डायबिटीज-पैनक्रिएटिक कैंसर में संबंध (Diabetes-pancreatic cancer connection)
यदि आपको पांच साल से या उससे अधिक लंबे समय से डायबिटीज है, तो ऐसे में पैनक्रियाज में पैनक्रिएटिक कैंसर के होने का खतरा बढ़ सकता है। कई बार डायबिटीज भी अग्नाशय के कैंसर का भी एक लक्षण हो सकता है।
यदि आपका डायबिटीज पूरी तरह से कंट्राेल में है, लेकिन इसके बाद भी आप अचानक से रक्त शर्करा को नियंत्रित नहीं कर सकते हैं, तो यह पैनक्रियाज में कैंसर होने का संकेत है।
जिन लोगों को डायबिटीज और पैंनक्रियाज (Diabetes and Pancreas) कैंसर दोनो है, तो यहां दिए गए कुछ रिस्क फैक्टर उनमें रिस्क को बढ़ा देते हैं, जैसे कि:
- जंक फूड का ज्यादा सेवन (Junk Food)
- शरीरिक व्यायाम में कमी (Exercise)
- मेाटापा (obesity)
- बढ़ती उम्र (Aging)
पैनक्रियाज कैंसर के फस्ट स्टेज में लक्षणों का पता नहीं चलता है। अग्नाशय के कैंसर के इनके अलावा और भी कई कारण कारण हो सकते हैं। जिनमें फैमिली हिस्ट्री और धूम्रपान भी शामिल हैं।
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डॉक्टर से कब मिलें
डायबिटीज और पैनक्रियाज (Diabetes and Pancreas) में बहुत गहर संबंध है। लेकिन इसका यह अर्थ नहीं है कि पैनक्रियाज में होने वाली कोई भी समस्या डायबिटीज का कारण है, या उससे डायबिटीज हो सकती है, जैसे कि यदि किसी को पैनक्रियेटिक कैंसर है, तो उसे डायबिटीज की समस्या भी होगी। यह जरूरी नहीं है।
जैसा कि पैनक्रियाज शरीर में इंसुलिन के निमार्ण में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। तो डॉक्टर ऐसे में उपचार के तौर पर प्रॉब्लम को देखते हुए मेडिकेशन शुरु कर देंगे। डॉक्टर आपको आपकी लाइफस्टाइल में बदलाव की सलाह देंगे। इसके अलावा डॉक्टर आपको यह सलाह दे सकते हैं, जैसे कि:
- संतुलित आहार लें (Eat a balanced diet)
- शराब का सेवन कम करें (Reduce alcohol intake)
- कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करें (Reduce carbohydrate intake)
- नियमित रूप से व्यायाम करें (Exercise regularly)
- डॉक्टर आपको अपना वजन कंट्रोल (Weight control) करने के लिए बोलेंगे
इन सबके अलावा डॉक्टर आपको आपकी हेल्थ देखते हुए मेडिकेशन की सलाह देंगे। जैसा कि डायबिटीज एक लाइफस्टाइल डिजीज है। इसलिए इसका मेडिकेशन डॉक्टर के निगरानी में ही होना चाहिए। डायबिटीज और पैनक्रियाज के बारे में अधिक जानने के लिए डॉक्टर की सलाह लें।