चिकनगुनिया (Chickungunya) क्या है?
चिकनगुनिया एक वायरस है जो मच्छरों द्वारा फैलता है। इससे इंफेक्टेड मरीज अचानक बुखार और गंभीर जोड़ों के दर्द से पीड़ित हो जाते हैं।
के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr. Pooja Bhardwaj
चिकनगुनिया एक वायरस है जो मच्छरों द्वारा फैलता है। इससे इंफेक्टेड मरीज अचानक बुखार और गंभीर जोड़ों के दर्द से पीड़ित हो जाते हैं।
सबसे पहले 1952 में तंजानिया में एक प्रकोप के दौरान चिकनगुनिया के वायरस का पता चला था। यह एक रिबोन्यूक्लिक एसिड (आरएनए) वायरस है जो टोगवारिडाय (Togaviridae) अल्फावायरस वर्ग से संबंधित है।
इसकी पहचान एशिया, अफ्रीका, यूरोप और अमेरिका के 60 से भी अधिक देशों में की गई है। यह किसी भी उम्र, किसी भी जेंडर के लोगों को प्रभावित कर सकती है। इसके कारणों को कम करके इसे नियंत्रित किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया अपने चिकित्सक से सलाह लें।
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इस बुखार से मृत्यु नहीं होती लेकिन, इसके लक्षण काफी गंभीर हो सकते हैं। हो सकता है ऊपर दिए गए लक्षणों में कुछ लक्षण शामिल न हो। यदि आपको किसी भी लक्षण के बारे में किसी भी तरह की शंका है, तो कृपया डॉक्टर से परामर्श करें।
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आपको या परिवार के किसी सदस्य को चिकनगुनिया हो सकता है, खासकर यदि हाल ही में आप ऐसी जगह से आए हैं जहां पर इसका प्रकोप रहा हो। ऐसे में अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
चिकनगुनिया बुखार चिकनगुनिया वायरस के संक्रमण के कारण होता है। जब कोई व्यक्ति इस वायरस से संक्रमित हो और उसे मच्छर काट ले तो वो मच्छर भी इस वायरस से संक्रमित हो जाता है और जब यह मच्छर किसी स्वस्थ व्यक्ति को काटता है तो वह भी इस वायरस से इंफेक्टेड हो जाता है। ऐसा कम ही देखा गया है कि चिकनगुनिया वायरस जन्म के समय मां से नवजात शिशु में फैले। बता दें कि स्तनपान से भी यह वायरस नहीं फैलता है।
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इस बुखार के लक्षण डेंगू और जीका से काफी मिलते-जुलते हैं इसलिए बीमारी की पुष्टि के लिए डॉक्टरों को ब्लड टेस्ट की आवश्यकता होती है।
इस वायरस से बचने का कोई टीका नहीं है। उपचार केवल बुखार के लक्षणों को कम कर सकता है। यदि चिकनगुनिया बुखार है तो डॉक्टर आमतौर पर मरीज को आराम करने की सलाह देते हैं। डीहाइड्रेशन से बचने के लिए अधिक तरल पदार्थ पीने और मच्छरों से बचने की सलाह दी जाती है।
दर्द और बुखार को कम करने के लिए, एसिटामिनोफेन या पेरासिटामोल जैसी दवा दी जाती हैं। डॉक्टर की अनुमति के बिना अन्य दवाएं नहीं लेनी चाहिए। यदि किसी अन्य बीमारी के लिए दवा ले रहे हैं, तो डॉक्टर को जरूर बताएं।
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इस आर्टिकल में हमने आपको चिकनगुनिया से संबंधित जरूरी बातों को बताने की कोशिश की है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस बीमारी से जुड़े किसी अन्य सवाल का जवाब जानना है, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्सर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे। अपना ध्यान रखिए और स्वस्थ रहिए।
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Dr. Pooja Bhardwaj