जरुरी बातें जानें
चिकोरी (Chicory) क्या है?
चिकोरी या कासनी एक पौधा है जो मूल रूप से उत्तर-पश्चिमी यूरोप में उगाया जाता है। कासनी की जड़ें फाइबर के तौर पर एक उच्च स्त्रोत होता है, जिसका इस्तेमाल एक इंसुलिन के तौर पर किया जा सकता है। हालांकि, कासनी का इनुलिन पचाया नहीं जा सकता है, इसलिए इसका उपयोग कुछ तरह की स्वास्थ्य स्मस्याओं के उपचार के लिए दवाओं और खाद्य पदार्थों में किया जाता है। आमतौर पर खाद्य पदार्थओं में इसका इस्तेमाल शुगर की जगह पर किया जा सकता है। यह स्वाद में मीठा होता है, लेकिन शुगर फ्री होता है।
आमतौर पर फ्रांस और जापान में कासनी की जड़ों का इस्तेमाल खासतौर पर कॉफी के लिए किया जाता है। इसका इनुलिन शरीर के पाचन क्रिया को बढ़ावा दे सकता है। साथ ही, यह दावा भी किया जाता है कि प्रीबायोटिक और फाइबर के रूप में इसकी जड़ का लगभग 90 फीसदी इनुलिन शरीर के अंदर आंत में जाता है और वहां मौजूद बैक्टीरियों द्वारा खाया जाता है।
चिकोरी या कासनी क्यों इस्तेमाल होती है?
कासनी का उपयोग भूख बढ़ाने के लिए, पेट की परेशानी में, कब्ज की समस्या में, रेचक और पेशाब की मात्रा बढ़ाने में, लिवर और पित्ताशय की परेशानी में, कैंसर और रैपिड हार्टबीट्स को काबू करने इत्यादि बातों के लिए होता है।
इसका उपयोग यूरिन की मात्रा बढ़ाने के लिए, लिवर को लम्बे समय तक सुरक्षित रखने के लिए और कॉफी की उत्तेजकता घटाने के लिए एक “टॉनिक’ की तरह भी होता है। साथ ही, कई लोग चिकोरी के पत्तो का पेस्ट बना के, इस पेस्ट को अपने चेहरे पे सीधा लगाते है। माना जाता है की इस पेस्ट को अपनी त्वचा पे लगाने से सूजन और घाव पे आराम मिलता है।
क्या असर करती है चिकोरी हमारे शरीर पर?
कासनी औषधि के रूप में कैसे सहायक है, इसके बारे में कोई ठोस जानकारी उपलब्ध नहीं है, इसी लिए चिकोरी के कोई भी सप्लीमेंट्स लेने से पहले खास अपने किसी डॉक्टर या औषधि निष्णात से संपर्क करें। हालांकि, कई प्रयोगो से ये साबित हुआ है की चिकोरी में एस्क्युलेटिन (a phenolic coumarin) नामक केमिकल होता है। यह केमिकल ही लिवर को होनेवाली हानि से उसको एवं शरीर को बचाता है।
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क्या सावधानी बरतें चिकोरी के इस्तेमाल से पहले?
चिकोरी का उपयोग करने से पहले ज़रूर जाने ये बातें और सावधानी रखें:
कासनी को भांप, नमी और सूर्य के प्रकाश से दूर ही रखें।
पहली बार चिकोरी का यूज करने से पहले आपके शरीर में किसी भी प्रकार का रिएक्शन जैसे की त्वचा पे दाने होना, खुजली या किसी हिस्से में सूजन आना वगैरह बातों की जांच कर लें। अगर इस तरह का कोई भी रिएक्शन या असर आप नोटिस करें, तो तुरंत ही चिकोरी का यूज बंध करें।
औषधियों की उपलब्धि व उनकी खरदारी पे लगे नियम आम दवाइयों की तुलना में कम होते है। औषधियों के बारे में सही जानकारी पाने के लिए सही अध्ययन की जरुरत है। यह औषधि किसी भी खुराक या दवाई का विकल्प नहीं हो सकती परन्तु यह औषधि शरीर की कमी की पूरक बन सकती है। इसका इस्तेमाल करने से पहले इससे संभव नुकसान या हानि की जानकारी लेना आवश्यक है। इस्तमाल के पहले ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या औषधि निष्णात से बात करे।
कितना सेफ है चिकोरी या कासनी का इस्तेमाल?
बच्चों को कासनी का किसी भी तरह उपयोग न करने दे। बल्कि ध्यान रहे, चिकोरी बच्चों से दूर ही रखे। गर्भवती महिलाओ व ब्रेस्ट फीडिंग मदर्स को भी इसका उपयोग नहीं करना चाहिए।
अगर आप हृदय रोग से पीड़ित है तो भी आपके लिए इसक इस्तेमाल उचित नहीं है।
इस औषधि का पूरे ध्यान से उपयोग करें। अगर आपको पित्ताशय में पथरी है तो अपने डॉक्टर या हेर्बलिस्ट से सलाह लेने के बाद ही इसका प्रयोग शुरू करें।
अगर आपको किसी भी प्रकार की हेल्थ कंडीशन है तो बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी प्रकार की औषधी का सेवन न करें। आप विशेषज्ञ से जानकारी लेने के बाद ऐसा कर सकते हैं।
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चिकोरी के साइड इफेक्ट्स
जानिए चिकोरी से आपको क्या साइड इफेक्ट्स हो सकती है?
चिकोरी त्वचा व स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है लेकिन इससे कई किस्म की हानियां भी हो सकती है। इनमें से कुछ है संपर्क से होने वाले स्किन के रोग और स्किन की अन्य छिपी बीमारियां। याद रखें, पित्ताशय की गांठ होने पर यदि आप चिकोरी यूज करना चाहते हो तो पहले अपने डॉक्टर की सलाह लें। जरूरी नहीं की सभी को यही साइड इफेक्ट्स महसूस हो। कुछ साइड इफेक्ट्स ऐसी भी हो सकती है जो यहां बताई न गई हो। आपको साइड इफेक्ट्स के बारे में कोई भी जानकारी चाहिए या आप इसके इस्तेमाल से पहले पता करना चाहे, तो आप अपने डॉक्टर या औषधि विशेषज्ञ की मदद जरूर ले।
चिकोरी से जुड़े परस्पर प्रभाव
क्या प्रभाव हो सकता है चिकोरी के साथ अन्य दवाइयां लेने से?
इस हर्बल सप्लीमेंट को आप अपनी कोई भी दवाई जो आप अभी मेडिकल एडवाइस के साथ लें रहे हो, उसके साथ लें सकते हो। बस अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से एक बार बात करे की आप अपनी दवाई के साथ चिकोरी सप्लीमेंट यूज करना चाहते हो। चिकोरी से आपके ह्रदय के फंक्शन में व खून के दबाव और रफ़्तार में फर्क महसूस हो सकता है और ह्रदय की एक्टिविटी में भी फर्क होने की सम्भावना रहती है। चिकोरी आपके PT और INR टेस्ट के रिजल्ट को बदल सकता है।
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कितनी मात्रा में लें चिकोरी?
यहां दी गई सलाह किसी भी मेडिकल एडवाइस या डॉक्टर की सलाह का विकल्प नहीं है। न ही यह सलाह आपको बिना किसी विशेषज्ञ की सलाह के यह दवाई लेने की सलाह देती है। यह सप्लीमेंट यूज करने से पहले अपने डॉक्टर या औषधि निष्णात की सलाह लेना आवश्यक है।
चिकोरी कितनी मात्रा में लें?
चिकोरी की मात्रा तय करता हुआ कोई भी लेटेस्ट मेडिकल की मंजूरी वाला पत्र नहीं निकला है। सामान्यतः इस औषधि का नियमित रूप से चयन 3 से 5 ग्राम प्रति दिन का है। इस हर्बल सप्लीमेंट की मात्रा हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक मात्रा आपकी उम्र, स्वास्थ्य और अन्य कई चीजों पर निर्भर रहती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही मात्रा की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
चिकोरी कौन से रूप में मिलती है?
यह हर्बल सप्लीमेंट इनमें से किसी भी रूप में आप लें सकते हो:
- साबुत औषध
- एक्सट्रेक्ट और मूल
उपरोक्त दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। आपको चिकोरी का उपयोग करना है तो बेहतर होगा कि पहले किसी विशेषज्ञ से इस बारे में जानकारी लें और फिर इसका उपयोग करें।
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