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जानिए क्या होता है
कार्डियक परफ्यूजन टेस्ट की तैयारी कैसे करें?
टेस्ट से एक रात पहले कुछ भी न खाएं या कम से कम 4 घंटे पहले कुछ न खाएं। ऐसा करने से व्यायाम के दौरान तबियत खराब नहीं होगी। कसरत के लिए आरामदायक कपड़े व जूते पहनें। टेस्ट से ठीक 24 घंटे पहले कैफीन जैसे कॉफी और कोल्ड ड्रिंक, चाय, सोडा और चॉकलेट में से किसी का भी सेवन न करें। कम कैफीन वाली कॉफी और दर्द निवारक दवाओं का भी सेवन न करें।
अगर आप किसी दवा या सप्लीमेंट का सेवन कर रहे हैं तो डॉक्टर को इस बारे में जरूर बताएं क्योंकि इनका टेस्ट के परिणामों पर काफी असर पड़ता है।
कार्डियक परफ्यूजन टेस्ट के दौरान क्या होता है?
कार्डियक परफ्यूजन टेस्ट या थैलियम स्ट्रेस टेस्ट को दो चरणों में बांटा गया है – एक व्यायाम के साथ और दूसरा व्यायाम के बिना। व्यायाम के बिना टेस्ट के दौरान मरीज की बांह या हाथ पर रेडियोन्यूक्लाइड जैसे थैलियम का इंजेक्शन लगाया जाता है। जब रेडियोन्यूक्लाइड रक्त बहाव में घुल जाता है तब एक गामा कैमरा की मदद से हृदय की तस्वीरें ली जाती है। इस दौरान व्यक्ति टेबल पर लेटा होता है और इसलिए इसे रेस्ट स्कैन भी कहते हैं।
इसके बाद मरीज को ट्रेडमिल या साइकिल चलाने को कहा जाता है। शुरुआत में गति को धीमा रखा जाता है और जरूरत के अनुसार स्पीड बढ़ाते जाते हैं। ज्यादा कसरत करने पर एक और रेडियोन्यूक्लाइड इंजेक्शन लगाया जाता है। रक्त प्रवाह में इसके फैलते ही गामा कैमरा की मदद से हृदय की फिर से तस्वीरें ली जाती हैं। इस प्रक्रिया को स्ट्रेस स्कैन कहते हैं।
परीक्षण के अंदर रेडियोन्यूक्लाइड क्षतिग्रस्त व संकुचित धमिनयों का पता लगता है क्योंकि संकुचित धमनियां रेडियोन्यूक्लाइड को नहीं सोख पाती हैं और इन्हें कोल्ड स्पॉट्स के नाम जाना जाता है।
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परिणामों को समझें
मेरे परिणामों का क्या मतलब है?
परिणाम टेस्ट करवाने के कारण, आपकी उम्र, हृदय रोग की हिस्ट्री और अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं पर निर्भर करते हैं।
सामान्य रिजल्ट