परिचय
चमेली का फूल अपनी खुशबू के लिए जाना जाता है। भारत में इसका इस्तेमाल इत्र बनाने और सौंदर्य प्रशाधनों में खुशबू को बढ़ाने में किया जाता है। चमेली ओलिएसिई (Oleaceae) प्रजाति का फूल है। भारत से यह पौधा अरब के मूर लोगों द्वारा उत्तर अफ्रीका, स्पेन और फ्रांस पहुंचा।
चमेली (Jasmine) का इस्तेमाल किस लिए किया जाता है?
- मानसिक सतर्कता
- हेपेटाइटिस और सिरोसिस जैसी लिवर के रोग
- गंभीर दस्त (पेचिश) के कारण पेट में दर्द
- यौन इच्छा बढ़ाने में
चमेली (Jasmine) कैसे काम करता है?
यह किस बीमारी में किस तरह काम करता है, इस पर पर्याप्त अध्ययन नहीं हुए हैं इसलिए इसका इस्तेमाल किसी भी तरह की दवाई के तौर पर करने से पहले कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
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चमेली से जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनी
चमेली का इस्तेमाल करने से पहले मुझे क्या पता होना चाहिए?
- अगर आप गर्भवती हैं या फिर शिशु को स्तनपान करवा रही हैं, तो इसका सेवन करने से पहले एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लें। ऐसा इसलिए है कि गर्भावस्था में महिला को खान पान का ध्यान रखना जरूरी है, ऐसे में अगर इसका सेवन किया जाए, तो कई बार यह नुकसानदायक साबित हो सकता है। इसलिए एक बार डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
- अगर आप कोई स्वास्थ्य संबंधी दवाई का सेवन कर रहे हैं, तो इसका सेवन करने से बचें।
- अगर आपको किसी तरह की एलर्जी या दवाई से नुकसान है, तो जैसमिन का सेवन बिना डॉक्टर के सुझाव के न करें।
- आपको कोई अन्य बीमारी, विकार या कोई चिकित्सीय उपचार चल रहा है, तो इसका सेवन न करें।
- यदि आपको किसी तरह के खाने, जानवर या सामान से एलर्जी है, तो इसका करने से बचना चाहिए।
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प न मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
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चमेली का इस्तेमाल कितना सुरक्षित है?
इसपर हुए हाल ही में शोध में यह बात सामने आई है कि इसकी एक निश्चित मात्रा को खाने के तौर पर इस्तेमाल की जाए, तो यह सुरक्षित है। हालांकि दवा के तौर पर यह कितना सुरक्षित है इसकी जानकारी अभी तक प्राप्त नहीं हो पाई है।
चमेली से जुड़ी सावधानियां और चेतावनी
गर्भावस्था और स्तनपानः अगर आप गर्भवती हैं या फिर छोटे शिशु को स्तनपान करवा रही हैं, तो इसका इस्तेमाल कैसे और कितनी मात्रा में करना है इसकी जानकारी और नकारात्मक पहलूओं के बारे में पहले से जानकारी प्राप्त कर लें। शोधकर्ताओं का मानना है कि गर्भावस्था और स्तनपान के दौरान महिलाओं को बिना डॉक्टर की सलाह के किसी तरह की दवा या अन्य हर्बल सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
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चमेली के साइड इफेक्ट
चमेली से किस तरह के साइड इफेक्ट हो सकते हैं?
इसपर हुए शोध में यह बात सामने आई है कि इसका इस्तेमाल करने से कई लोगों को एलर्जी हो सकती है। हालांकि, यह हर व्यक्ति पर लागू नहीं होता है। अगर इसका इस्तेमाल करने से किसी भी तरह की एलर्जी या अन्य परेशानी होती है, तो कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से परामर्श करें।
प्रभाव
चमेली मुझे किस तरह से प्रभावित कर सकता है?
इसका सेवन आपके द्वारा वर्तमान में ली जाने वाली दवाइयों पर असर कर सकता है। अगर आप किसी भी तरह की बीमारी से जूझ रहे हैं और दवाई का सेवन कर रहे हैं, तो चमेली लेने से पहले डॉक्टर या हर्बलिस्ट से चर्चा जरूर करिए।
चमेली की खुराक
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प न मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
चमेली की सामान्य खुराक क्या है?
चमेली की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। जड़ी बूटी हमेशा सुरक्षित नहीं होती हैं, इसलिए इसका सेवन करने से पहले और अपनी उचित खुराक जानने के लिए कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
चमेली किस रूप में उपलब्ध है?
चमेली निम्नलिखित रूपों में बाजार में उपलब्ध है:
- फ्रैश जैसमीन
- लिक्विड एक्स्ट्रेक्ट
- ऑयल
- पाउडर
- चाय
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