संक्रमित मच्छर के काटने के बाद लक्षण आमतौर पर 4 से 8 दिनों के बीच नजर आते हैं। इस बीमारी के कुछ लक्षण डेंगू और जीका से मिलते हैं। इसलिए कई बार इसके लक्षणों को डेंगू के लक्षण समझने की गलती भी हो जाती है। इस बुखार में मृत्यु का खतरा नहीं होता है लेकिन इसके लक्षण बेहद गंभीर होते हैं। ऐसा भी हो सकता है ऊपर दिए गए लक्षणों में कुछ लक्षण शामिल न हो। यदि आपको किसी भी लक्षण के बारे में किसी भी तरह की शंका है, तो कृपया डॉक्टर से परामर्श करें। चिकनगुनिया के इलाज में किसी तरह की कोई देरी नहीं करनी चाहिए। यदि आपको ऊपर बताए गए लक्षण में से कोई नजर आएं तो तुरंत डॉक्टर से कंसल्ट करें।
चिकनगुनिया (Chikungunya) के बारे में जानकर आप चौंक जाएंगे:
चिकनगुनिया कुछ बेहद खतरनाक वायरल डिजीज में से एक माना जाता है। चिकनगुनिया वायरस का पता सबसे पहले 1952 में तंजानिया में चला था। यह एक रायबोन्यूक्लिक एसिड (आरएनए) वायरस है जो टोगाविरीडे (Togaviridae) अल्फावायरस वर्ग से संबंधित है।
इसकी पहचान एशिया, अफ्रीका, यूरोप और अमेरिका के 60 से भी अधिक देशों में की गई है। यह किसी भी उम्र, किसी भी जेंडर के लोगों को प्रभावित कर सकती है।
चिकनगुनिया (Chikungunya) का कारण: