के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist
जियागुलान एक ऐसा पौधा है, जो एशिया के जंगलों के कुछ हिस्से में पाया जाता है। इसके पत्ते का प्रयोग दवाई बनाने में किया जाता है। इसे “साउथर्न जिनसेंग’ के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यह पौधा साउथ सेंट्रल चीन में उगता है और जिनसेंग की तरह ही इसका प्रयोग किया जाता है। चीनी जियागुलान को “अमरता” जड़ी बूटी कहते हैं और दावा करते हैं कि इसमें कायाकल्प गुण हैं। कई लोग कहते हैं कि यह शरीर को तनाव से छुटकारा दिलाने के साथ-साथ हृदय स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में मदद कर सकती है।
इसका सेवन ओरल तरीके से किया जाता है। यह हमारे लिए कई तरह से फायदेमंद है, आमतौर पर इसका उपयोग कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, लीवर के रोग, मोटापे, उच्च रक्तचाप और हृदय की कार्यक्षमता में सुधार के लिए किया जाता है। इसका उपयोग प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, स्ट्रेस को कम करने (एडेपोजेन) के रूप में, याददाश्त में सुधार और बालों के झड़ने और कई अन्य बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। लेकिन, इसके इन उपयोगों के पक्ष में कोई वैज्ञानिक सबूत उपलब्ध नहीं हैं। कुछ लोग जियागुलान को एंटी-एजिंग एजेंट, एंटीऑक्सिडेंट और डिटॉक्सिफाइंग एजेंट के रूप में उपयोग करते हैं।
यह हर्बल सप्लीमेंट कैसे काम करता है, इसके बारे में पर्याप्त अध्ययन नहीं किया गया है। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या औषधि विशेषज्ञ से बात करें। हालांकि, अध्ययन यह बताते हैं कि जागुलन में कुछ ऐसे पदार्थ पाए जाते हैं जो कोलेस्ट्रॉल लेवल को कम करने में सहायक हैं।
और पढ़ें : इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग (Implantation Bleeding) क्या होती है?
जागुलन का उपयोग किसलिए किया जाता है?
जागुलन का प्रयोग इन समस्याओं में किया जाता है:
कुछ लोग जागुलन का प्रयोग एंटी-एजिंग एजेंट, एंटीऑक्सीडेंट और डीटॉक्सिफाइंग एजेंट के रूप में करते हैं।
और पढ़ें : पीठ दर्द में योगा है आवश्यक
अपने डॉक्टर, फार्मासिस्ट या औषधि विशेषज्ञ से संपर्क करें, अगर:
हर्बल सप्लीमेंट के नियम दवाई के नियमों से कम सख्त होते हैं। इसकी सुरक्षा को लेकर अधिक अध्ययन किए जाने की जरूरत है। इस हर्ब को लेने के फायदे इसके जोखिमों से अधिक होने चाहिए। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से संपर्क करें।
और पढ़ें : जानिए क्या है पाचन संबंधी विकार (Digestive Disorder) और लक्षण?
अगर जागुलन को कम समय तक (चार महीनों तक) मुंह के माध्यम से लिया जाता है तो यह सुरक्षित हो सकता है
प्रेग्नेंसी और ब्रेस्ट-फीडिंग: जागुलन को अगर गर्भावस्था के दौरान लिया जाए तो यह हानिकारक हो सकता है। इसमें मौजूद केमिकल जन्म संबंधी विकारों का कारण बन सकते हैं। स्तनपान के दौरान जागुलन का सेवन सुरक्षित है या नहीं इस बारे में सही जानकारी उपलब्ध नहीं है, लेकिन सुरक्षित रहने के लिए इस स्थिति में इस का सेवन न करें।
“ऑटो-इम्यून रोग’ जैसे मल्टीप्ल स्क्लेरोसिस (MS), लुपस (सिस्टमिक लुपस एरीथेमैटोसुस, SLE), रहूमटॉइड अर्थराइटिस (RA) या अन्य स्थितियां : जागुलन के प्रयोग से हमारा इम्यून सिस्टम अधिक एक्टिव हो सकता है। यह “ऑटो-इम्यून रोगों’ के लक्षणों को बढ़ा सकता है। अगर आप ऑटो-इम्यून स्थिति के शिकार हैं तो आपको इस जड़ी-बूटी का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
रक्तस्राव विकार: जागुलन खून के जमने की प्रक्रिया को धीमा कर सकता है जिससे रक्तस्त्राव विकार बढ़ सकता है।
सर्जरी: जागुलन के प्रयोग से खून के थक्के जमने की प्रक्रिया धीमी हो जाती है। अगर आपकी कोई सर्जरी हुई है तो सर्जरी के बाद या उस दौरान ब्लीडिंग के बढ़ने का खतरा रहता है। ऐसे में सर्जरी से पहले कम से कम दो हफ्ते तक जागुलन का सेवन न करें।
और पढ़ें : Japanese Persimmon: जापानी परसीमन क्या है?
जागुलन के प्रयोग से गंभीर जी मिचलाना और दस्त जैसे कुछ साइड इफेक्ट हो सकते हैं। हर कोई व्यक्ति इन दुष्प्रभावों का अनुभव नहीं करता है। इससे ऐसे कुछ दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं जिनके बारे में यहां नहीं बताया गया है। यदि आपको साइड इफेक्ट के बारे में कोई भी चिंता है, तो कृपया अपने हर्बलिस्ट या डॉक्टर से परामर्श करें
जागुलन को अपनी मौजूदा दवाइयों या मेडिकल स्थितियों के साथ लेने से प्रभाव पड़ सकता है। इसके प्रयोग से पहले हर्बलिस्ट या डॉक्टर से पूछें।
जो उत्पाद इस हर्बल के साथ मिलकर प्रभाव डाल सकते हैं वो इस प्रकार हैं:
दवाइयां जो इम्यून सिस्टम को कमजोर करें: जागुलन इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाने में मददगार है। अगर आप जागुलन को उन दवाओं के साथ लेते हैं जो इम्यून सिस्टम को कमजोर करती हैं तो ऐसे में यह इसके प्रभाव को कम कर सकती है। ऐसी कुछ दवाइयां हैं बसिलिसिमब (basiliximab) ,सीक्लोस्पोरिन (cyclosporine) ,मुरोमोनाब-CD3 (muromonab -CD3) , मैकोफेनोलेट(mycophenolet), कॉर्टिकोस्टेरॉइडस (corticosteroids) आदि।
दवाइयां जो खून के थक्के जमने की गति को धीमा करें ( (Anticoagulant / Antiplatelet drugs)
जागुलन खून के जमने की गति को धीमी कर देता है। अगर जागुलन को ऐसी दवाओं के साथ लेते हैं जो खून के थक्के जमने की गति को धीमी कर दे तो ऐसे में नील पड़ने या ब्लीडिंग की संभावना बढ़ जाती है। यह दवाइयां हैं एस्पिरिन, आइबूप्रोफेन (Advil, Motrin, others), नेप्रोक्सेन (Anaprox, Naprosyn, others), क्लोपिडोग्रेल, हेपरिन, वैफरीन आदि।
और पढ़ें : इम्प्लांटेशन ब्लीडिंग (Implantation Bleeding) क्या होती है?
ऊपर दी गई जानकारी मेडिकल सलाह का विकल्प नहीं है। हमेशा, इस दवा का उपयोग करने से पहले अपने हर्बलिस्ट या चिकित्सक से सलाह लें।
जागुलन को कितनी मात्रा में लेना है, यह डोज हर रोगी के लिए अलग हो सकती है। आपको इसकी कितनी डोज लेनी है, यह बात आपकी उम्र, स्वास्थ्य या अन्य कई स्थितियों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होती। कृपया सही डोज जानने के लिए अपने औषधि विशेषज्ञ या डॉक्टर से बात करें।
जागुलन इन रूपों में उपलब्ध हो सकता है:
हमें उम्मीद है कि जागुलन पर आधारित यह आर्टिकल आपके लिए उपयोगी साबित होगा। इस लेख में हमने इस हर्ब से जुड़ी सभी प्रकार की जानकारी देने की कोशिश की है। यहां बताए गई स्वास्थ्य स्थितियों में आप इसका उपयोग कर सकते हैं, लेकिन डॉक्टर की सलाह से। अधिक जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से संपर्क करें।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।