जानें बच्चों में किस तरह नजर आते हैं क्षय रोग (TB) के लक्षण
क्षय रोग (TB) यानी ट्यूबरक्यूलॉसिस (Tuberculosis), जिसे तपेदिक भी कहते हैं। यह एक संक्रामक बीमारी है। जो बच्चों पर सीधे हमला करती है। बच्चे हमेशा बड़ों के साथ रहते हैं और टीबी के मरीज के संपर्क में आने से उनमें इसका संक्रमण फैलता है। यह फेफडे़ से संबंधित बीमारी है। हालांकि, ये शरीर के कई अंगों में फैल जाती है। इस बीमारी में बच्चे को सांस लेने में परेशानी होने लगती है। बच्चों के अंग बहुत ही नाजुक होते हैं इसलिए टीबी का असर उन पर अधिक होता है।
वयस्कों के मुकाबले बच्चों में टीबी ज्यादा खतरनाक होती है। टीबी की वजह से बच्चे की मौत भी हो सकती है। बच्चों में टीबी कई प्रकार की हो सकती है, जैसे- प्राइमरी, कॉम्प्लेक्स, प्रोग्रेसिव प्राइमरी टीबी, मिलियरी टीबी (गंभीर किस्म), दिमाग की टीबी, हड्डी की टीबी आदि। इनके कई लक्षण हो सकते हैं।
बच्चों में क्षय रोग (TB) के लक्षण
1.खांसी आना
बच्चे में दो हफ्ते या उससे ज्यादा समय से लगातार खांसी आना, खांसी का निरंतर बने रहना। शुरूआत में सूखी खांसी आना बाद में खांसी के साथ कफ में खून भी निकलने लगता है, जो कि बच्चे में टीबी का प्रमुख लक्षण है। इसके अलावा इस रोग में खांसी के दौरान सांस लेते वक्त बच्चे की सांस फूलने लगती है और ऑक्सीजन की कमी से बच्चा बेहोश भी हो सकता है।
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2.बुखार आना
ट्यूबरक्यूलॉसिस के कीटाणु बच्चे के फेफड़े से फैलते हुए शरीर के अन्य अंगों में बहुत जल्दी पहुंच जाते हैं। प्रोग्रेसिव प्राइमरी टीबी में बच्चा ज्यादा बीमार रहता है। इसके कारण बच्चे में लो-ग्रेड बुखार निरंतर बना रहता है। रात को सोते वक्त बच्चे को पसीना होने लगता है।
3.वजन कम होना
बच्चे में टीबी होने पर वजन घटने लगता है। क्षय रोग होने से बच्चे को भूख नहीं लगती है और वह खाने से मना करता है जिसकी वजह से उसका वजन निरंतर कम होने लगता है।
4.सुस्त रहना
खांसी और बुखार की वजह से बच्चे की रोग-प्रतिरोधक क्षमता बहुत कम हो जाती है। इस कारण से बच्चे की एनर्जी कम हो जाती है और वह सुस्त रहने लगता है। थोड़ी देर चलने पर या खेलने से बच्चे को थकान होने लगती है। किसी भी प्रकार के खेल में उसकी रूचि नहीं होती है।
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5.त्वचा में परिवर्तन
बच्चे की त्वचा बहुत ही नाजुक होती है इसलिए टीबी होने पर उसकी त्वचा पीली या लाल होने लगती है। इसके अलावा बच्चे को त्वचा का इन्फेक्शन भी होने लगता है।
क्षय रोग (TB) से बचाव
जिस घर में छोटा बच्चा हो वहां पर और तंबाकू को सेवन और धूम्रपान नहीं करना चाहिए। क्योंकि अप्रत्यक्ष रूप से धूम्रपान बच्चों में टीबी संभावना 2-3 गुना बढ़ा देती है। घर में या पड़ोस में अगर कोई टीबी का मरीज है तो बच्चे को उसके संपर्क में बिल्कुल न आने दें। टीबी से ग्रस्त बच्चे में प्राय: कुपोषण और एनीमिया पाया जाता है।
निष्कर्ष
बच्चों को टीबी होने का ज्यादा खतरा होता है। टीबी बच्चों के सामान्य विकास को प्रभावित करने के साथ-साथ जानलेवा भी साबित हो सकती है। ऐसे में इसके लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टरी मदद लेनी चाहिए।
अगर आपको अपनी समस्या को लेकर कोई सवाल हैं, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लेना ना भूलें।
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