फाइब्रॉएड कैंसर है या नहीं ये जानने से पहले हमें फाइब्रॉएड के बारे में जान लेना चाहिए। फाइब्रॉएड (Fibroids) जिसे आम भाषा में रसौली और गांठ भी कहते हैं। जब कैंसर (Cancer) होता है तब शरीर में एक की गांठ बन जाती है। इसलिए लोग अक्सर फाइब्रॉएड होने पर भी यही सोचते हैं कि कहीं फाइब्रॉएड भी एक कैंसर (Cancer) तो नहीं है।
किसी भी महिला को फाइब्रॉएड होता है तो उसके मन में सबसे पहला सवाल प्रेग्नेंसी और फाइब्रॉएड से कैंसर पनपने का ही होता है। जिन महिलाओं को फाइब्रॉएड की समस्या होती है उनके मन में कैंसर का भय बना रहता है, लेकिन हर फाइब्रॉएड कैंसर हो ये जरूरी नही है। फाइब्रॉएड कैंसरस और नॉन-कैंसरस दोनों ही प्रकार का होता है। सामान्यतौर पर देखा जाए तो फाइब्रॉएड गर्भाशय में होने वाली मांसपेशियों का एक साधारण ट्यूमर है। यह महिलाओं में सबसे आम पेल्विक ट्यूमर है, यह एक महिला के शरीर में कभी भी बन सकते है। अब सवाल ये है कि क्या फाइब्रॉएड एक कैंसर है?
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फाइब्रॉएड्स कैंसर है या नहीं
फाइब्रॉएड असल में साधारण सी गांठ है, लेकिन ये कैंसर को भी शरीर में शरण दे सकता है। फाइब्रॉएड की कोशिका (cell) क्लोन बना लेती है, और शरीर में आकार में वृद्धि कर अनियंत्रित हो जाती है। विभाजित कोशिकाएं माइटोसिस नाम की एक प्रक्रिया से गुजरती हैं। माइटोटिक कोशिकाओं के नाभिक सामान्य कोशिकाओं की तुलना में अलग-अलग दिखाई देते हैं। पैथोलॉजिस्ट एक माइक्रोस्कोप के जरिये इन फाइब्रॉएड को देखते हैं और विभाजित कोशिकाओं की गिनती करते हैं, जिसे माइटोटिक आंकड़े भी कहा जाता है। तकनीकि भाषा में कहें तो जब हाई पावर लेंस के नीचे कम से कम दस माइटोटिक आंकड़ों की गिनती की जाती है, तो फाइब्रॉएड को कैंसर कहा जाता है।
यदि आपकी फाइब्रॉएड में कोई कैंसर की कोशिका छुपी है तो खतरे की बात है। गर्भाशय के फाइब्रॉएड का इलाज जरूरी है, इसे दवाओं के जरिये या सर्जरी के जरिये निकालना जरूरी है। फाइब्रॉएड में छुपे कैंसर की कोशिका को सर्जरी के जरिये ही निकाला जाता है, छोटा से छोटा कण भी दोबारा कैंसर को उभरने में मदद करता है। यदि फाइब्रॉएड सामान्य है तो डरने की जरूरत नहीं होती, लेकिन इसके लिए भी नियमित तौर पर परिक्षण और इलाज जरूरी होता है।
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फाइब्रॉएड कब कैंसर बन सकता है?
यदि आपके फाइब्रॉएड में कैंसर की कोशिका होने की संभावना नहीं है, तब भी आप फाइब्रॉएड हटाने के लिए मायोमेक्टॉमी (सर्जरी की एक प्रक्रिया) विकल्प न चुनें, इसके बजाय पारंपरिक तौर पर की जाने वाली हिस्टेरेक्टॉमी विकल्प को चुनें। फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार हिस्टेरेक्टॉमी के समय हर 400 में से एक महिला को कैंसर की फाइब्रॉएड होने का खतरा होता है। फाइब्रॉएड से कैंसर बनने की संभावना इन परिस्थियों में रहती है-
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- फाइब्रॉएड होने पर महिला को क्या खतरे है या फाइब्रॉएड्स एक कैंसर हैं, ये डॉक्टर ही बता सकते है।
- फाइब्रॉएड्स एक कैंसर हैं जानने के लिए व्यक्तिगत तौर पर मेडिकल हिस्ट्री और परिक्षण के जरिये भी देखा जाता है कि कैंसर की संभावना है या नहीं।
- फाइब्रॉएड्स एक कैंसर हैं या नही जानने के लिए कुछ ऐसे भी कारक के बारे में जानना पड़ता है जो कैंसर की संभावना को बढ़ाते है।
- फाइब्रॉएड एक कैंसर है, इसे लेकर भ्रम न पालें।
- यह भी बता दें कि जैसे-जैसे महिला की उम्र बढ़ती जाती है, फाइब्रॉएड में कैंसर होने का खतरा भी बढ़ता जाता है।
- अधिकतर केस में फाइब्रॉएड कैंसर का रूप धारण नहीं करते, लेकिन ये अलग तरह से सेहत के लिए नुकसानदायक जरूर होते है।
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फाइब्रॉएड्स का कैंसर बनना कितना कितना आम है?
फाइब्रॉएड्स पूरी तरह से हमेशा गैर कैंसर वाले होते हैं। बेहद दुर्लभ मामलों में ही फाइब्रॉएड्स कैंसर का रूप लेते हैं। ऐसा आमतौर पर 1000 महिलाओं में से 1 के साथ होने की आशंका होती है।
कैसे पता करें कि आपके शरीर में मौजूद फाइब्रॉएड्स एक कैंसर है?
फाइब्रॉएड्स एक कैंसर हैं या नही ये जानने के लिए किसी भी महिला को डॉक्टरों से उचित सलाह लेना जरूरी है। कई बार फाइब्रॉएड होने पर महिला को काफी देर बाद पता चलता है जिससे कैंसर होने का खतरा भी बढ़ सकता है हालांकि हर फाइब्रॉएड एक कैंसर है ये साफ तौर पर नही कहा जा सकता बल्कि डॉक्टर द्वारा की जाने वाले जांच में इसका पता चलता है। अगर आपको फाइब्रॉएड है तो इस तरह से आप जान सकती है कि आपको होने वाला फाइब्रॉएड एक कैंसर है या नही-
- यदि आपको फाइब्रॉएड है तो आपको पीरियड्स में अनियमितता, ज्यादा ब्लीडिंग जैसे लक्षण दिखाई देंगे। इसके अलावा दूसरे भी बदलाव दिखाई दे सकते है, जो निश्चित नहीं है। यदि आपको शरीर में कोई गांठ महसूस हो तो उसे सामान्य मुंहांसा समझ कर न छोड़ दे, बल्कि डॉक्टर से सम्पर्क करें।
- फाइब्रॉएड का पता लगाने के लिए एमआरआई, अल्ट्रासाउंड स्कैन, लेप्रोस्कोपी की जाती है, जिसमें फाइब्रॉएड यदि कैंसर है तो जानकारी मिल जाती है। इन जांचों के जरिये ये भी जानकारी मिल जाती है कि असल में फाइब्रॉएड गर्भाशय के किस हिस्से में और कितने बड़े आकार की है।
- जांच में मिली यह जानकारी बताती है कि मरीज की फाइब्रॉएड एक कैंसर है या नहीं। इसी जांच के अनुसार, डॉक्टर इलाज की रुपरेखा तैयार करते है। यदि नॉन कैंसरस फाइब्रॉइड है तो दवाई और सर्जरी की जाती है, प्रेग्नेंसी को लेकर सलाह दी जाती है।
- कैंसर की फाइब्रॉएड होने पर महिला को तुरंत इलाज शुरू करने के लिए कहा जाता है, जिसमें कीमोथेरेपी से लेकर सर्जरी और अन्य प्रक्रियाएं इलाज में शामिल है।
- महिलाओं को होने वाले फाइब्रॉएड्स के बारे में ये साफ तौर पर नही कहा जा सकता कि हर फाइब्रॉएड एक कैेंसर है। फाइब्रॉएड्स एक कैंसर है या नहीं जानने के लिए डॉक्टर से उचित सलाह ली जाना जरूरी है।
हमें उम्मीद करते हैं कि यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा। यहां हमने फाइब्रॉएड के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी देने की कोशिश की है। इस बारे में जागरूकता फैलाने में हमारी मदद करें ताकि कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से बचा जा सकें। फाइब्रॉएड कैंसर के बारे में अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करना सही होगा।
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