इंडियन मलबेरी (Indian mulberry) यानी नोनी जूस (Noni juice) एक ट्रॉपिकल ड्रिंक है, जिसे मोरिंडा सिट्रीफोलीया ट्री (Morinda citrifolia tree) के फल यानी नोनी फ्रूट से प्राप्त किया जाता है। नोनी एक आम के आकार का फल है, जिसका रंग पीला होता है। स्वाद में यह फल थोड़ा अजीब होता है। यही नहीं, इसकी बदबू भी सड़े हुए चीज जैसी होती है। नोनी जूस का इस्तेमाल कई हेल्थ इशूज के उपचार के लिए किया जाता है जैसे कब्ज, इंफेक्शंस, दर्द और आर्थराइटिस आदि। इसके कई अन्य हेल्थ बेनिफिट्स भी हैं जैसे स्किन के लिए भी इसे लाभदायक माना जाता है। आइए, जानें नोनी जूस (Noni juice) के बारे में विस्तार से। इसके साइड इफेक्ट्स के बारे में भी जानें।
नोनी जूस (Noni juice) किसे कहा जाता है?
जैसा कि पहले ही बताया गया है कि नोनी जूस (Noni juice) को नोनी प्लांट से बनाया जाता है। नोनी प्लांट एक एवरग्रीन ट्री है, जो कॉफी फैमिली का होता है। यह प्लांट अधिकतर पैसिफिक आइलैंड, साउथ एशिया, ऑस्ट्रेलिया और इंडिया में पाया जाता है। नोनी को अन्य कई नामों से भी जाना जाता है जैसे:
- इंडियन मलबेरी (Indian mulberry)
- बीच मलबेरी (Beach mulberry)
- ग्रेट मोरिंडा (Great morinda)
- हेडएक ट्री (Headache tree)
- चीज ट्री (Cheese fruit)
नोनी फ्रूट, पत्ते, फूल, जड़, तना और चाल आदि का इस्तेमाल डाय के साथ ही दवाईयां बनाने के लिए भी किया जाता है। इस जूस को अन्य जूसेस जैसे ही बनाया जाता है। इस जूस को कई सालों से ट्रेडिशनल मेडिसिन के रूप में इस्तेमाल किया जाता रहा है। हालांकि, कुछ साइंटिफिक एविडेंस नोनी जूस (Noni juice) से स्वास्थ्य लाभ के दावों का समर्थन करते हैं, लेकिन अभी भी इसे लेकर शोध की जरूरत है। अब जानते हैं कि क्या हैं इंडियन मलबेरी (Indian mulberry) यानी नोनी जूस के फायदे?
और पढ़ें: एप्पल जूस के फायदे जान लें, हो सकता है आप हों इनसे अंजान
नोनी जूस (Noni juice) के क्या हैं लाभ?
इस जूस के स्वास्थ्य लाभ पर्याप्त वैज्ञानिक अनुसंधान द्वारा सपोर्टेड नहीं हैं। लेकिन, इन्हें कई समस्याओं में लाभदायक माना जाता है, जिनमें से इसके कुछ लाभ इस प्रकार हैं:
गर्दन में दर्द को कम करे
रिसर्च यह बताती हैं कि नोनी जूस (Noni juice) का सेवन करना डिजनरेटिव मस्क्यूलोस्केलेटल कंडिशंस (degenerative musculoskeletal conditions) में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। एक स्टडी के अनुसार जिन लोगों को एज-रिलेटेड स्पाइनल डैमेज (age-related spinal damage) की समस्या है, उन्हें नोनी जूस का सेवन करने से कम नैक पेन और स्टिफनेस होती है। लेकिन, इसके लिए सही उपचार कराना भी जरूरी है।
एक्सरसाइज परफॉरमेंस को बढ़ाए
शुरुआती स्टडी से यह पता चलता है कि नोनी जूस (Noni juice) पीने से एंड्यूरेंस, बैलेंस और फ्लेक्सिबिलिटी बढ़ती है। अगर आप रोजाना एक्सरसाइज करते है, तो इस जूस को पीने से आपकी एनर्जी बूस्ट होती है और एंड्यूरेंस सुधरती है।
और पढ़ें: कॉन्स्टिपेशन में जूस (Juice for constipation): कौन-कौन से फलों के जूस का सेवन किया जा सकता है?
टॉक्सिसिटीज से बचाए
तंबाकू का सेवन करने या स्मोकिंग से इम्यून सिस्टम सप्रेस होता है और इससे कई वायरल और बैक्टीरियल इंफेक्शंस हो सकते हैं। शोध पर यह बात साबित हो चुकी है कि नोनी जूस (Noni juice) का सेवन करने से तंबाकू स्मोकिंग से संबंधित टॉक्सिसिटीज से बचा जा सकता है। इससे यह लाभ हो सकते हैं:
- स्मोकिंग इंड्यूज डैमेज से डीएनए प्रोटेक्शन
- ब्लड लिपिड्स को नॉर्मल रखना
- सिस्टमिक इंफ्लेमेशन को कंट्रोल करें
- होमोसिस्टीन (Homocysteine) को कम करें
वेट मैनेजमेंट में सहायक
स्टडी यह भी बताती है कि नोनी जूस (Noni juice) यानी इंडियन मलबेरी (Indian mulberry) वजन को कम करने और मोटापे के उपचार के लिए मददगार हो सकता है। अगर आप सही खानपान और एक्सरसाइज के साथ इस जूस का सेवन करेंगे तो वजन कम होने में मदद मिल सकती है। अब जानिए नोनी जूस के न्यूट्रिशनल कंटेंट के बारे में।
और पढ़ें: हायपरटेंशन को मैनेज करने के लिए यह खास फ्रूट्स और फ्रूट जूस हो सकते हैं फायदेमंद!
नोनी जूस (Noni juice) के न्यूट्रिशनल कंटेंट
इस जूस के न्यूट्रिशनल कंटेंट व्यापक रूप से भिन्न होते हैं। इस जूस के बाजार में कई ब्रांड्स हैं जिसमें न्यूट्रिशनल वैल्यू अलग हो सकती है। ऐसा इसलिए हो सकता है क्योंकि अक्सर नोनी जूस (Noni juice) में अन्य फ्रूट जूस और एडेड स्वीटनर्स को डाला जाता है ताकि इसके टेस्ट और बदबू को दूर किया जा सके। मोरिंडा इसका सबसे प्रसिद्ध ब्रांड है जिसमें 89% नोनी फ्रूट, 11 % ग्रेप और ब्लूबेरी जूस कॉन्सेंट्रेटस होते हैं। 100 मिलीलीटर इस जूस में निम्नलिखित न्यूट्रिएंट्स होते हैं :
- कैलोरीज: 47 कैलोरीज
- कार्ब्स: 11 ग्राम
- प्रोटीन: 1 ग्राम से कम
- फैट: 1 ग्राम से कम
- शुगर: 8 ग्राम
इसके अलावा इसमें विटामिन सी, बायोटिन, मैग्नीशियम, पोटेशियम, कैल्शियम, विटामिन आदि भी होते हैं। अधिकतर फ्रूट जूस की तरह नोनी जूस (Noni juice) में अधिकतर कार्ब्स होते हैं। इसमें विटामिन सी भी प्राप्त मात्रा में होता है जो स्किन और इम्युनिटी के लिए जरूरी है। अब जानिए इस जूस की सेफ्टी और साइड इफेक्ट्स के बारे में।
और पढ़ें: हायपरटेंशन के लिए अनार का जूस क्यों माना जाता है फायदेमंद?
नोनी जूस (Noni juice) की सेफ्टी और साइड इफेक्ट्स
हालांकि, नोनी जूस (Noni juice) कुछ लोगों के लिए लाभदायक सप्लीमेंट हो सकता है, लेकिन इसकी सेफ्टी और साइड इफेक्ट्स के बारे में जानकारी होना भी जरूरी है। वैसे तो नोनी में शुगर कम मात्रा में होती है। लेकिन, बाजार में मिलने वाले जूस में इसका स्वाद बेहतर बनाने के लिए इसमें अन्य फ्रूट जूस और शुगर को एड किया जाता है। इसलिए, जब भी आप इस जूस को बाजार से लें तो सबसे पहले इसके लेबल को पढ़ें और शुगर कंटेंट के बारे में जान लें। प्रेग्नेंट और स्तनपान वाली महिलाओं के लिए नोनी जूस (Noni juice) को सेवन करने के प्रभावों के बारे में पर्याप्त एविडेंस मौजूद नहीं है।
जो महिलाएं प्रेग्नेंट है या स्तनपान करा रही हैं, उन्हें इस जूस को लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। जिन लोगों को लिवर और किडनी समस्याएं हैं उन्हें भी इसे लेने से पहले डॉक्टर से बात करनी चाहिए। ऐसा भी माना जाता है कि इस जूस से लीवर में समस्या आ सकती है। ऐसा भी माना जाता है कि शुद्ध नोनी जूस (Noni juice) अन्य जड़ी-बूटियों या पौधों के अर्क के साथ इंटरैक्ट कर सकता है। इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह के इसे न लें।
और पढ़ें: रिसर्च : टार्ट चेरी जूस (Tart Cherry Juice) से एक्सरसाइज परफॉर्मेंस में होता है इंप्रूवमेंट
इस जूस में पोटैशियम का हाय लेवल होता है, जो किडनी कंडिशंस से पीड़ित कुछ लोगों के लिए सूटेबल नहीं है। यह जूस कई ड्रग्स के साथ भी इंटरैक्ट कर सकता है। पॉसिबल ड्रग इंटरेक्शन्स के बारे में भी पहले ही डॉक्टर से जान लें। कई नोनी फ्रूट जूस में एडेड शुगर होती है जो कई स्वास्थ्य समस्याओं को कारण बन सकती है जैसे कैविटी, डायबिटीज, हाय ब्लड प्रेशर या हार्ट डिजीज। इसलिए, अगर आप इस जूस का सेवन करना चाहते हैं तो पहले डॉक्टर से पूछें और इस जूस के ऐसे ब्रैंड को चुनें जिसमें टोटल शुगर या एडिटिव्स कम मात्रा में हों।
यह तो थी नोनी जूस (Noni juice) के बारे में जानकारी। यह जूस आसानी से बाजार में उपलब्ध है। यानी, आप इसका सेवन आसानी से कर सकते हैं। लेकिन, बाजार में उपलब्ध ऐसे जूस को चुनें जिसमें एडिटिव्स या प्रिजर्वेटिव्स न हों। यह जूस अपनी डायट में हेल्दी एंटीऑक्सीडेंट्स को ऐड करना का आसान तरीका है। लेकिन फिर भी इसके इंग्रीडिएंट्स पर ध्यान दें, ताकि आपका जूस हेल्दी हो। हालांकि, यह जूस किसी भी कंडिशन का उपचार नहीं है। बीमारियों के रिस्क फैक्टर को कम करने के लिए और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हेल्दी खाएं और हेल्दी जीवनशैली को अपनाएं। अगर आपके मन में इस बारे में कोई भी सवाल है, तो डॉक्टर से उस बारे में अवश्य जानें।
आप हमारे फेसबुक पेज पर भी अपने सवालों को पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।