परिचय
घुटने की एसीएल चोट क्या है ?
घुटने में चोट पहुंचने से कई बार घुटने में मौजूद एसीएल (एंटेरियर क्रूसिएट लिगामेंट) घायल हो जाता है, जिसे घुटने की एसीएल चोट कहते है। एसीएल (एंटेरियर क्रूसिएट लिगामेंट) ऊतक (Tissue) के बैंड में से एक है, जो घुटने के अंदर हड्डियों को एक साथ जोड़े रखता है। एसीएल के जरिये ही घुटने को स्थिर रखने में मदद मिलती है। जब दौड़ते या कूदते है या किसी और तरीके का मूवमेंट (जैसे अचानक से मुड़ना या तेज गति लेना) करते है तो एसीएल में खिंचाव होता है। अक्सर यह दर्दनाक हो जाता है, जिससे चलना या पैर पर दबाव डालना मुश्किल हो जाता है। घुटने की एसीएल चोट ज्यादातर खेल में ही लगती है। अगर आम भाषा में कहा जाए तो एसीएल चोट घुटने की साइड में गंभीर चोट होती है जो किसी तरह के खिंचाव के वजह से लगती है। एसीएल में चोट लगने पर कई लोगों को घुटने में चटाक जैसी आवाज आती हैं। इसमें आपका घुटना सूज सकता है, और घुटने पर ज्यादा वजन सहन करना दर्दनाक साबित होता है।
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लक्षण
घुटने में एसीएल चोट के लक्षण क्या है?
कई लोगों को चोट लगने पर उनके घुटने में चटाक तरह का शोर सुनाई देता हैं, लेकिन यह हर केस में हो जरूरी नहीं। घुटने की एसीएल चोट के सामान्य लक्षण इस प्रकार है:-
- दर्द: – अगर मामूली चोट लगी है तो बेशक किसी तरह का दर्द महसूस न हो। इसमें घुटने के जोड़ वाली रेखा में दर्द हो सकता है, कुछ लोगों को चोटिल होने पर पैर पर खड़े होने या दबाव डालने में परेशानी होती है।
- सूजन: – घुटने की एसीएल चोट होने के शुरूआती 24 घंटों के दौरान सूजन होने की संभावना होती है। ऐसा होने पर घुटने पर बर्फ लगा कर पैरों को ऊपर उठाकर (तकिए पर रखकर) सूजन को कम कर सकते हैं।
- चलने में परेशानी:- घुटने की एसीएल चोट होने के बाद भी पैर पर दबाव बनाने में सक्षम है तो ये तय कीजिए कि चलना सामान्य से कितना अधिक कठिन महसूस हो रहा है। कभी-कभी घुटने की जोड़ में शिथिलता महसूस होती है। किसी प्रकार की गतिविधि को करने में सक्षमता कम हो जाती है, जिस गतिविधि को सामान्य स्थिति में आसानी से किया जा सकता है। घुटने की एसीएल चोट होने से घुटनों को मोड़ने और फ्लेक्स करने में समस्या होगी।
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कारण
घुटने की एसीएल चोट होने के कारण क्या है?
लिगामेंट ऊतक (Tissue) के मजबूत बैंड होते हैं जो एक हड्डी को दूसरे से जोड़ते हैं। एसीएल दो लिगामेंट में से एक है जो घुटने के मध्य स्थान को पार करता है, यह आपकी जांघ की हड्डी (फीमर) को आपके पिंडली की हड्डी (टिबिया) से जोड़ता है और घुटने के जोड़ को स्थिर करने में मदद करता है। घुटने की एसीएल चोट अक्सर खेल और फिटनेस से जुड़ी गतिविधियों के दौरान होती हैं, जिससे घुटने पर तनाव आ सकता है। घुटने की एसीएल चोट के निम्न कारण हो सकते है-
- अचानक धीमे हो कर तुरंत दिशा बदलना।
- पैर को मजबूती से कही रखना।
- अजीब सी छलांग लगा कर उतरना।
- अचानक रुक जाना।
- घुटने में सीधे टकराव जैसे कि फुटबॉल खेलते समय होता है।
- जब लिगामेंट क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो आमतौर पर ऊतक (Tissue) आंशिक या पूर्ण रूप से फट जाते है। हल्की चोट लिगामेंट को स्ट्रेच कर सकती है।
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जोखिम
घुटने की एसीएल चोट के जोखिम क्या है – Risk Factor of ACL Knee Injury
ऐसे कई कारक हैं जो घुटने की एसीएल चोट के जोखिम को बढ़ाते हैं, जिनमें निम्न शामिल हैं:
- महिलाओं में संभवतः शारीरिक रचना, मांसपेशियों की ताकत और हार्मोनल प्रभावों में अंतर के कारण एसीएल चोट की संभावना बढ़ जाती है।
- फुटबॉल, बास्केटबॉल, जिम्नास्टिक और डाउनहिल स्कीइंग जैसे खेलों में भाग लेने से घुटने में एसीएल चोट की संभावना बढ़ जाती है।
- ऐसे फुटवियर पहनना जो ठीक से फिट न हों।
- खराब तरीके से बनाए गए खेल उपकरण, जैसे स्की बाइंडिंग का उपयोग करना जिन्हें ठीक नहीं किया गया है
- कृत्रिम मैदान की सतहों पर खेलना।
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जटिलताएं
घुटने की एसीएल चोट की जटिलताएं क्या है?
जो लोग घुटने की एसीएल चोट का अनुभव करते हैं, उन्हें घुटने में ऑस्टियोआर्थराइटिस विकसित होने का खतरा ज्यादा होता है। लिगामेंट को फिर से बनाने के लिए सर्जरी करने पर भी आर्थराइटिस हो सकता है। वैसे तो कई करक है जो आर्थराइटिस के जोखिम को प्रभावित करते है, जैसे कि चोट की गंभीरता, घुटने के जोड़ में संबंधित चोटों की उपस्थिति या उपचार के बाद गतिविधि का स्तर।
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जांच
घुटने की एसीएल चोट की जांच कैसे किया जाता है?
शारीरिक परीक्षा के दौरान डॉक्टर सूजन और कोमलता के लिए घुटने की जांच करते है, घायल घुटने की तुलना सामान्य घुटने से करते है। घुटने की फ्लेक्सिबिलिटी और गति देखते है। ज्यादातर घुटने में एसीएल चोट की जांच सिर्फ शारीरिक परीक्षा के आधार पर की जा सकता है, लेकिन चोट की गंभीरता तय करने के लिए एक्स-रे, एमआरआई, अल्ट्रासाउंड जैसे परीक्षण भी किये जा सकते है।
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इलाज
घुटने की एसीएल चोट का इलाज क्या है?
जितनी जल्दी प्राथमिक चिकित्सा की जा सकें, उतनी जल्दी घुटने में एसीएल चोट के दर्द और सूजन कम होगी। चोट जल्दी ठीक हो, इसके लिए आराम करना जरूरी है, ताकि घुटने को कोई वजन न सहना पड़े। बर्फ से सिकाई करें, हर दो घंटे में 20 मिनट तक ऐसा करें। घुटने पर हल्के से प्रेशर के लिए पट्टी बांधे। अपने घुटने को तकिए पर टिका कर लेटे। इसके अलावा सामान्य चोट होने पर डॉक्टर दवाई भी देते है।
घुटने की एसीएल चोट में डॉक्टर इन परिस्थितियों में सर्जरी की सलाह देते है, यदि-
- आप एक एथलीट हैं और अपने खेल को जारी रखना चाहते हैं, खासकर अगर खेल में कूदना, काटना या धुरी शामिल है।
- आपके घुटने में एक से अधिक लिगामेंट या मिनिस्कस भी घायल हो गए है।
- रोजमर्रा की गतिविधियों के दौरान आपके घुटने में समस्या आ रही है तो भी डॉक्टर सर्जरी की सलाह देते है।
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