परिचय
एरिथिमा मल्टीफॉर्म क्या है?
एरिथिमा मल्टीफॉर्म त्वचा संबंधित एक समस्या है। एरिथिमा मल्टीफॉर्म त्वचा का रिएक्शन है, जो किसी संक्रमण या दवाओं के कारण होता है। ये बहुत हल्का होता है और कुछ हफ्तों में अपने आप खत्म हो जाता है। लेकिन, कभी-कभी एरिथिमा मल्टीफॉर्म मुंह, जननांगों और आंखों को प्रभावित कर सकता है। इसे एरिथिमा मल्टीफॉर्म मेजर के नाम से जाना जाता है।
एरिथिमा मल्टीफॉर्म अलग-अलग नामों से भी जाना जाता है। जैसे-
- फेब्रिले मियोको क्यूटनेस सिंड्रोम
- हर्पिस आइरिस
- डर्मेटो स्टोमाटिटिस (dermato stomatitis)
कितना सामान्य है एरिथिमा मल्टीफॉर्म होना?
एरिथिमा मल्टीफॉर्म 40 साल के अंदर या किसी भी उम्र के लोगों को हो सकता है। रिसर्च के अनुसार महिलाओं की तुलना में ये पुरुषों को ज्यादा होता है। यह परेशानी सबसे बच्चों में और यंग बच्चों में ज्यादा परेशानी देखने को मिलती है। अधिक जानकारी के लिए आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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लक्षण
एरिथिमा मल्टीफॉर्म के क्या लक्षण हैं?
एरिथिमा मल्टीफॉर्म के निम्न लक्षण हैं :
- बुखार आना
- बीमार महसूस होना
- त्वचा पर खुजली होना
- जोड़ों में दर्द होना
- त्वचा पर घाव हो जाते हैं जो :
- घाव जल्दी होते हैं और ठीक हो कर फिर से लौट आते हैं (बार-बार घाव होना)
- त्वचा पर तेजी से घावों का फैलना
- त्वचा पर गांठ या दाने हो जाना
- दाने लाल और पीले रंग के हो जाते हैं, इन्हें टारगेट, आइरिस या बुल्स आई भी कहा जाता है
- चेहरे, होंठ, हाथ-पैर, हथेली आदि जगहों पर दाने निकलने लगते हैं
इसके अलावा अन्य लक्षण भी नजर आ सकते हैं :
- आंखों में खून आना
- आंखों का सूख जाना
- आंखों में जलन या खुजली होना
- आंखों में दर्द होना या आंखों का लाल होना
- मुंह में छाले होना
- देखने में समस्या होना
- सिरदर्द होना
- जोड़ों में खुजली होना
वैसे इन लक्षणों के अलावा शरीर में होने वाले नकारात्मक बदलाव को अनदेखा न करें। समय पर किसी भी बीमारी का इलाज शुरू करने से गंभीर से गंभीर बीमारी से बचा जा सकता है।
मुझे डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
अगर आपको ऊपर बताए गए कोई भी लक्षण नजर आ रहे हैं तो आप डॉक्टर से मिल सकते हैं। डॉक्टर आपके रैशेज देख कर पता लगाएंगे कि आपको एरिथिमा मल्टीफॉर्म है या नहीं। अगर एरिथिमा मल्टीफॉर्म हुआ है तो आपको चर्मरोग विशेषज्ञ के पास रेफर करेंगे। एरिथिमा मल्टीफॉर्म को स्टीवेंस-जॉनसन सिंड्रोम भी कहते हैं। ज्यादा गंभीर मामलों में डॉक्टर आपको तुरंत अस्पताल भेजते हैं।
कारण
एरिथिमा मल्टीफॉर्म होने के कारण क्या हैं?
एरिथिमा मल्टीफॉर्म होने का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हैं। लेकिन कुछ मामलों में इंफेक्शन या दवाओं के कारण रिएक्शन होने से एरिथिमा मल्टीफॉर्म हो जाता है। एरिथिमा मल्टीफॉर्म संक्रामक बीमारी नहींं है, यानी कि व्यक्ति से व्यक्ति में नहीं फैलता है।
संक्रमण (Infections)
ज्यादातर मामलों में एरिथिमा मल्टीफॉर्म वायरल इंफेक्शन के कारण होता है। जिसके लिए हर्पिस सिम्पलेक्स वायरस जिम्मेदार होता है। कुछ लोगों में एरिथिमा मल्टीफॉर्म होने के पीछे माइकोप्लाज्मा बैक्टीरिया जिम्मेदार होता है।
दवाएं (Medication)
एरिथिमा मल्टीफॉर्म कभी-कभी दवाओं के कारण भी होता है :
- एंटीबायोटिक्स, जैसे- सल्फोनामाइड्स, टेट्रासाइकलिन, एमॉक्सिलीन और एमीसिलीन
- नॉन-स्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेट्री दवाएं, जैसे- आइब्यूप्रोफेन
- एंटीकॉन्वलसेंट, जैसे-फेनिटॉइन और बारबिट्यूरेट्स
- पेनिसिलिन और इससे बने एंटीबायोटिक्स
- सिजर्स की दवाओं के सेवन के कारण
- एनेस्थीसिया
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जोखिम
एरिथिमा मल्टीफॉर्म के साथ मुझे क्या समस्याएं हो सकती हैं?
सबसे पहले तो यह ध्यान रखें की यह बीमारी छुआछूत से नहीं फैलती है। हालांकि इस बीमारी के गंभीर होने पर निम्नलिखित परेशानी हो सकती है। जैसे-
- सेप्सिस
- स्किन इंफेक्शन
- कुछ स्थिति में स्किन पूरी तरह से डैमेज हो जाना
- आंखें खराब होना
- इंटर्नल ऑर्गेन जैसे लिवर या लंग्स में सूजन होना
इन समस्याओं के साथ-साथ अन्य शारीरिक परेशानी हो सकती। इसलिए एरिथिमा मल्टीफॉर्म में होने वाली समस्याओं की जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
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उपचार
यहां प्रदान की गई जानकारी को किसी भी मेडिकल सलाह के रूप ना समझें। अधिक जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से परामर्श करें।
एरिथिमा मल्टीफॉर्म का निदान कैसे किया जाता है?
डॉक्टर एरिथिमा मल्टीफॉर्म का पता लगाने के लिए आपके त्वचा की जांच करते हैं। इसके साथ ही आपकी मेडिकल हिस्ट्री की भी जांच करते हैं।
इसके अलावा डॉक्टर कुछ टेस्ट भी करा सकते हैं :
- निकॉलस्कीस साइन
- स्कीन लेशन बायोप्सी
त्वचा के टिश्यू की जांच माइक्रोस्कोप में की जाती है। हो सकता है कि डॉक्टर आपको चेस्ट एक्सरे के लिए कहें, यदि उन्हें माइकोप्लाज़्मा निमोनिया की शंका है तो। कभी-कभी लोग स्टीवेन्स-जॉनसन सिंड्रोम, एरिथेमा मल्टीफॉर्म और विषाक्त एपिडर्मल नेक्रोलिसिस को लेकर भ्रमित हो जाते हैं। क्योंकि कई बार इन सभी के लक्षण एक जैसे दिखते हैं।
एरिथिमा मल्टीफॉर्म का इलाज कैसे होता है?
- डॉक्टर सबसे पहले उस बीमारी को कंट्रोल करते हैं, जिससे एरिथिमा मल्टीफॉर्म होता है
- संक्रमण होने से रोकते हैं
- लक्षणों के आधार पर इलाज किया जाता है
- डॉक्टर उन दवाओं को बंद कर देते हैं जिससे आपको त्वचा की समस्या होती है। बिना डॉक्टर से बात किए आप किसी भी दवा को बंद न करें।
हल्के लक्षण आने पर निम्न तरह से इलाज किया जाता है :
- एंटीहिस्टामिन दवाओं को दिया जाता है ताकि खुजली न हो
- त्वचा पर पानी से सेंकाई करने से राहत मिलती है
- अगर हर्पिस सिंप्लेक्स वायरस से एरिथिमा मल्टीफॉर्म हुआ हो तो एंटीवायरल दवाएं दी जाती हैं
- अगर बुखार है तो उसे कम करने के लिए दवाएं दी जाती है
कई अन्य तरह के लक्षण का इलाज निम्न तरीकों से किया जाता है :
- त्वचा में संक्रमण रोकने के लिए एंटीबायोटिक्स दी जाती है
- जलन को ठीक करने के लिए कॉर्टिकोस्टेरॉइड दिया जाता है
- ज्यादा गंभीर मामलों जैसे- एरिथिमा नेक्रॉलिसिस या स्टीवेंस-जॉनसन सिंड्रोम में मरीज का इलाज आईसीयू (ICU) या बर्न केयर यूनिट में इलाज किया जाता है
- एरिथिमा मल्टीफॉर्म को रोकने के लिए इंट्रावेनस इम्यूनोग्लोब्यूलिन (IVIG) दिया जाता है।
इन सभी ट्रीटमेंट के अलावा आपको हाइजिन का ध्यान रखना चाहिए। सफाई रखने से शरीर पर अन्य स्थानों पर फैलने का जोखिम कम हो जाएगा।
घरेलू उपचार
जीवनशैली में बदलाव या घरेलू उपचार क्या हैं, जो मुझे एरिथिमा मल्टीफॉर्म को ठीक करने में मदद कर सकते हैं?
इस संबंध में आप अपने डॉक्टर से संपर्क करें। क्योंकि आपके स्वास्थ्य की स्थिति देख कर ही डॉक्टर आपको उपचार बता सकते हैं।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।