क्या आपने फीमेल प्रोस्टेट ग्लैंड (Prostate Gland) के बारे में सुना है? प्रोस्टेट को लेकर दिमाग में पुरुषों की ही बात आती है। लेकिन महिलाओं में भी वास्तव में एक प्रोस्टेट ग्रंथि होती है। यह छोटी सी ग्रन्थि उनके योनि के पास स्थित होती है। इसे “स्केन ग्लैंड्स’ (Skene’s glands) कहा जाता है। लेकिन लोग इसे फीमेल प्रोस्टेट के नाम से जानने लगें। पुरुषों में होने वाले प्रोस्टेट ग्लैंड और स्किनी ग्लैंड में संबंध देखा गया है। समानताओं में से एक प्रोस्टेट-विशिष्ट एंटीजन (Prostate-specific antigen) और पीएसए फॉस्फेटेज (PSA phosphatase) से संबंधित है। पर अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि क्या फीमेल प्रोस्टेट ग्लेंड केवल मूत्रमार्ग या मूत्रमार्ग के प्रत्येक तरफ छोटी नलिकाओं के रूप में कार्य करती है। जिसे यूथ्रा (urethra) कहा जाता है। यह एक नली है, जो यरिन को पास करने का काम करती है। यहां हमनें फीमेल प्रोस्टेट के बारे में जाना। अब हम जानते है कि क्या महिलाओं में प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer in Women) हो सकता है। क्योंकि कई लोगों में मन में यह सवाल होता है कि क्या महिलाओं में प्रोस्टेट कैंसर हाेता है? जानें यहां:
और पढ़ें: बढ़ती उम्र के साथ पु्रुषाें में बढ़ सकता है प्रोस्टेट कैंसर या बीपीएच का खतरा
क्या महिलाओं में प्रोस्टेट कैंसर हो सकता है? (Prostate Cancer in Women)
महिलाओं में प्रोस्टेट कैंसर की संभावनाएं कम देखी जाती है। इसकी जगह महिलाओं में यूनरी ट्रैक्ट डिजीज (Urinary Tract Disease) और उससे संबंधित कैंसर होने का खतरा ज्यादा होता है। यदि उनके स्केन ग्लैंड(Skene’s glands)और मूत्रमार्ग (urethra) आदि ऑर्गेन में कैंसर होने का रिस्क (Risk) है। तो उनमें इसके लक्षण विभन्न रूपों मे नजर आ सकते हैं। यदि किसी महिला काे लंबे समय से ब्लीडिंग की प्रॉब्लम हो रही है, तो उसे अनदेखा नहीं करना चाहिए। ऐसे में उन्हें तुरंत मेडिकल मेडिकेशन (Medication) की जरूरत होती है। यदि किसी महिला के स्केन ग्लेंड में यह कैंसर डेवलप (Cancer Develop) हो रहा है, तो उसका इलाज किया जा सकता है। महिलाओं में प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer in Women) का इलाज, इस बात पर भी निर्भर करता है कि किस प्रकार का कैंसर हुआ है और वो कितना फैल चुका है।
और पढ़ें: क्या हैं प्रोस्टेट बढ़ने के लक्षण, कारण व इलाज? जानिए प्रोस्टेट से जुड़ी ये जानकारी
जानवरों पर हुए शोध (Animal studies)
महिलाओं में प्रोस्टेट कैंसर की बात करें तो वैसे महिलाओं में फीमेल प्रोस्टेट कैंसर (Female Prostate Cancer) बहुत कम देखने को मिलता है। अब तक के हुए रिसर्च में भी इसके बहुत कम कैसेज देखने को मिले हैं। इसके अलावा फीमेल एनिमल के ऊपर हुए शोधों में देखा गया कि फीमेल प्रोस्टेट कैसे काम करता है और उनके ऊपर किए गए कैंसर ट्रीटमेंट के क्या परिणाम सामने आ सकते हैं। इसमें यह भी देखा गया कि एस्ट्राडियोल और प्रोजेस्टेरोन महिलाओं में पाए जाने वाले दो महत्वपूर्ण हॉर्मोन है, जो उनके मासिक धर्म के लिए सबसे महत्वपूर्ण माने जाते हैं।
इसी के साथ महिलाओं में एस्ट्राडियोल और प्रोजेस्टेरोन (Estradiol-Progesterone) दो महत्वपूर्ण हाॅर्मोन हैं, यह हॉर्मोन किसी भी महिला के मासिक धर्म को नियंत्रित करते हैं। जो यह ये निष्कर्ष बताते हैं कि किसी महिला के प्रजनन प्रणाली में समान संबंध हो सकते हैं। इसके अलावा प्रोजेस्टेरोन हॉर्मोन, स्केन की ग्रंथियों में डैमेज का कारण भी हो सकता है।
महिलाओं में प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer in Women) के लक्षण
जैसा कि महिलाओं में प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer in Women)कम ही देखने को मिलता है। तो इस प्रकार के कैंसर के लक्षणों को पहचानने में थोड़ी मुश्किल हो सकती है। लेकिन फिर भी इसके कुछ लक्षणों पर ध्यान दिया जा सकता है, जैसे कि:
यदि आप अपने मूत्रमार्ग से ब्लीडिंग का अनुभव कर रही हैं, तो आपको तुरंत डॉक्टर देखना चाहिए। यह स्केन ग्रंथियों में होने वाले कैंसर (Cancer) का लक्षण का संकेत भी हो सकता है। यदि आपके मूत्रमार्ग (urethra) में किसी अन्य समस्या के लक्षण भी महसूस हो रहे हैं, तो भी इसे अनदेखा न करें। यदि आप किसी भी असामान्य लक्षण को महसूस करते हैं, तो इसे अपने डॉक्टर से जरूर बताएं। यदि आपको दिए गए इन लक्षणों में से कोई भी लक्षण महसूस होते हैं, तो आपको डॉक्टर से मिलना चाहिए, जैसे कि:
- दर्दनाक के साथ बार-बार पेशाब होना (Painful or frequent urination)
- यूरिन होने के बाद भी पेट भारी महसूस होना
- यूरिन के साथ ब्लड का आना (Blood in your urine)
- अनियमित मासिक धर्म (abnormal menstrual cycle)
- सेक्स के दौरान दर्द महससू होना (Painful sexual intercourse)
- जांघ् की हड्डियों के पीछे दबाव महसूस होना (Feeling of pressure behind the pubic bones)असामान्य मासिक धर्म ़कैंसर के अलावा अन्य स्थितियां भी हैं, जो स्केन ग्रंथियों से संबंधित हो सकती हैं। जिन्हें समय रहते ध्यान दना बहुत जरूरी है।
और पढ़ें: Prostatitis: प्रोस्टेटाइटिस क्या है? जानिए इसके कारण, लक्षण और उपाय
महिलाओं में प्रोस्टेट कैंसर के लक्षण: इंफेक्शन (Infection)
प्रोस्टेटाइटिस(Prostatitis) एक ऐसी स्थिति है, जो प्रोस्टेट ग्रंथि में सूजन का कारण बन सकती है। महिलाओं में प्रोस्टेटाइटिसट्रस्ट(Prostatitis) यूथ्रिा में संक्रमण का कारण बन सकता है। लेकिन यह इंफेक्शन स्केन ग्रंथियों में संक्रमण फैलने का कारण बन सकता है। फीमेल प्रोस्टेट संक्रमण का एक अलग स्थान हो सकता है जिसे अलग से इलाज किया जाना चाहिए।
स्केन ग्लैड में संक्रमण के लक्षण इस प्रकार दिख सकते हैं, जैसे कि:
- जांघ हड्डियों के पीछे दबाव
- यूरिन के साथ दर्द होना
- प्रोस्टेट यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) फीमेल प्रोस्टेट में भी फैल सकता है। कुछ एसटीआई के लक्षण दिखते नहीं है। लेकिन यह फैलता बहुत तेजी से है।
पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि सिंड्रोम (Polycystic ovarian syndrome)
पॉलीसिस्टिक डिम्बग्रंथि सिंड्रोम Polycystic ovarian syndrome (PCOS) के साथ महिलाओं में, प्रजनन हाॅर्मोन है। इसमें होने वाला असंतुलन भी महिलाओं में होने वाले प्रोस्टेट कैंसर का संकेत हो सकता है।
एडेनोफिब्रोमा (Adenofibroma)
एडेनोफिब्रोमा नॉन कैंसरियस टिशू की ग्रोथ (Noncancerous growth) होने लगती है। यह मुख्य रूप से फाइबरस और ग्रंथियों (fibrous and glandular tissue)के ऊतकों पर पाया जाता है। यदि एडेनोफिब्रोमा फीमेल प्रोस्टेट में डेवलप हुआ है, तो सेक्स के दौरान ट्यूमर में दर्द महसूस हो सकता है। ट्यूमर को हटाने के लिए सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है।
और पढ़ें:Quiz: इस क्विज को खेलें और बहुत सी बातें जानिए प्रोस्टेट कैंसर के बारे में
महिला प्रोस्टेट की भूमिका
कई शोधों में महिला प्रोस्टेट की उपस्थिति और उसके कार्य को स्पष्ट करने करने की कोशिश की गई है। लेकिन इसमें और भी अधिक शोध होने की आवश्यकता है। पुरुषों में, प्रोस्टेट ग्रंथि (Prostate Gland) की सरंचना स्पष्ट है। इस पर हुए कुछ तथ्य शोधकर्ताओं को आश्चर्यचकित करते हैं स्केन ग्रंथि समान कार्य करती है। पुरुषों में हो या महिलाओं में, यह ग्लैंड कैसे काम करता है, इस पर और भी शोध हो रहे हैं।
शोध में यह भी सामने आया है कि फीमेल प्रोस्टेट (Female Prostate) पीएसए का उत्पादन करते हैं। पीएसए (PSA) की उपस्थिति पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर के होने वाले संकेतों में से एक है। यह उन महिलाओं में ज्यादा देखने को मिलता है, जो स्तन कैंसर की शिकार होती हैं। हो सकता है कि महिला और पुरुष दोनों में पीएसए की क्या भूमिका है, यह कई बार समझना मुश्किल होता है।
महिलाओं में प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer in Women) और स्केन ग्लैंड में होने वाले कैंसर के इलाज से पहले पीएसए का लेवल भी देखा जाता है। इसका घटा या बढ़ा हुआ स्तर पर कैंसर के होने के चांसेज पर निर्भर करता है। इसकी अधिक जानकारी के लिए अपने डाॅक्टर से संपर्क करें।