- बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial infection) के कारण पेटीचिया की समस्या होने पर एंटीबायोटिक्स (Antibiotics) प्रिस्क्राइब की जाती है।
- अगर पेटीचिया की वजह से सूजन की समस्या हो रही है, तो ऐसी स्थिति में कॉर्टिकॉस्टेरॉइड्स (Corticosteroids) प्रिस्क्राइब की जाती है।
- अगर इम्यून सिस्टम कमजोर (Weak immune system) हो, तो ऐसी स्थिति में इम्यून सिस्टम को स्ट्रॉन्ग बनाने वाली दवाएं जैसे अजैथियोप्रिन (Azathioprine) या मेथोट्रेक्सेट (Methotrexate) जैसी दवाओं के सेवन की सलाह दी जाती है।
नोट: यहां हमने कुछ दवाओं के नाम का जिक्र किया है, जो सिर्फ आपके जानकारी के लिए बताई गई है। इनमें से किसी भी दवाओं का सेवन अपनी मर्जी से ना करें। इसके साथ ही इस बात का भी ध्यान रखना जरूरी है कि जितने डोज की सलाह डॉक्टर द्वारा दी गई है उसे वैसे ही फॉलो करें।
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पेटीचिया से होने वाले कॉम्प्लिकेशन क्या हो सकते हैं? (Complication due to Petechiae)
पेटीचिया का इलाज अगर ठीक तरह से ना करवाया जाए तो धीरे-धीरे ये परेशानी गंभीर रूप ले सकती है। इन परेशानियों में शामिल है-
- किडनी (Kidney), लिवर (Liver) और लंग्स (Lungs) से जुड़ी समस्या होना।
- हार्ट से जुड़ी बीमारी (Heart Disease) होना।
- बॉडी में इंफेक्शन (Infection) होना।
ऐसी स्थिति ना हो इसलिए पेटीचिया की समस्या को इग्नोर ना करें और जल्द से जल्द डर्मेटोलॉजिस्ट से कंसल्ट करें।
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पेटीचिया से बचाव कैसे संभव है? (Prevention tips for Petechiae)
पेटीचिया से बचाव के लिए इसके कारणों को समझना जरूरी है। इसलिए इसके कारणों को समझें जिससे स्किन प्रॉब्लेम (Skin problem) पेटीचिया से बचने में मदद मिल सके। पेटीचिया के कारण (Petechiae cause) की चर्चा आर्टिकल में की गई है। इसके अलावा निम्नलिखित बातों का भी ध्यान रखें। जैसे:
- हमेशा हाथ को साबुन या सैनिटाइजर (Soap or Sanitizer) से क्लीन करने के बाद ही कुछ भी खाएं।
- इंफेक्शन (Infection) के शिकार व्यक्ति से फिजिकली संपर्क में ना आयें।
- अपनी पर्सनल चीजें (Personal belongings) किसी के साथ शेयर ना करें।
- कीड़े-मकोड़ों के काटने पर इंसेक्ट रिपेलेंट (Insect repellant) का इस्तेमाल करें।