के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Shruthi Shridhar
फूल गोभी पौष्टिक गुणों से भरपूर एक सब्जी है, वैसे तो भारत में सफेद फूल गोभी का अधिक इस्तेमाल किया जाता है लेकिन, इसमें भी आपको कई प्रकार देखने को मिलेंगे। यह ब्रेसिक्का परिवार की सदस्य है जिसमें, ब्रोकली और पत्तागोभी भी शामिल हैं। सबसे पहले इसकी खेती एशिया में की गई थी। ये सफेद, बैंगनी और ऑरेंज रंग में आती है। इनमें सबसे ज्यादा पौष्टिक ऑरेंज फूल गोभी को माना जाता है क्योंकि, सफेद की तुलना में ऑरेंज फूलगोभी में विटामिन ए की मात्रा अधिक पाई जाती है।
फूल गोभी में फाइबर, विटामिन-बी, विटामिन-सी, फोलेट, विटामिन-के का अच्छा स्त्रोत है। इसमें मैग्नीशियम, कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम और मैंग्नीज जैसे खनिज भी उपलब्ध होते हैं। प्रोटीन से भरपूर फूल गोभी में वसा कम मात्रा में होती है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) के अनुसार पावर हाउस फलों और सब्जियों की लिस्ट में फूल गोभी 24वें स्थान पर है।
फूल गोभी की सीजन विंटर यानी सर्दियों को माना गया है, लेकिन देश के विभिन्न राज्यों में गोभी हर सीजन में उपलब्ध होती है। फूल गोभी तो ज्यादातर लोग खाते हैं, लेकिन बहुत ही कम लोग होंगे जो इसके फायदे के बारे में जानते हो।
कैंसर के उपचार में लाभकारी है :
फूल गोभी में एंटी-ऑक्सीडेंट्स और फाइटो न्यूट्रिएंट्स होते हैं जो कैंसर से कवच प्रदान करते हैं। कई अनुसंधान में पता चला है कि इसमें ग्लूकोसाइनोलेट्स शामिल होते हैं, जो कैंसर की कोशिकाओं के विकास में बाधा डालते हैं। इसका सेवन यूट्रस में कैंसर, फेफड़ों में कैंसर, ब्रेस्ट कैंसर, प्रोस्टेट कैंसर आदि के जोखिम को कम करने में सहायता करता है। इसके अलावा, यह स्वस्थ्य ह्दय के लिए लाभदायक है।
स्वस्थ्य ह्दय के लिए फायदेमंद :
फूल गोभी के सेवन से ब्लड सर्क्यूलेशन में सुधार होता है। इसमें मौजूद ग्लूकोराफेनिन रक्त वाहिकाओं को बनाए रखने का काम करता है। इसलिए हार्ट के पेशेंट को इसका सेवन करना चाहिए लेकिन, ध्यान रखें इसके ज्यादा सेवन से एसिडिटी की परेशानी हो सकती है।
हॉर्मोन को करे संतुलित :
फूल गोभी में पाए जाने वाले फाइटोएस्ट्रोजन हॉर्मोन को संतुलित रखने में मददगार हैं। इससे असंतुलित हॉर्मोन के कारण होने वाली बीमारियों से बचा जा सकता है। शरीर में अगर हॉर्मोन लेवल सही रहेगा तो कई बीमारियों और परेशानियों से बचा जा सकता है।
डायबिटीज के पेशेंट्स के लिए भी है अच्छी :
डायबिटीज टाइप 2 के पेशेंट्स के लिए गैर स्टार्च वाली सब्जियां बेहतर होती हैं। फूल गोभी स्टार्च रहित होती है। अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन के मुताबिक शुगर लेवल को नियंत्रित करने के लिए प्रतिदिन स्टार्च रहित सब्जियों का सेवन करना चाहिए। इसलिए अगर आप डायबिटीज के मरीज हैं तो आप इसका सेवन कर सकते हैं। इसके सेवन से शुगर लेवल बढ़ने का खतरा नहीं रहेगा।
हड्डियों का विकास :
इसमें अच्छी मात्रा में विटामिन-सी पाया जाता है। ये शरीर में कोलेजन के उत्पादन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। ये सूजन को कम करने के साथ जोड़ों और हड्डियों में होने वाली समस्याओं के लिए भी प्रभावकारी है। इसलिए बच्चों, वयस्कों और बुजुर्गों सभी के लिए फायदेमंद है।
अल्जाइमर :
कॉलीफ्लॉवर में सल्फोराफेन और इंडोल्स होता है जो न्यूरो संबंधित परेशानी के उपचार में मदद करता है। अल्जाइमर की बीमारी ज्यादातर बढ़ती उम्र में होती है।
आंखों के लिए :
फूल गोभी विटामिन सी का एक अच्छा स्त्रोत है। वैज्ञानिक शोध के अनुसार, इसका सेवन मोतियाबिंद के जोखिम को भी कम करता है।
प्रेग्नेंसी में सहायक :
फोलेट से भरपूर होने के कारण फूल गोभी को गर्भावस्था के दौरान में खाना अच्छा होता है। शिशु के स्वस्थ तंत्रिता के विकास के लिए फोलेट महत्वपूर्ण माना जाता है।
वजन कम करने में लाभदायक :
कई अध्ययनों में भी इस तथ्य का समर्थन किया गया है कि फूल गोभी वजन कम करने के लिए वरदान समान है। इसमें मौजूद सल्फोराफेन एलडीएल के स्तर को कम करने में सहायता करता है।
इसमें ऐसे रसायन होते हैं जो हमारे शरीर को भोजन या पर्यावरण से होने वाले कैंसर को पनपने नहीं देते हैं। इसमें अधिक मात्रा में एंटी-ऑक्सीडेंट्स होते हैं, जो बीमारियों से कोसों दूर रखने में मदद करते हैं।
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फूल गोभी का सीमित मात्रा में सेवन करना सेफ होता है। इसको अधिक मात्रा में लेना हानिकारक साबित हो सकता है। जो लोग खून को पतला करने की दवाइयों का सेवन कर रहे हैं, उन्हें अचानक से अधिक मात्रा में गोभी का सेवन करना शुरू नहीं कर देना चाहिए। इससे उनके शरीर में विटामिन-के बढ़ जाएगा और उन्हें फायदा पहुंचने की जगह नुकसान हो सकता है।
अगर आप डायट का ख्याल रखते हुए फाइबर युक्त खाने का सेवन कर रहे हैं तो अपनी ओवरऑल डायट का ख्याल रखें। इसमें फाइबर उच्च मात्रा में होता है जो पेट में सूजन और पेट फूलने की शिकायत पैदा कर सकते है।
इसमें कई ऐसे कार्बोहाइड्रेट होते हैं जो पाचन तंत्र में पूरी तरह टूट नहीं पाते हैं, जो कई बार स्वास्थय के लिए हानिकारक साबित होते हैं।
इसमें प्यूरीन होता है, जिस वजह से इसके अत्यधिक सेवन से यूरिक एसिड का निर्माण हो सकता है। यूरिक एसिड के बढ़ने से बाद में दूसरी बीमारियां घेर सकती हैं।
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इसके सेवन से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। जैसे-
जरूरी नहीं हर किसी में ये ही साइड इफेक्ट्स दिखाई दें। अगर आपको इससे अलग भी कोई साइड इफेक्ट दिखते हैं तो तुरंत अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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दरअसल इसका सेवन सब्जी के रूप में किया जाता है। इसलिए इसे अपने आहार में संतुलित मात्रा में लेने से फायदा मिल सकता है। हालांकि इसके खुराक को लेकर कोई सही जानकारी चाहते हैं तो अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से संपर्क करें।
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यह निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है। जैसे-
अगर आप फूल गोभी और इसके फायदे से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। अगर आप किसी बीमारी को दूर करने के लिए गोभी का सेवन करना चाहिते हैं तो सब्जी के तौर पर गोभी का सेवन कर सकते हैं। एक बात का ध्यान रखें कि अगर आपको गोभी से एलर्जी है तो गोभी का सेवन बिल्कुल भी करें। अपने विशेषज्ञ से इस बारे में जरूर पूछें।
डिस्क्लेमर
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