह सोरायसिस वाले लोगों के लिए एक सुरक्षित उपचार है।
हालांकि, सोरायसिस के इलाज में टी ट्री ऑयल की प्रभावशीलता या सुरक्षा पर कोई क्लीनिकल स्टडीज नहीं की गई हैं। कुछ लोगों ने इस तेल के उपयोग से एलर्जी के बारे में बताया है। जिसमें गंभीर चकत्ते, लालिमा, जलन, सूजन और जलन शामिल है। इसलिए, लोगों को साइड इफेक्ट्स के बारे में पता होना चाहिए और सोरायसिस के इलाज के लिए टी ट्री ऑयल का उपयोग करने से पहले डॉक्टर से बात करनी चाहिए।
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7.मॉश्चराइजर का इस्तेमाल (Moisture use)
सोरायसिस के इलाज के लिए मॉश्चराइजर का उपयोग बेहद सरल उपाय है। बता दें कि खुजली और स्किन की पपड़ी निकलना सोरायसिस के लक्षणों को बदतर बना सकता है, इसलिए त्वचा को नमीयुक्त रखना आवश्यक है। मॉश्चराइजिंग क्रीम या इमोलिएंट, अन्य उपचारों के साथ उपयोग करने के लिए एक मानक उपचार है।
दिन में कम से कम एक बार थिक क्रीम लगाने से लक्षणों को नियंत्रित करने और त्वचा को आरामदायक महसूस कराने में मदद मिल सकती है। लोगों को ऐसे उत्पादों की तलाश करनी चाहिए जो “संवेदनशील त्वचा के लिए सुगंध और रंगों से मुक्त हों। डॉक्टर टॉपिकल ट्रीटमेंट और कोल टार, सैलिसिलिक एसिड और अन्य औषधीय अवयवों वाली क्रीम की भी सिफारिश कर सकते हैं।
उम्मीद करते हैं कि आपको सोरायसिस के इलाज के लिए होम रेमेडीज (Home Remedies For Treating Psoriasis) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।