लैवेंडर का इस्तेमाल किसलिए किया जाता है?
लैवेंडर (Lavender) एक जड़ी-बूटी है। इसके फूल और तेल का इस्तेमाल दवा बनाने में किया जाता है।
बेचैनी, अनिद्रा, घबराहट और डिप्रेशन के इलाज में इसका इस्तेमाल किया जाता है। इसके अलावा पाचन संबंधी समस्याओं (पेरिटोनियल कैविटी या आंतों में गैस के कारण पेट में सूजन), भूख न लगना, उल्टी, मितली, आंत में गैस और पेट खराब होने पर भी इसका उपयोग किया जाता है।
कुछ लोग दर्द से राहत के लिए लैवेंडर का उपयोग करते हैं, जैसे- माइग्रेन के कारण सिरदर्द, दांत में दर्द, मोच, नसों में दर्द, जोड़ो में दर्द, घाव आदि। यह मुंहासे और कैंसर के इलाज में भी इस्तेमाल किया जाता है और मासिक धर्म के लिए भी।
चेहरे के बाल हटाने के लिए भी इसे लगाया जाता है, साथ ही इसे लगाने से मच्छर और अन्य कीट आपसे दूर रहते हैं।
सर्कुलेशन डिसऑर्डर और मानसिक स्वास्थ्य के लिए कुछ लोग इसको नहाने के पानी में मिलाते हैं।
अनिद्रा, दर्द और डिमेंशिया के इलाज के लिए अरोमाथेरेपी में भी लैवेंडर का इस्तेमाल किया जा है।
खाने और पेय पदार्थों में इसका इस्तेमाल फ्लेवर बढ़ाने वाले तत्व के रूप में होता है।
फार्मास्यूटिकल उत्पादों में फ्रेगनेंट यानी महक के लिए लैवेंडर का इस्तेमाल होता है, जैसे- साबुन, कॉस्मेटिक्स, परफ्यूम, आदि में।
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लैवेंडर कैसे काम करता है?
यह हर्बल सप्लीमेंट कैसे काम करता है इस बारे में ज़्यादा शोध नहीं हुए है। इसलिए अपने हर्बल विशेषज्ञ या डॉक्टर से इस संबंध में जानकारी लें। हालांकि, इसमें ऐसा तेल पाया जाता है जिसमें मन को शांत करने वाले तत्व होते हैं इसके असर से कुछ मांसपेशियां रिलैक्स हो जाती हैं।
लैवेंडर से जुड़ी सावधानियां एवं चेतावनी
लैवेंडर के इस्तेमाल से पहले मुझे इसके बारे में क्या-क्या जानकारी होनी चाहिए?
अपने डॉक्टर, फार्मासिस्ट या आर्युवेदिक विशेषज्ञ से सलाह लें यदि-
- यदि आप गर्भवती हैं या स्तनपान कराती हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्भावास्था और बच्चे को स्तनपान कराने वाली महिलाओं को हमेशा डॉक्टर की सलाह से ही दवाइयां लेना चाहिए।
- आप कोई अन्य दवा ले रहे हैं। इसमें ऐसी कोई भी दवा हो सकती है जो आप डॉक्टर की पर्ची के बिना खरीद रहे हों।
- आपको जीरा, कोई अन्य दवा या किसी भी जड़ी बूटी से एलर्जी हो।
- आपको कोई बीमारी, डिस्ऑर्डर या मेडिकल कंडिशन हो।
- आपको किसी अन्य की तरह की एलर्जी हो जैसे किसी तरह के खाने से, डाई, प्रिज़र्वेटिव्स या जानवरों से।.
हर्बल सप्लीमेंट के उपयोग से जुड़े नियम, दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की ज़रुरत है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना ज़रुरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बल विशेषज्ञ या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
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लैवेंडर कितना सुरक्षित है?
यह अधिकांश व्यस्कों के लिए सुरक्षित हैं चाहे इसका खाने में इस्तेमाल किया जाए, त्वचा पर लगाया जाए, सांस के ज़रिए लिया जाए या फिर दवा में इस्तेमाल किया जाए।
खास सावधानी एवं चेतावनी:
बच्चों के लिए : ऐसे बच्चे जो प्यूबर्टी तक नहीं पहुंचे हैं उनके लिए लैवेंडर तेल युक्त कोई भी चीज़ त्वचा पर लगाना सुरक्षित नहीं है। इसके तेल में मौजूद तत्व छोटे लड़कों के सामान्य हार्मोनल विकास को प्रभावित कर सकते हैं। कुछ मामलों में लड़कों के ब्रेस्ट का असमान्य विकास हो जाता है जिसे गायनेकोमास्टिया कहते हैं। कम उम्र की लड़कियों के लिए ये उत्पाद सुरक्षित हैं या नहीं इस बारे में जानकारी नहीं है।
गर्भावस्था और स्तनपान: गर्भावस्था और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए इसका इस्तेमाल सुरक्षित है या नहीं इस बारे में पर्याप्त विश्वसनीय जानकारी नहीं है। इसलिए सुरक्षित रहें और इसके इस्तेमाल से बचें।
सर्जरी: लैवेंडर सेंट्रल नर्वस सिस्टम को धीमा कर सकता है। सर्जरी के दौरान या उसके बाद इसको एनेस्थेसिया या अन्य दवाइयों के साथ इस्तेमाल करने से सेंट्रल नर्वस सिस्टम बहुत धीमा हो सकात है। सर्जरी से दो हफ्ते पहले से लैवेंडर का इस्तेमाल बंद कर दें।
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लैवेंडर के साइड इफेक्ट
लैवेंडर से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
लैवेंडर खाने से कब्ज़, सिरदर्द और ज़्यादा भूख लगने की समस्या हो सकती है। इसे त्वचा पर लगाने से कई बार जलन हो सकती है।
हर किसी को ये साइड इफेक्ट हो ज़रूरी नहीं है। कुछ साइड इफेक्ट ऐसे भी होते हैं जो ऊपर नहीं बताए गए हैं। ऐसे में यदि आपको किसी तरह का साइड इफेक्ट हो तो तुरंत हर्बल विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।
लैवेंडर से जुड़े परस्पर प्रभाव
लैवेंडर के इस्तेमाल से अन्य किन-किन चीजों पर प्रभाव पड़ सकता है?
लैवेंडर का आपकी वर्तमान दवाइयों और बीमारियों पर असर हो सकता है। इसलिए इस्तेमाल करने से पहले हर्बल विशेषज्ञ और डॉक्टर की सलाह ज़रूर लें।
लैवेंडर के साथ परस्पर प्रभाव पैदा करने वाले उत्पादों में शामिल हैं-
- क्लोरल हाइड्रेट
क्लोरल हाइड्रेट की वजह से सुस्ती और झपकी आने लगती है। लैवेंडर क्लोहर हाइड्रेस के असर को बढ़ा देता है। इसलिए दोनों साथ में लेने से बहुत ज़्यादा झपकी (नींद) आने लगती है।
- सीडेटिव मेडिकेशन्स (बार्बिटुरेट्स)
लैवेंडर की वजह से सुस्ती और झपकी आने लगती है। जिन दवाइयों के कारण ज़्यादा नींद (झपकी) आती है उसे सिडेटिव कहते हैं। इसलिए सीडेटिव दवाइयां और लैवेंडर का एकसाथ इस्तेमाल करने से बहुत नींद आने लगती है।
कुछ सीडेटिव दवाइयों में शामिल है, एमोबर्बिटल (अमाइटल), बुटाबरबिटल (ब्यूटिसोल), मेफोबर्बिटल (मेबरल), पेंटोबार्बिटल (नेम्बुतल), फेनोबार्बिटल (ल्यूमिनल), सेकोबार्बिटल (सेकोनल) आदि।
- सीडेटिव मेडिकेशन्स (सीएनएस डिप्रेसैंट्स)
इसमें शामिल है, क्लोनाज़ेपम (क्लोनोपिन), लॉराज़ेपम (एटिवन), फेनोबार्बिटल (डोनटल), ज़ोलपिडेम (एंबियन) आदि।
लैवेंडर की खुराक
यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प ना मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह ज़रुर लें।
आमतौर पर कितनी मात्रा में लैवेंडर इस्तेमाल करना चाहिए?
निम्न खुराक का अध्ययन वैज्ञानिक शोध में किया गया है-
जब त्वचा पर लगाया जाए:
गंजेपन के लिए : एक अध्ययन में 3 बूंद लैवेंडर का तेल, 3 बूंद रोज़मेरी, 2 बूंद थाइम और 2 बूंद सीडरवुड ऑयल जैसे एसेंशियल ऑयल को 3 मिली. जोजोबा ऑयल और ग्रेपसीड ऑयल के साथ मिलाया गया। इससे हर रात गंजे सिर की 2 मिनट तक मालिश की गई और सिर के ऊपर गर्म तैलिया रखा गया ताकि यह जल्दी अवशोषित हो सके।
हर्बल सप्लीमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। खुराक मरीज की उम्र, स्वासथ्य और अन्य स्थितियों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते। कृपया सही खुराक के लिए हर्बल विशेषज्ञ या डॉक्टर से सलाह लें।
लैवेंडर किन-किन रूपों में उपलब्ध है?
लैवेंडर निम्न खुराक के रूप में उपलब्ध हो सकता है-
- एसेंशियल ऑयल
- डायट्री सप्लीमेंट (सॉफ्टजेल)
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