कान में मैल जमा होना बेहद सामान्य है। ऐसा भी माना जाता है कि कान में मैल का जमना हमारे स्वस्थ होने का प्रतीक है और यह हमारे कान की सुरक्षा का काम करती है। कान की मैल को सरूमेन (cerumen) कहा जाता है और यह डेड सेल्स, फेट और छोटे बालों से बना होता है। लेकिन, अगर मैल बहुत अधिक जम गई हो, तो उसे दूर करना बेहद आवश्यक है, वरना इसका कान पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। इससे कान में दर्द, संक्रमण भी हो सकता है या कुछ अन्य समस्याएं भी हो सकती हैं। ईयर-बड के प्रयोग से भी कान को नुकसान हो सकता है। कान का मैल निकालना चाहते हैं तो अपनाएं ये घरेलू उपाय।
और पढ़ेः Cauliflower ear: कॉलीफ्लॉवर इयर क्या है?
कान का मैल निकालना है आसान अपनाएं ये घरेलू उपाय
बेकिंग सोडा
कान की मैल निकालना चाहते हैं, तो सबसे आसान है बेकिंग सोडा का प्रयोग। इसके लिए आप आधा चम्मच बेकिंग सोडा को एक चम्मच पानी में अच्छे से घोल लें। अब इसे ड्रॉपर में डालें और इसकी सहायता से इसकी पांच से आठ बूंदे अपने कानों में डाल दें। कुछ देर तक ऐसे ही रहने और उसके बाद अपने सिर को टेढ़ा कर कान की मैल को बाहर निकाल लें। रोजाना दिन में एक बार इस प्रक्रिया को दोहराएं, लेकिन अधिक दिनों तक इसे न करें।
हाइड्रोजन पेरोक्साइड
कान की मैल निकालना चाहते हैं, तो हाइड्रोजन पेरोक्साइड की कुछ बूंदों को एक समान मात्रा के पानी में अच्छे से मिला लें। अब अपने कानों में कुछ बूंदे इसकी डाल दें। कुछ देर ऐसे ही रहें और उसके बाद अपने सिर को घुमा कर कानों से मैल निकाल लें। इस कान की मैल साफ करने के तरीके को एक बार प्रयोग करने से आपको लाभ होगा। हालांकि, हाइड्रोजन पेरोक्साइड एक केमिकल नाम है, लेकिन यह पूरी तरह से प्राकृतिक है। इसे आप मेडिकल स्टोर से आराम से खरीद सकते हैं।
और पढ़ें : कान दर्द से हैं परेशान? जरूर अपनाएं ये 5 आसान घरेलू उपचार
सिरका
कान का मैल निकालना चाहते हैं, तो सिरका भी कई विकल्पों में से एक है। सिरका और रब्बिंग एल्कोहॉल कान में जमी मैल को निकालने का अच्छा तरीका है। यह कानों का मैल पिघलाने और तरल रूप देने में सहायक है। इन दोनों चीज़ों को समान मात्रा में मिलाएं। अपने गर्दन को मोड़ें और अब इसे रूई की मदद से अपने कान में डालें। पांच मिनट तक ऐसे ही रहें। अब अपनी गर्दन को नीचे की दिशा में घुमाएं और अपनी कान की मैल को बाहर निकाल लें।
गर्म पानी
कान का मैल निकालना चाहते हैं तो गर्म पानी का इस्तेमाल करें। गर्म पानी कान से अधिक मैल को बाहर निकलने में मददगार है। इसके लिए आप हमेशा साफ और शुद्ध पानी का प्रयोग करें। अपने सिर को ऊपर की तरफ कर लें। अब ड्रॉपर की मदद से गर्म पानी की कुछ बूंदों को अपने कानों में डाल लें। कुछ देर ऐसे ही रहें। उसके बाद सिर हिला कर कान की मैल बाहर निकाल लें और साफ़ कर लें।
नमक वाला पानी
कान का मैल निकालना चाहते हैं तो नमक वाला पानी घर पर प्रयोग होने वाला सबसे अच्छा तरीका है। एक चम्मच नमक को आधा कप गर्म पानी में अच्छे से घोल लें। अब इस घोल में रुई डुबोएं और अपने कान को ऊपर की तरफ कर लें। इसमें यह घोल डाल लें। इसी स्थिति में कुछ देर रहें उसके बाद सिर नीचे की तरफ कर लें। इससे तरल कानों से बाहर आ जाएगा। अब साफ कपड़े से इसे साफ कर लें।
और पढ़ें : जानिए क्या है जापानी वॉटर थेरिपी, कैसे करती है शरीर को फायदा?
[mc4wp_form id=’183492″]
बादाम का तेल
कान का मैल निकालना चाहते हैं तो बादाम के तेल का इस्तेमाल करें। बादाम के तेल का प्रयोग कान के मैल को सॉफ्ट बनाने और इसे बाहर निकालने के लिए किया जाता है। एक ड्रॉपर में बादाम का तेल डालें और इसके बाद अपने कानों में इसकी कुछ बूंदे डाल दें। ऐसे ही आप अपने कानों को नारियल का तेल को भी डाल सकते हैं।
ऑलिव ऑयल
कान का मैल निकालना चाहते हैं तो ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल करें। जैतून का तेल यानी ऑलिव ऑयल न केवल स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है, बल्कि कान के वैक्स यानि गंदगी को बाहर निकालने में भी सहायक है। इस तेल को हल्का गर्म करें और ड्रॉपर या रूई की मदद से अपने कानों में डालें। कुछ देर के बाद अपने कानों को साफ कर लें। आप बेबी ऑयल का प्रयोग भी इस के लिए कर सकते हैं।
लहसुन का तेल
कान का मैल निकालना चाहते हैं तो इसमें आपकी मदद लहसुन भी कर सकती है। एक पैन में ऑलिव ऑयल या कोकोनट ऑयल की कुछ बूंदे और मसली हुई तीन या चार लहसुन की कलियां डाल दें। इस तेल को तब तक गर्म करें जब तक लहसुन की कलियां काली न हो जाएं। अब इस तेल को ठंडा होने दें। अब इस तेल से लहसुन को निकाल लें और इस तेल में कान में डालने के लिए रूई को डुबा लें। अब इन कुछ बूंदों को अपने कान में डाल ले। इसके बाद कान की मैल को साफ कर लें। अच्छे परिणाम के लिए रात को सोने से पहले इस प्रक्रिया को करें।
और पढ़ें : क्या शिशु के कान का मैल निकालना जरूरी है?
बड़ों के साथ-साथ बच्चों के भी कान में मैल जमा हो जाता है। वैसे कान के मैल को निकालने की जरूरत तो नहीं पड़ती है क्योंकि कान में जमा गन्दगी खुद ही बाहर आ जाती है। लेकिन शिशु के कान में किसी भी चीज के चिपके रहने से उसे इंफेक्शन (संक्रमण) या ईयर कैनाल को क्षति पहुंचने का खतरा बढ़ जाता है। कॉटन स्वैब कई प्रकार की ग्रूमिंग में काम आती है लेकिन, इसका इस्तेमाल कान की सफाई में नहीं करना चाहिए। ज्यादातर मामलों में नियमित रूप से नहाने से और कान को साफ करने से कान का मैल जमता नहीं होता है। बच्चों के कान का मैल निकालना चाहिए लेकिन, हमेशा एक्सपर्ट की सलाह लें। ऐसा करने से आपका शिशु इंफेक्शन और अन्य परेशानियों से बच सकता है।
यह भी ध्यान रखें की कुछ बच्चों के कान में ज्यादा मैल होने की परिस्थिति में इसकी सफाई की जरूरी पड़ सकती है। कान का मैल ईयर कैनाल को ब्लॉक कर सकता है। ऐसा विशेषकर उस स्थिति में होता है जब इसे कॉटन स्वैब, उंगली या किसी अन्य चीज से पुश किया जाता है। इस स्थिति को ‘इंपेक्शन’ कहते हैं। यदि इससे सुनने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है या इससे दर्द और असहजता होती है तो डॉक्टर से निकलवाना चाहिए।
कानों में जमी गंदगी परेशान कर सकती है और इससेइन्फेक्शन भी हो सकता है। इसलिए, अगर आप कान का मैल निकालना चाहते हैं, तो ऊपर बताये तरीकों को नियमित रूप से प्रयोग करेंगे तो आपको लाभ होगा लेकिन, अगर आपको कान में अधिक दर्द या समस्या हो रही हो, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।