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Olanzapine: ओलैंजपिन क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील · फार्मेसी · Hello Swasthya


Lucky Singh द्वारा लिखित · अपडेटेड 02/07/2020

Olanzapine: ओलैंजपिन क्या है? जानिए इसके उपयोग, साइड इफेक्ट्स और सावधानियां

ओलैंजपिन (Olanzapine) का उपयोग किसके लिए किया जाता है?

ओलैंजपिन को इस्तेमाल कुछ दिमागी/मूड कंडिशन (जैसे कि सिजोफ्रेनिया, बाईपोलर डिसऑर्डर) का इलाज करने के लिए किया जाता है। इस दवाई को दूसरी दवाईयों के साथ मिलाकर डिप्रेशन के इलाज के लिए भी दिया जाता है। यह दवाई दिमागी भ्रम को कम करने में मदद करती है और आपको अपने बारे में और सकारात्मक बनाने और अधिक स्पष्ट सोचने में मदद करती है। इसके अलावा इस दवा के इस्तेमाल से गुस्सा कम होता है और आप रोजमर्रा की जिंदगी में खुद को ज्यादा सक्रिय महसूस करते हैं।

ओलैंजपिन दवाईयों के एक खास वर्ग से संबंधित है जिसे एटिपिकल एंटीसाइकोटिक्स कहा जाता है। यह दिमाग के कुछ प्राकृतिक पदार्थों को बैलेंस करने में मदद करता है।

इलाज के फायदे और जोखिमों के बारे में जानने के लिए डॉक्टर से सलाह लें (खासकर जब इसे किशोरों द्वारा इस्तेमाल किया जा रहा हो)

दूसरे उपयोगः इस भाग में दवा के उन फायदों के बारे में बताया गया है जो प्रोफेशनल लेबलिंग में अप्रूव नहीं है, लेकिन यह कुछ डॉक्टरों द्वारा मरीजों को दी जाती हैं। इस भाग में लिखी गई कंडिशन के लिए ही इस दवा का इस्तेमाल करें और वो भी जब डॉक्टर ने इसकी सलाह दी हो।

इस दवा को कैंसर के इलाज (कीमोथैरेपी) से होने वाले साइड इफेक्ट्स मतली और उल्टी आने वाली समस्याओं के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

मैं ओलैंजपिन का इस्तेमाल कैसे करूं?

इस दवा को डॉक्टर की सलाह पर खाली पेट या खाना खाकर आमतौर पर दिन में एक बार ले सकते हैं।

दवा की खुराक आपकी मेडिकल कंडिशन और उपचार के रिस्पांस पर निर्भर करेगी। साइड इफेक्ट्स के खतरे को कम करने के लिए डॉक्टर आपको दवाई का कम डोज देगा और धीरे- धीरे डोज बढ़ा दी जाएगी। अपने डॉक्टर की सलाह को सावधानीपूर्वक मानें।

यह दवा उच्च रक्त शर्करा (हाइपरग्लाइसेमिया) का कारण बन सकती है। यदि आप मधुमेह के रोगी हैं, तो अपने रक्त शर्करा के स्तर की नियमित रूप से जांच करें, जब आप ओलेंजापाइन ले रहे हों।

इस दवा को लेते समय आपका वजन बढ़ सकता है या हाई कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स (वसा के प्रकार) हो सकता हैं, खासकर अगर आप एक किशोरी हैं। आपके खून को अक्सर परीक्षण करने की जरूरत हो सकती है। अपने डॉक्टर के पास नियमित रूप से जाएं।

इस दवा के ज्यादा फायदे के लिए इसे नियमित तौर पर लें। दवा की खुराक ना भूलने के लिए हर रोज दवाई को एक ही समय पर लें। डॉक्टर द्वारा निर्धारित समय तक दवाई लेते रहें चाहें दवाई लेने के बाद आप थोड़ा बेहतर भी महसूस कर रहें हैं। बिना डॉक्टर के सलाह के दवा लेना ना छोड़ें।

अगर आपकी स्थिती पहले जैसी बनी रहती है और या बिगड़ जाती हैं तो अपने डॉक्टर से मिलें।

और पढ़ें: सोने से पहले ब्लडप्रेशर की दवा लेने से कम होगा हार्ट अटैक का खतरा

ओलैंजपिन (olanzapine) का उपयोग करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?

ओलैंजपिन लेने से पहले,

  • अपने डॉक्टर और फार्मासिस्ट को बताएं कि क्या आपको ओलैंजपिन या किसी दूसरी दवाओं से एलर्जी है
  • अपने डॉक्टर को बताएं कि आप कौन सी दवाएं, विटामिन, पोषण की दवाएं ले रहे हैं या कोई हर्बल उत्पाद लेने वाले हैं। इनमें से किसी की दवा को लेने के बारे में जरूर बताएं: एंटीडिप्रेसेंट; एंटीहिस्टेमाइंस; कार्बामाजेपिन (टेग्रेटोल); डोपामाइन एगोनिस्ट जैसे ब्रोमोक्रिप्टिन (पारलोडल), कैर्बजोलीन (डोस्टिनेक्स), लेवोडोपा (डोपार, लॉरोडोपा), पेर्गोलाइड (पर्मैक्स), और रोपिनीरोले (रिक्विप); सिप्रोफ्लोक्सासिन (सिप्रो), गैटिफ्लोक्सासिन (टेक्विन) (संयुक्त राज्य अमेरिका में उपलब्ध नहीं), लेवोफ्लॉक्सासिन (लेवाक्विन), नॉरफ्लोक्सासिन (नोरोक्सिन), टॉक्सोकारिन (फ्लोक्सिन) सहित फ्लूरोक्विनोलोन एंटीबायोटिक्स, अन्य; फ्लुवोक्सामाइन (ल्यूवॉक्स); आईपीट्रोपियम (एट्रोवेंट); चिंता, उच्च रक्तचाप, चिड़चिड़ा आंत्र रोग, मानसिक बीमारी, गति बीमारी, पार्किंसंस रोग, दौरे, अल्सर या यूरिन प्रॉब्लम्स  के लिए दवाएं; ओमेप्राजोल (प्रिलोसेक); रिफैम्पिन (रिफैडिन);  नींद की गोलियां; टिक्लोपीडिन (टिक्लिड); और ट्रैंक्विलाइजर। आपके डॉक्टर को आपकी दवाओं की खुराक को बदलने या उनके साइड इफेक्ट्स जानने के लिए सावधानीपूर्वक निगरानी करने की जरूरत हो सकती है।
  • अपने डॉक्टर को जरूर बताएं अगर आपने कभी स्ट्रीट ड्रग्स का इस्तेमाल किया है या नहीं, या डॉक्टर की निर्धारित दवाओं का इस्तेमाल किया है। अगर आपको कभी स्ट्रोक हुआ है, या मिनी-स्ट्रोक, दिल की बीमारी या दिल का दौरा, अनियमित दिल की धड़कन, दौरे, स्तन कैंसर, कोई भी ऐसी स्थिति जो आपको निगलने में कठिनाई, हाई या लो ब्लडप्रेशर, आपके खून में फैट (कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स) का एक उच्च स्तर, सफेद रक्त कोशिकाओं की कम संख्या, लिवर या प्रोस्टेट रोग, लकवाग्रस्त इलेयुस (ऐसी हालत जिसमें खाना आंत से नहीं जा सकता); ग्लूकोमा ( आंख की स्थिति), या हाई ब्लड शुगर, या अगर आपके या आपके परिवार में किसी को कभी भी डायबिटिज हुई है। अपने डॉक्टर को बताएं कि क्या आपको गंभीर उल्टी या दस्त या डीहाईड्रेशन के संकेत हैं, या अगर इलाज के दौरान इनमें से कोई भी लक्षण आपको महसूस होते हैं।अगर किसी साइड इफेक्ट के चलते दिमागी बीमारी की दवा लेना बंद करना पड़ा है तो उसके बारे में डॉक्टर को बताएं।
  • अगर आप सर्जरी करवा रहे हैं, जिसमें दांतों की सर्जरी भी शामिल है, तो अपने डॉक्टर या दांत के डॉक्टर को बताएं कि आप ओलैंजपिन ले रहे हैं।
  • आपको पता होना चाहिए कि ओलैंजपिन से आपको चक्कर आ सकता है। जब तक दवा का असर ना पता चलें तब तक गाड़ी या मशीन ना चलाएं।
  • आपको पता होना चाहिए कि इस दवा के कारण होने वाले असर को शराब और बढ़ा सकती है। ओलैंजपिन लेते समय शराब न पिएं।
  • अपने डॉक्टर को बताएं कि आप तंबाकू के उत्पाद का सेवन करते हैं। सिगरेट पीने से इस दवा का असर कम हो सकता है।
  • आपको पता होना चाहिए कि ओलैंजपिन लेने के बाद जब आप लेट कर उठते हैं, तो यह आपके धड़कन तेज या धीमी कर सकता है, चक्कर आना, चक्कर आना और बेहोशी का कारण बन सकता है। शुरुआत में ओलैंजपिन लेने से यह सारी परेशानियां हो सकती हैं । इस परेशानी से बचने के लिए, बिस्तर से धीरे-धीरे उठें, खड़े होने से पहले कुछ मिनट के लिए अपने पैरों को फर्श पर टिकाएं।
  • ओलैंजपिन लेने की वजह से शरीर ज्यादा गरम होने के बाद दोबारा ठंडा होने में समय लगाता है। अगर आप अधिक एक्सरसाइज या ज्यादा गर्मी में जाने की योजना बना रहे तो अपने अपने डॉक्टर को बताएं।
  • अगर आपको फेनिलकिटोनुरिया (पीकेयू, एक जेनेटिक स्थिति जिसमें दिमागी बीमारी को रोकने के लिए खास डायट फॉलो करना चाहिए) है, तो आपको पता होना चाहिए कि ओलैंजपिन की गोलियों में एस्पार्टेम होता है जो फेनिलएलनिन बनाता है।
  • किशोरों के इलाज के लिए ओलैंजपिन का इस्तेमाल करते समय, इसका पूरा इलाज ट्रीटमेंट प्रोग्राम से होना चाहिए जिसमें परामर्श और शैक्षिक सहायता शामिल हो सकती है। यह जरुर देखें कि आपका बच्चा डॉक्टर और के निर्देशों का पालन करता है।

क्या प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडींग के दौरान ओलैंजपिन (olanzapine) लेना सुरक्षित है?

प्रेग्नेंसी या ब्रेस्टफीडिंग के दौरान इसके इस्तेमाल करने से महिलाओं को किस तरह की परेशानियां हो सकती हैं इसके बारे में अभी कोई खास जानकारी नहीं है। ऐसे में इसके इस्तेमाल से पहले हमेशा अपने चिकित्सक से परामर्श करें। अगर आप गर्भवती हैं तो अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं, खासकर अगर आप अपनी गर्भावस्था के आखिरी महीनों में हैं, या अगर आप गर्भवती होने की योजना बना रही हैं या स्तनपान करा रही हैं।अगर आप ओलैंजपिन लेते समय गर्भवती हो जाती हैं, तो अपने डॉक्टर को बताएं। अगर गर्भावस्था के अंतिम महीनों में यह दवा ली जाती है, तो डिलिवरी के बाद नवजात शिशुओं में ओलैंजपिन की समस्या हो सकती है।

और पढ़ें: प्रेग्नेंसी में आने वाले 6 अजीबोगरीब सपने

ओलैंजपिन के क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?

अगर आपको एलर्जी के इन लक्षणों में से कोई भी है, तो इमरजेंसी मेडिकल मदद लें: जैसे कि हाईव्स; सांस लेने मे परेशानी; चेहरे पर सूजन, होंठ, जीभ या गले की सूजन।

ओलैंजपिन का उपयोग करना बंद करें और अगर आपको इनमें से कोई भी गंभीर साइड इफेक्ट हो तो अपने डॉक्टर को बताएं:

  • सख्त (कठोर) मांसपेशियां, तेज बुखार, कंपकंपी, पसीना, भ्रम, तेज या असमान्य दिल की धड़कन, धीमी हृदय गति, ऐसा महसूस होना कि आप बेहोश होने वाले हैं
  • आंखें, होंठ, जीभ, चेहरे, हाथ का बेकाबू होना, या पैर को हिलाना
  • बोलने या निगलने में परेशानी
  • मुंह का सूखना, प्यास, बहुत गर्मी लगना (पसीने के साथ या बिना), सामान्य से कम यूरिन पास होना या बिलकुल नहीं होना।
  • हाई ब्लड शुगर (ज्यादा प्यास लगना, भूख में कमी, पेशाब में जलन, नींद आना, शुष्क त्वचा, मतली और उल्टी);
  • अचानक सुन्नता या कमजोरी, भ्रम, या नजर, बोलना या संतुलन के साथ समस्याएं;
  • बुखार, ठंड लगना, शरीर में दर्द, फ्लू के लक्षण, आपके मुंह और गले में घाव;
  • आपके हाथों या पैरों में सूजन;
  • व्यक्तित्व में बदलाव, असामान्य विचार या व्यवहार, भ्रम या खुद को चोट पहुंचाने के बारे में सोचना; या
  • पेट के ऊपरी में दर्द, खुजली, भूख में कमी, गहरे रंग का यूरिन, मिट्टी के रंग का स्टूल, पीलिया (त्वचा या आंखों का पीला पड़ना).

कम गंभीर साइड इफेक्ट्स में शामिल हैः

  • वजन बढ़ना खासकर किशोरों में ), ज्यादा भूख लगना
  • सिरदर्द, चक्कर आना, नींद आना, कमजोरी और थकान महसूस करना
  • याददाश्त की परेशानी
  • पेट दर्द, कब्ज, ज्यादा यूरिन होना
  • पीठ दर्द, हाथ और पैरों में दर्द
  • सुन्न होना या अलग भावनाएं महसूस होना
  • ब्रेस्ट में सूजन या डिस्चार्ज (आदमी और औरतों दोनों में)
  • पीरियड्स ना होना.

हर किसी को यह साइड इफेक्ट्स महसूस नहीं होते। कुछ ऐसे भी प्रभाव है जो इस लिस्ट में शामिल नहीं हैं। अगर आपको किसी साइड इफेक्ट के बारे में कोई परेशानी है, तो अपने डॉक्टर से परामर्श करें।

और पढ़ें: पीरियड्स के दौरान जरूर फॉलो करें ये मेन्स्ट्रुअल हाइजीन

कौन सी दवाएं ओलैंजपिन (olanzpine) के साथ इस्तेमाल नहीं की जा सकती हैं?

ओलैंजपिन दूसरी दवाओं के साथ लेने की वजह से आपकी दवाओं का असर बदल सकता है और साइड इफेक्ट का खतरा बढ़ सकता है। दूसरी दवाओं के रिएक्शन से बचने के लिए हमेशा अपनी दवाओं की लिस्ट बनाएं औऱ अपने डॉक्टर को इसके बारे में बताएं। सुरक्षा के नजरिए से किसी भी दवाई की खुराक को बढ़ाने, घटाने और बंद करने से पहले अपने डॉक्टर से जरूर बात करें। खासकर जब :

  • ट्रेमेडॉल ले रहे हो क्योंकि इससे ऑपरेशन का रिस्क बढ़ सकता है
  • हाई ब्लड प्रेशर के लिए दवाएं अल्फा-ब्लॉकर्स (जैसे, डॉक्साजोसिन), डायजेपाम , क्योंकि इनसे ब्लड प्रेशर लो और बेहोशी का खतरा बढ़ सकता है
  • एंटीकोलिनर्जिक्स (जैसे, स्कोपोलामाइन), बेंजोडायजेपींस (जैसे, लोराजेपम) या फ़्लुवोक्सामाइन क्योंकि वे ओल्जानपाइन के साइड एफेक्ट के खतरे को बढ़ा सकते हैं
  • कार्बामाजेपिन, एचआईवी प्रोटीज इनहिबिटर्स (जैसे, रटनवीर), ओमेप्राजोल या रिफैम्पिन, क्योंकि वे ओलैंजपिन के असर को कम कर सकते हैं।

डोपामाइन रिसेप्टर एगोनिस्ट (जैसे, प्रैमिपेक्सोल) या लेवोडोपा क्योंकि उनका असर ओलैजपिन से कम किया जा सकता है।

क्या भोजन और एल्कोहॉल के साथ ओलैंजपिन का इस्तेमाल किया जा सकता है?

ओलैंजपिन दवा खाने या एल्कोहॉल के साथ मिलकर अपना असर बदल सकती है और इससे साइड इफेक्ट का रिस्क बढ़ सकता है। इस दवा को इस्तेमाल करने से पहले पहले अपने डॉक्टर से ऐसे खाने या एल्कोहॉल इंटरैक्शन पर बात करें। खासकर अंगूर के फलों का रस, विशेष रूप से:

  • ब्लड वेसेल डिजीज और सर्कुलेशन प्रॉब्लम
  • हार्ट अटैक और स्ट्रोक, हिस्ट्री या
  • हार्ट डिजीज या
  • हार्ट फेलियर या
  • दिल की धड़कन में समस्या या
  • लो ब्लड प्रेशर या
  • हाइपोवोलिमिया (low blood volume)— इससे साइडइफेक्ट और बढ़ सकता है
  • ब्रेस्ट कैंसर, प्रौलेक्टिन- डिपेडेंट या
  • ग्लूकोमा, नेैरो एंगल
  • हाइपरलिपिडिमा (high cholesterol or fat in the blood) या
  • हाइपरप्रोलेक्टिनिमिया (खून में हाई प्रोलेक्टिन) या
  • लिवर डिजीज या
  • पैरालिटिक एलियुस (severe intestinal problem), पहले कभी परेशानी
  • प्रोस्टैटिक हाइपरट्रॉफी (enlarged prostate) या
  • ऑपरेशन वाले इस दवा को संभाल कर इस्तेमाल करें। यह दवा कंडिशन खराब कर सकती है।
  • डायबिटीज या
  • हाइपरग्लाइसिमिया (high blood sugar)- यह दवा ब्लड शुगर का स्तर बढ़ा सकती है।

ओलैंजपिन खाने से स्वास्थ्य पर किस तरह का प्रभाव पड़ता है?

ओलैंजपिन आपकी हेल्थ कंडिशन से इंटरेक्ट करता है। यह इंटरैक्शन आपके स्वास्थ्य को खराब कर सकता है या दवा के काम करने के तरीके को बदल सकता है। यह हमेशा जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर को अफने स्वास्थ्य के बारें में बताएं।

और पढ़ें: फॉलो करें यह बनाना डायट प्लान, जल्दी घटेगा वजन

ओलैंजपिन कैसे उपलब्ध है? 

ओलैंजपिन इन खुराकों में उपलब्ध है:

सॉल्यूशन के लिए पाउडर , इंट्रामस्क्यूलरः 10 मिलीग्राम/2 मिली ग्राम

इमरजेंसी या ओवरडोज होने की स्थिति में क्या करना चाहिए?

इमरजेंसी या ओवरडोज के लिए, अपने लोकल इमरजेंसी सर्विस या पास के अस्पताल में फोन करें।

ओवरडोज के लक्षण इस प्रकार है:

  • बेहोशी
  • बोलने में अटकना
  • चिढ़चिढ़ापन
  • तेज धड़कना
  • कंट्रोल ना होने वाले मूवमेंट
  • कोमा (loss of consciousness for a period of time)

क्या करना चाहिए अगर एक खुराक लेना भूल जाएं ?

अगर ओलैजपिन की खुराक लेना भूल जाते हैं तो याद आने पर जल्द से जल्द अपनी खुराक लें। हालांकि, अगर इसके कुछ ही समय बाद आपको अपनी अगली खुराक लेनी हो तो इसे न लें और अपनी नियमित खुराक के अनुसार ही इसका सेवन करते रहें।

डिस्क्लेमर

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