परिभाषा
ब्लैडर स्टोन किसे कहते हैं?
ब्लैडर स्टोन (मूत्राशय में होनेवाला एक प्रकार का पत्थर) ऐसी स्थिति को कहते जब आपके ब्लैडर में ठोस मिनरल्स जम जाते हैं। जब ब्लैडर स्टोन होता है तो यूरिन का रंग गहरे एम्बर रंग से लेकर भूरा हो सकता है। यूरिन का रंग उसमें मौजूद वेस्ट और मिनरल्स की वजह से अलग-अलग हो सकता है।
ये बीमारी कितनी सामान्य है?
यह बहुत सामान्य बीमारी है। महिलाओं की तुलना में पुरुष इस बीमारी का अधिक शिकार होते हैं। यह किसी भी उम्र के रोगियों को प्रभावित कर सकती है। इस बीमारी को बहुत सी चीजों से निंयत्रित किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से बात करें।
जानिए इसके लक्षण
इस बीमारी के लक्षण क्या हैं?
ब्लैडर स्टोन के सामान्य लक्षण नीचे दिए गए हैं:
- पेट के निचले हिस्से में दर्द
- पुरुषों के लिंग में दर्द या तकलीफ होना
- पेशाब करते समय दर्द होना
- बार-बार पेशाब जाना
- पेशाब करने में कठिनाई या रुकावट पैदा होना
- पेशाब में रक्त का होना
- क्लॉउडी या एब्नार्मल गहरे रंग की पेशाब होना
- कुछ लक्षण और संकेत उपर नहीं दिए गए हैं।
अगर आप अपने शरीर के किसी लक्षण से चिंतित हैं तो तुरंत डॉक्टर से मिलें और बात करें।
मुझे अपने डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
अगर ऊपर दिए गए लक्षणों में से कोई लक्षण आपको महसूस हो रहे हैं तो अपने डॉक्टर से जरूर बात करें। हर किसी का शरीर अलग तरह से काम करता है। अपने डॉक्टर के साथ चर्चा करें और कौनसा सुझाव और उपचार आपके लिए ठीक है यह तय करें।
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जानिए इसके कारण
ये बीमारी किन कारणों से होती है?
इसकी शुरुआत तब होती है जब आपके कॉन्संट्रेटेड यूरिन की वजह से क्रिस्टल निर्मित होने लगते हैं और फिर इनका जमाव आखिर में ब्लैडर स्टोन बन जाता है। ये परेशानी आपके ब्लैडर को पूरी तरह से हानि पहुंचाने की क्षमता रखती है:
नीचे दिए गए कारणों से ये बीमारी होने की संभावना होती है:
- प्रोस्टेट ग्लैंड का बढ़ना
- ब्लैडर की सेंसेशन नर्व को क्षति पहुंचना
- ब्लैडर को इंफेक्शन होना
- मेडिकल डिवाइसेस (ब्लैडर कैथेटर)
- किडनी स्टोन
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जानिए इसकी जोखिमों को
किन चीजों के कारण इस बीमारी बढ़ने का खतरा होता है?
इन चीजों के कारण जोखिम बढ़ सकती है:
- बच्चों के शरीर में पानी की कमी होने से, इंफेक्शन और आहार में संतुलित प्रोटीन न खाने से ये बीमारी हो सकती है।
- 30 और उससे ज्यादा उमर के लोगों में परेशानी दिखाई देती है
- कुछ हेल्थ कंडीशन होने पर, जैसे की: ब्लैडर आउटलेट अब्स्ट्रक्शन, स्ट्रोक, रीढ़ की हड्डी में चोट, पार्किंसं का रोग, डायबिटीज, हर्नियेटेड डिस्क।
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उपचार और निदान
नीचे दी गई जानकारी किसी भी वैद्यकीय सुझाव का पर्याय नहीं है, इसलिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
इस बीमारी का निदान कैसे करते हैं?
इसके मेडिकल टेस्ट्स में शामिल हैं:
- इन टेस्ट का उपयोग आपके यूरिन को क्रिस्टलीकरण, इंफेक्शन और अन्य एब्नार्मल जांच के लिए किया जाता है।
- स्पाइरल सीटी स्कैन: इस तरह की सीटी स्कैन में ब्लैडर या शरीर के अंगों में कोई जटिलता है या नहीं इसकी जांच की जाती है। पुराने सीटी स्कैनर की तुलना में ये स्कैन तेज और सुलझा हुआ है।
- अल्ट्रासाउंड आपके शरीर के अंदर की इमेजेज बनाने के लिए साउंड वेव्स का उपयोग करता है।
- एक्स-रे: एक्स-रे टेस्ट से ब्लैडर के अंदर की सारी मौजूद असामान्यताओं को दर्शाते हैं; लेकिन, यह आपके ब्लैडर स्टोन को नहीं दिखा सकता है।
- इंट्रावेनस पायलोग्राम: इस परीक्षण के दौरान, आपकी नसों में एक डाई इंजेक्ट की जाती है जो आपके ब्लड वेसल्स से बहती है जब तक कि यह आपके ब्लैडर तक नहीं जाती है। डाई किसी भी एब्नार्मल फार्मेशन को दिखाती है और फिर एक्स-रे उसका परिणाम दिखता है।
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इसका इलाज कैसे किया जाता है?
आमतौर पर, ब्लैडर स्टोन को निकला जाना चाहिए, लेकिन कुछ उपचारों में ये शामिल हैं:
Cystolitholapaxy: इसमें स्टोन के टुकड़े करने के लिए एक लेजर, मैकेनिकल या अल्ट्रासाउंड डिवाइस का उपयोग करते हैं।
इस मामले में, जो स्टोन बड़े या टूटने के लिए बहुत कठिन होते हैं, उन्हें सर्जरी से निकला जाता है। इसको करने से, किसी भी अंडरलाइंग कंडीशन जैसे कि एक प्रोस्टेट का बढ़ना जो स्टोन का कारण बनता है, उसे समय रहते ठीक किया जा सकता है।
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घरेलू उपचार जीवन शैली में बदलाव
क्या कुछ घरेलू उपचार या जीवन शैली के बदलाव से ब्लैडर स्टोन ठीक हो सकती है?
नीचे दिए गए कुछ घरेलू नुस्खे और बदलाव आपके इसको ठीक करने में मददगार साबित होंगे:
- ज्यादा पानी पिएं।
- आहार में प्रोटीन के उत्पाद खाएं।
- पेशाब को रोके नहीं
- रोज व्यायाम करें।
- एप्पल साइडर विनेगर में भरपूर मात्रा में सिट्रिक एसिड होता है जो की जमे हुए मिनरल्स और सॉल्ट को डिसॉल्व करने में मदद करता है इसके लिए एक गिलास पानी में 2 टेबलस्पून एप्पल साइडर विनेगर मिक्स करें और पी लें। इसे दिन में कम से कम 3 बार ज़रूर लें। इससे ब्लैडर स्टोन समस्या में काफी आराम मिलता है।
- व्हीटग्रास में एंटीऑक्सीडेंट्स होते है जो की यूरिनरी ट्रैक्ट से मिनरल और सॉल्ट के जमाव को कम करते हैं साथ ही व्हीटग्रास से यूरिन फार्मेशन भी ज्यादा होता है जिससे स्टोन के शरीर से बहार निकलने में आसानी होती है। ब्लैडर स्टोन से निपटने के लिए एक बार व्हीटग्रास का इस्तेमाल जरूर करना चाहिए।
- नींबू पथरी की समस्या होने पर काफी लाभदायी होता है। क्यूंकि इसमें सिट्रेट होता है जो की जमे हुए कैल्शियम को तोड़ता है और पथरी की ग्रोथ को रोकता है। इस उपचार के लिए एक ग्लास नींबू पानी सुबह खाली पेट, एक उसके कुछ घंटों बाद लें फिर एक ग्लास रात के खाने से पहले लेने से काफी लाभ होगा।
- अनार में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो की ब्लैडर स्टोन को बनने से रोकने और शरीर से बाहर निकालने में फायदेमंद है। इसके लिए रोज़ाना एक अनार का सेवन करें।
- पथरी के घरेलू उपचार के लिए खानपान में भी परहेज बहुत ज़रूरी है। इसके लिए हाई फाइबर और ज्यादा पोषक तत्व वाली चीजें कम खानी चाहिए। साथ ही नमक और चीनी भी ज्यादा नहीं खाएं और ड्रिंक करने से भी परहेज करें।