के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी कंधे से संबंधित ऑपरेशन है। जिसमें कंधे के जोड़ को आर्टिफिशियल जोड़ से बदल दिया है। ऐसा करने से कंधे के दर्द और जकड़न से राहत मिलती है। हमारा कंधा एक गेंद और सॉकेट जैसा जोड़ है। हमारे बाजू का ऊपरी सिरा गेंद के आकार का होता है और ये कंधे के ब्लेड जो सॉकेट की तरह होता है। उसमें घुसा रहता है। ये जोड़ हमारे पूरे हाथ को घुमाने में मदद करता है। लेकिन कुछ स्वास्थ्य कारणों से इसमें दर्द या जकड़न हो जाती है। दवा से आराम न होने पर डॉक्टर शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने की सलाह देते हैं।
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शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी की जरूरत उन्हें होती है जो कंधे के दर्द से गुजर रहे हैं। लेकिन डॉक्टर पहले आपके कंधे का दर्द दवा से ठीक करने की कोशिश करते हैं। लेकिन, जब सभी दवाएं दर्द पर बेअसर हो जाती हैं तो डॉक्टर शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी करने के लिए कहते हैं।
कुछ अन्य परिस्थितियों में शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी की जरूरत पड़ती है :
इन सभी समस्याओं के अलावा अगर आपके कंधे का जोड़ टूट गया है तो आपको शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी करानी पड़ेगी।
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शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी हर किसी के लिए सुरक्षित नहीं है। ये सर्जरी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य परिस्तिथियों पर निर्भर करता है। इसके लिए स्वास्थ्य जांच के बाद डॉक्टर तय करेंगे कि आपकी सर्जरी करनी है या नहीं।
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी में कुछ साइड इफेक्ट्स और समस्याएं भी हैं। पहले डॉक्टर फिजियोथेरेपी और दवाओं के द्वारा कंधे के दर्द को ठीक करने की कोशिश करते हैं। लेकिन इससे आराम न होने पर डॉक्टर सर्जरी के लिए कहते हैं। सर्जरी कराने के बाद ज्यादातर लोग अपने सामान्य दिनचर्या को ठीक तरह से फॉलो कर पाते हैं। लेकिन इसके बावजूद कुछ समस्याएं होती हैं :
शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी में रिस्क काफी कम देखे गए हैं। लेकिन फिर भी ये जानना जरूरी है कि इससे क्या समस्या हो सकती है। ज्यादा जानकारी के लिए आपको अपने डॉक्टर से सम्पर्क करना चाहिए।
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शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी में लगभग एक से तीन घंटे का समय लग सकते हैं। सबसे पहले एनेस्थेटिस्ट आपको बेहोश करते हैं। फिर सर्जन सर्जरी शुरू करते हैं। टोटल शोल्डर रिप्लेसमेंट सर्जरी (total shoulder replacement Surgery) के लिए बाजू के हड्डी के गोल हिस्से को मेटल के बने गेंदनुमा हेड से बदल देते हैं। फिर कंधे के ब्लेड का सॉकेट, जिसे ग्लेनॉयड कहते हैं। वह प्लास्टिक का बना होता है। प्लास्टिक से बने आर्टिफीशियल सॉकेट को असली सॉकेट से बदल दिया जाता है। इसे जोड़ने के लिए स्पेशल सीमेंट का इस्तेमाल होता है। इस पूरे सर्जरी को हेमीऑर्थ्रोप्लास्टी या पार्शियल शोल्डर रिप्लेसमेंट कहते हैं।
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वहीं, शोल्डर ज्वाइंट रिप्लेसमेंट के लिए आपके कंधे पर सर्जन एक चीरा लगाते हैं और फिर निम्न प्रक्रिया को दोहराते हैं :
इसके अलावा सर्जन कंधे के उस भाग पर एक ट्यूब लगाते हैं, ताकि सर्जरी के कारण कंधे में भरने वाला फ्लूइड आसानी से निकल सके। फिर जरूरत न होने पर सर्जन उस ट्यूब को बाद में निकाल भी देते हैं।
किसी भी सर्जरी में रिस्क तो होता ही है। सर्जरी के बाद इंफेक्शन और नसों के डैमेज होने का खतरा बढ़ जाता है। किसी भी तरह की समस्या होने पर अपने डॉक्टर से तुरंत मिलें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने सर्जन से जरूर पूछ लें।
डिस्क्लेमर
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