backup og meta

सिलेक्टिव ईस्ट्रोजन रिसेप्टर मॉड्यूलेटर्स (SERMs): जानिए कैसे करते हैं ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में मदद?

सिलेक्टिव ईस्ट्रोजन रिसेप्टर मॉड्यूलेटर्स (SERMs): जानिए कैसे करते हैं ब्रेस्ट कैंसर को रोकने में मदद?

सिलेक्टिव ईस्ट्रोजन रिसेप्टर मॉड्यूलेटर्स (Selective estrogen receptor modulators) को शॉर्ट में एसईआरएमएस (SERMs) कहा जाता है। ये ब्रेस्ट टिशू के अंदर ईस्ट्रोजन (Estrogen) के इफेक्ट को ब्लॉक करने का काम करते हैं। एसईआरएमएस (SERMs) ब्रेस्ट सेल में ईस्ट्रोजन रिसेप्टर्स में जाकर काम करते हैं। यदि एसईआरएमएस (SERMs) ईस्ट्रोजन रिसेप्टर (Estrogen receptor) में है तो ईस्ट्रोजन (Estrogen) के लिए कोई जगह नहीं रहती है और फिर यह कोशिका से अटैच नहीं हो सकता। अगर ईस्ट्रोजन कोशिका से जुड़ता नहीं है, तो कोशिकाओं को बढ़ने और मल्टीप्लाय होने का संकेत नहीं मिलता हैं। एसईआरएमएस (SERMs) ब्रेस्ट कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं।

शरीर के दूसरे हिस्सों के ऊतकों में भी इस्ट्रोजन रिसेप्टर्स होते हैं जिनमें हड्डियां और यूटेरस शामिल हैं, लेकिन हर ईस्ट्रोजन रिसेप्टर में कोशिका के हिसाब से अंतर होता है। इसलिए ब्रेस्ट सेल ईस्ट्रोजन रिसेप्टर बोन के ईस्ट्रोजन रिसेप्टर से अलग होंगे। ये दोनों ईस्ट्रोजन रिसेप्टर्स यूटेराइन के ईस्ट्रोजन रिसेप्टर्स से अलग होंगे। जैसा कि उनके नाम से पता चलता है, SERM “सिलेक्टिव’ हैं – इसका मतलब है कि एक (SERM) जो स्तन कोशिकाओं में ईस्ट्रोजन की क्रिया को रोकता है, अन्य कोशिकाओं, जैसे हड्डियों (Bones), लिवर (liver) और गर्भाशय कोशिकाओं (Uterine cells) में ईस्ट्रोजन की क्रिया को सक्रिय कर सकता है।

ब्रेस्ट कैंसर क्या है? (Breast Cancer)

ब्रेस्ट कैंसर एक बीमारी है जो ब्रेस्ट में मौजूद कोशिकाओं के असामान्य रूप से बढ़ने से होती है। ब्रेस्ट के अंदर मौजूद कोशिका के कैंसर में बदलने के आधार पर ब्रेस्ट कैंसर का प्रकार निर्भर करता है। ब्रेस्ट कैंसर ब्रेस्ट के विभिन्न हिस्सों में डेवलप हो सकता है।

ब्रेस्ट के मुख्य रूप से तीन प्रमुख हिस्से होते हैं जिनमें निम्न शामिल हैं।

  • लोब्यूल्स (Lobules) (लोब्यूल्स ग्लैंड्स हैं जो मिल्क को प्रोड्यूस करती हैं।)
  • डक्ट्स (ducts) (वही डक्ट ट्यूब होते हैं जो मिल्क को निप्पल तक ले जाते हैं)
  • कनेक्टिव टिशूज (Connective tissue) शामिल हैं। (कनेक्टिव टिशूज सबको जोड़कर रखते हैं।)
  •   ज्यादातर ब्रेस्ट कैंसर डक्ट्स और लोब्यूल्स में होते हैं।

ब्रेस्ट कैंसर के लक्षण निम्न हैं।

  • निप्पल या ब्रेस्ट के किसी हिस्से पर लालिमा
  • निप्पल एरिया में दर्द
  • ब्रेस्ट के साइज और शेप में बदलाव
  • ब्रेस्ट के किसी भी हिस्से में दर्द
  • ब्रेस्ट या अंडरऑर्म के नीचे लंप का होना
  • ब्रेस्ट के किसी हिस्से पर सूजन

जैसा कि हम ऊपर बता चुके हैं कि एसईआरएमएस (SERMs) का उपयोग ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में किया जाता है, तो आइए इनके बारे में विस्तार से जान लेते हैं।

और पढ़ें: प्रेग्नेंसी में ब्रेस्ट कैंसर से हो सकता है खतरा, जानें उपचार के तरीके

एसईआरएमएस (SERMs) कौन से हैं?

तीन एसईआरएमएस हैं। नीचे बताए गए एसईआरएमएस (SERMs) को एफडीए ने अप्रूव किया है।

1. टेमोक्सिफेन (Tamoxifen) (ये नोल्वाडेक्स (Nolvadex) ब्रांड नाम के साथ उपलब्ध है। इसका लिक्विड फॉर्म सोल्टामोक्स (Soltamox) के नाम से मिलता है)

2. इविस्टा (Evista)

3. फेरेस्टोन (Fareston)

नोल्वाडेक्स 10mg टैबलेट (Nolvadex 10mg Tablet)

नोल्वाडेक्स 10mg टैबलेट एक एसईआरएमएस या कहें कि एंटी ईस्ट्रोजन्स है। यह ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में उपयोग की जाती है। इसमें एक्टिव इंग्रीडिएंट के तौर टेमोक्सिफेन (Tamoxifen) पाया जाता है। यह एक हॉर्मोन बेस्ड मेडिसिन है। यह ईस्ट्रोजन रिसेप्टर्स को बाइंड करके काम करती है। यह ईस्ट्रोजन के इफेक्ट्स को ब्लॉक करती है। यह प्री और पोस्टमेनोपॉजल महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर के रिस्क को कम करने में भी मदद करती है। यह दवा कैंसर कोशिकाओं के विकास को कम करने के साथ ही उन्हें बढ़ने से रोकने में मदद करती है। इस दवा का उपयोग खाने के साथ या खाने के बाद किया जा सकता है, लेकिन हर दिन एक ही समय पर लेना सही होगा। दवा का उपयोग डॉक्टर की सलाह पर ही करें। इस दवा का सेवन आमतौर पर 10 से 15 साल तक किया जाता है।

इस दवा के सामान्य साइड इफेक्ट्स हॉट फ्लैशेज, मूड स्विंग्स, वजायनल डिस्चार्ज, वजायनल ब्लीडिंग, जी मिचलाना और फ्लूइड रिटेंशन है। यह साइड इफेक्ट्स गंभीर हो जाते हैं तो इसके बारे में डॉक्टर से सलाह लें। 10 टैबलेट वाली एक स्ट्रिप की ऑनलाइन कीमत 25 रुपए है।

और पढ़ें: कैंसर फैक्ट्स: लंबी महिलाओं में अधिक रहता है ब्रेस्ट कैंसर का खतरा

इविस्टा (Evista)

यह भी एक एसईआरएमएस सिलेक्टिव ईस्ट्रोजन रिसेप्टर मॉड्यूलेटर्स में से एक है। इसमें एक्टिव इंग्रीडिएंट के रूप में रेलोक्सिफेन (Raloxifene) पाया जाता है। यह दवा हॉर्मोन रिसेप्टर पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर के रिस्क को कम करने में मदद करती है। जिसका रिस्क मेनोपॉज के बाद महिलाओं में अधिक होता है। ये दवा उन महिलाओं के लिए उपयोग की जाती है जिनमें ब्रेस्ट कैंसर डायग्नोस नहीं हुआ है, लेकिन इसका रिस्क ज्यादा है। इसका उपयोग पोस्टमेनोपॉजल महिलाओं में ऑस्टियोपरोसिस के इलाज में भी किया जाता है।

इस दवा का उपयोग दिन में एक बार खाने के साथ या खाने के बिना किया जाता है। इस दवा को हर दिन एक ही समय पर लेना चाहिए। इस दवा का उपयोग ब्रेस्ट कैंसर के डायग्नोस होने के बाद नहीं किया जाता। इसके साथ ही यह हॉर्मोन रिसेप्टर निगेटिव ब्रेस्ट कैंसर के इलाज में भी उपयोगी नहीं है। प्रेग्नेंसी प्लानिंग के समय और प्रेग्नेंट महिलाओं को इस दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए।

इस दवा के उपयोग से पैरों और पिंडलियों में दर्द, पैरों और हाथों में सूजन, सीने में दर्द, सांस लेने में परेशानी, कमजोरी, बोलने में कठिनाई, सिर में तेज दर्द जैसे साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। 10 टैबलेट वाली एक स्ट्रिप की ऑनलाइन कीमत 122 रुपए है।

और पढ़ें: Breast Cancer Genetic Testing : ब्रेस्ट कैंसर जेनेटिक टेस्टिंग क्या है?

फेरेस्टोन (Fareston)

इस दवा का उपयोग पोस्टमेनोपॉजल महिलाओं में हॉर्मोन रिसेप्टर पॉजिटिव ब्रेस्ट कैंसर (Hormone-receptor-positive breast cancer) के इलाज में किया जाता है। यह एक टैबलेट है जिसका उपयोग दिन में एक बार किया जाता है। डॉक्टर इस दवा को हर दिन एक ही समय पर लेने की सलाह देते हैं।यह हॉर्मोन रिसेप्टर निगेटिव ब्रेस्ट कैंसर (Hormone-receptor-negative breast cancer) पर काम नहीं करती।

  • ब्रेस्टफीडिंग कराने वाली और प्रेग्नेंट महिलाओं को इस दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए। इस दवा के उपयोग से निम्न साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं।
  • हड्डियों में दर्द
  • त्वचा का लाल होना
  • ड्राय स्किन
  • अत्यधिक पसीना आना
  • मूड स्विंग्स
  • जी मिचलाना
  • वजायनल डिस्चार्ज
  • विजन प्रॉब्लम्स
  • आंखों में ड्रायनेस
  • चक्कर आना
  • हाथों, एड़ियों और पैरों में सूजन

कई बार इस दवा के उपयोग से दिल की धड़कन में परिवर्तन हो सकता है जिसकी वजह से चक्कर आना, बेहोश होना जैसी परेशानियां हो सकती हैं। अनियमित धड़कन जैसी प्रॉब्लम्स वाले व्यक्तियों को इस दवा का उपयोग नहीं करना चाहिए। इसके साथ ही अगर मरीज लो ब्लड पोटेशियम लेवल और लो ब्लड मैग्नीशियम लेवल के ग्रसित है तो इस दवा का उपयोग नहीं किया जाना चाहिए।

और पढ़ें: ब्रेस्ट कैंसर के खतरे (Tips to reduce breast cancer) को कैसे करें कम?

नोट: यहां बताए गए ड्रग का उपयोग डॉक्टर की सलाह के बिना ना करें। हमारा उद्देश्य किसी ब्रांड का प्रचार नहीं ब्लकि अपने पाठकों तक जानकारी पहुंचना है। यहां दी गई जानकारी को चिकित्सा का विकल्प ना मानें। साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि आप जिस वेबसाइट से दवा खरीदते हैं उसकी कीमतों में यहां दी गई कीमतों से अंतर हो सकता है। 

उम्मीद करते हैं कि आपको एसईआरएमएस SERMs संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।

डिस्क्लेमर

हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।

SERMs for the treatment and prevention of breast cancer/https://pubmed.ncbi.nlm.nih.gov/17440819/ Accessed on 17th June 2021

Selective Estrogen Receptor Modulators (SERMs)/https://www.breastcancer.org/treatment/hormonal/serms/Accessed on 17th June 2021

Breast cancer/ https://www.mayoclinic.org/diseases-conditions/breast-cancer/symptoms-causes/syc-20352470/

Accessed on 17th June 2021

Breast cancer/https://www.cancer.org/cancer/breast-cancer/about/what-is-breast-cancer.html/Accessed on 17th June 2021

 

Current Version

18/02/2022

Manjari Khare द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

Updated by: Nikhil deore


संबंधित पोस्ट

ब्रेस्ट कैंसर पेशेंट का ख्याल रखते वक्त इन बातों को ना भूलें!

अगर आपके परिवार में है किसी को ब्रेस्ट कैंसर है, तो आपको है इस हद तक खतरा


के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. हेमाक्षी जत्तानी

डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist


Manjari Khare द्वारा लिखित · अपडेटेड 18/02/2022

ad iconadvertisement

Was this article helpful?

ad iconadvertisement
ad iconadvertisement