नाखून हमारे हाथ का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। लेकिन, नाखून में चोट लगना भी बहुत ही सामान्य है। फिंगरनेल इंजरी तब होती है जब उंगली के नाखून में चोट लगती है। यह चोट नाखून के किसी भी हिस्से में हो सकती है जैसे क्युटिकल, नाखून के नीचे की त्वचा में या नाखून के आसपास की त्वचा में। चोट से नाखून कट सकता है, टूट सकता है या उसमे नील भी पड़ सकता है। इस तरह की चोट दर्दनाक हो सकती हैं लेकिन अधिकांश यह गंभीर नहीं होती। नाखूनों की छोटी सी समस्या से होने वाली दर्द या इंफेक्शन से आप घर पर छुटकारा पा सकते हैं।
नाखूनों में चोट कई तरह की हो सकती है जैसे:
नाखूनों में चोट : सबंगुअल हेमाटोमा
यह समस्या तब होती है जब खून नाखूनों के नीचे जम जाता है। ऐसा नाखून किसी भारी चीज़ के नीचे दब जाने या किसी भारी चीज़ से नाखून में चोट लगने के कारण होता है। इससे दर्द होने के साथ ही नाखून काला और नीले रंग का हो जाता है। यह नाखून के नीचे नील पड़ने जैसा है।
नाखूनों में चोट : नेल बेड लॉसरेशन
नेल बेड लॉसरेशन तब होता है जब नाखून और नाखून के नीचे की त्वचा कट जाती है। ऐसा चाकू या किसी तेज धार की चीज से हो सकता है। इस स्थिति में खून निकलता है।
नाखूनों में चोट : नेल बेड अवेलशन
ऐसा तब होता है जब पूरा नाखून या नाखून का कुछ भाग उंगली से अलग हो जाता है। यह बहुत ही दर्दनाक होता है और इससे उंगली सूज सकती है। इस चोट में उंगली का फ्रैक्चर भी हो सकता है। इसके अलावा भी उंगली के नाखून में कई अन्य चोटें लग सकती हैं।
और पढ़ें : Ingrown Toenail Surgery : इनग्रोन टो नेल सर्जरी क्या है?
नाखूनों में चोट : लक्षण
उंगली के नाखून में चोट के लक्षण क्या हैं?
उंगली के नाखून पर लगी चोट अलग तरह की हो सकती है, ऐसे ही उसके लक्षण भी अलग हो सकते हैं। जैसे:
सबंगुअल हेमाटोमा
सबंगुअल हेमाटोमा होने पर नाखून के नीचे खून जमा हो जाता है। जो लाल , पर्पल या काले रंग का लगता है। कुछ दिनों के बाद यह बदल कर नीला हो जाता है। प्रभावित उंगली या अंगूठे में दर्द हो सकता है।
नेल लॉसरेशन
नेल लॉसरेशन का अर्थ है नाखून , नाखून के नीचे, क्यूटिकल आदि में कट होना। इस चोट में खून निकलता है।
उंगलियों का उभार (fingertip amputation)
इसका अर्थ है नाखून या फिंगरटिप का उंगली से अलग हो जाना। इसके बहुत अधिक दर्द हो सकती है।
नाखून का फटना (nail avulsion)
यह चोट तब लगती है जब नाखून का भाग त्वचा से ऊपर उठ जाता है या नाखून की सतह पर क्यूटिकल से बाहर चिपक जाता है। इस स्थिति में प्रभावित नाखून के चारों तरफ बहुत खून देखा जा सकता है
फ्रैक्चर
नाखून के नीचे की हड्डी में फ्रैक्चर को भी नाखून की चोट कहा जा सकता है इसे डिस्टल टफट फ्रैक्चर कहते हैं। जब उंगली का सिरा मुड़ा होता है तो इस निदान के लिए एक्स-रे कराया जाता है।
और पढ़ें : Peyronies : लिंग का टेढ़ापन (पेरोनी रोग) क्या है? जानें इसके कारण, लक्षण और उपाय
[mc4wp_form id=”183492″]
कारण
उंगली के नाखून में चोट क्या है?
उंगली के नाखूनों में चोट लगने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे:
- हड्डी का टूटना
- नेलबेड या फिंगरटिप में कट
- टेंडॉन्स में कट, जिनसे फिंगरटिप सीधी हो सकती है या मुड़ सकती है
- नसों में कट
नाख़ून को इन चीज़ों से चोट लग सकती है, जैसे :
- किसी भारी चीज़ जैसे हथोड़े से लगना, दरवाजे या किसी मशीन में हाथ आना, किसी का काटना आदि।
- चाकू या कटर से कुछ काटते हुए उंगली में चोट लगना
नाखूनों में चोट : अन्य कारण
- हैंगनेलस के कारण , जो एक इंफेक्शन है
- नेल चबाने से उंगली के सिरे लाल और कठोर हो जाते हैं क्यूटिकल में से खून आने लगता है।
- कुछ दवाईयों जैसे कीमोथेरिपी और एंटीमैरलियल के साइड इफ़ेक्ट के कारण भी उंगलिओं के नाखूनों को नुकसान हो सकता है।
- त्वचा के रोग, जैसे कि सोरायसिस या एक्जिमा के कारण
- स्किन ग्रोथ के कारण जैसे मस्से, गांठे, या मोल्स
- एडिसन’स डिजीज, पेरीफेरल आर्टेरिअल डिजीज या HIV इंफेक्शन के कारण
और पढ़ें : जानें एचआईवी इतनी तेजी से शरीर में कैसे फैलता है?
जोखिम
- अगर नाखून में चोट लगने के साथ उंगली मुड़ गयी हो और जिससे ऐसा लग रहा हो कि हड्डी टूट गयी है।
- अगर आपके उंगली के नाखून में चोट किसी व्यक्ति या जानवर के काटने से लगी हो।
- जो लोग हाथ से काम करते है जैसे मजदूर। उन लोगों को उंगली के नाखून में चोट की संभावना अधिक रहती है।
- खेल से जुड़े व्यक्तियों में भी उंगली के नाखून में चोट लगने का जोखिम अधिक रहता है। इन खेलों से जुड़े व्यक्तियों को इस समस्या से बचने के लिए खास ध्यान रखना चाहिए।
और पढ़ें : Spinal cord injury : स्पाइनल कॉर्ड इंजरी क्या है?
नाखूनों में चोट : उपचार
उंगली के नाखून के चोट का उपचार क्या है?
डॉक्टर सबसे पहले रोगी से चोट लगने के कारणों के बारे में जानेंगे। अगर हड्डी टूटी है तो X-Ray भी कराया जा सकता है। डॉक्टर आपके नाखून की पूरी जांच करने के बाद ही चोट के बारे में जान सकते हैं। डॉक्टर का उद्देश्य ऐसी चोट को ठीक करने के साथ ही नाखून को भी पहले ही स्थिति में लाना होगा। अगर खून जमा हो गया है तो डॉक्टर नाखून में छोटा सा छेद कर के इस खून को निकालेंगे। इस स्थिति में अनेस्थेसिया और दर्द दूर करने वाली दवाई दी जा सकती है। गंभीर मामलों में सर्जरी भी की जा सकती है। सर्जरी से अधिकतर मामलों में नाखून पूरी तरह से स्वस्थ हो जाता है और कुछ ही दिनों में सामान्य हो जाता है। लेकिन कई चोटों में नाखून विकृत हो सकता है।
उंगली के नाखून में लगी चोट जैसे अलग होती है वैसे ही उसका उपचार भी अलग तरीके से होता है। जैसे:
नेलबेड में लगी चोट
अगर नाखून के नीचे खून जमा हो तो उसे छेद कर के निकाला जाता है। अगर हड्डी टूटी हो या जख्म बड़ा हो तो नाखून को निकाला जाता है और उसके बाद इलाज किया जा सकता है।
नेल लकेरेशनस या नाखून का अलग हो जाना
इन स्थितियों में नाखून को अच्छे से अलग कर दिया जाता है। उसके बाद उसका उपचार किया जाता है।
नेल बेड को जहाँ से काटा जाता है वहां टांके लगा दिए जाते हैं। नेल को भी जोड़ दिया जाता है। अगर ऐसा न हो तो डॉक्टर ऐसी खास तरह की चीज़ को इस पर लगा देते हैं कि यह नाखूनों की तरह तब तक नेल बेड पर रहती हैं जब तक यह पूरी तरह से ठीक न हो जाए। इंफेक्शन न हो इसके लिए एंटीबायोटिक दी जा सकती है।
दवाईयां
दर्द और सूजन दूर करने के लिए आइबूप्रोफेन या नेप्रोक्सेन दी जा सकती है। इन दवाईओं को लेने से पहले अपने डॉक्टर से आवश्यक पूछे खासतौर पर अगर आपको ब्लड प्रेशर, दिल सम्बन्धी बीमारी, किडनी की समस्या, पेट का अलसर या अंदरूनी ब्लीडिंग हो। डॉक्टर के द्वारा बताये हुई दवाई की अधिक डोज न लें। आपको अपने नाखून और उंगली आदि की सुरक्षा के लिए स्पलिंट या खास शू भी दिया जा सकता है ताकि वो जल्दी ठीक हो सके।
अपने जख्म का खास ध्यान दें, डॉक्टर की सलाह का पूरी तरह से पालन करें।
घरेलू उपाय
उंगली के नाखून के चोट के घरेलू उपाय क्या है?
- उंगली के नाखून में चोट लगने के बाद तुरंत अपने गहने निकाले दें।
- एक साफ़ कपड़े से दबाव डाल कर ब्लड रोकें। जब ब्लीडिंग रुक जाए तो कपडा निकाल दें।
- अगर कोई कट लगा है तो उसे पानी और साबुन के साथ धोएं और उस पर बैंडेज लगा दें।
- अगर आपको लकेरेशन, एविलेशन है या आपकी उंगली मुड़ गयी है तो तुरंत डॉक्टर को दिखाएं।
- नाख़ून को खुद निकलने की कोशिश न करें। अगर आपका नाखून पूरी तरह से टूट गया है तो उसे एक पेपर टॉवल में रखें और इसे एक ज़िप लॉक प्लास्टिक बैग में रख दें। इस बैग को बर्फ में रखें इसके बाद डॉक्टर के पास ले कर जाएं।
- खुद से नाखून को न छेड़ें न ही उपचार करने की कोशिश करें।