बर्थ डिफेक्ट की है हिस्ट्री तो कराना पड़ सकता है टेस्ट
अगर कोई महिला प्रेग्नेंट है तो डॉक्टर उसे एस्ट्रिऑल टेस्ट के लिए सलाह दे सकता है। एस्ट्रिऑल टेस्ट 15वें और 20वें सप्ताह के दौरान किया जाता है। लेकिन ये टेस्ट सभी महिलाओं को नहीं करवाना पड़ता है। जिन महिलाओं के परिवार में बर्थ डिफेक्ट की हिस्ट्री रह चुकी है, डॉक्टर उन्हें ये टेस्ट कराने की सलाह दे सकता है। एस्ट्रिऑल टेस्ट की सहायता से जेनेटिक बर्थ डिफेक्ट जैसे कि डाउन सिंड्रोम आदि का पता लगाया जा सकता है। जो महिलाएं 35 से अधिक उम्र की हैं, डायबिटीज की समस्या है या फिर प्रेग्नेंसी में वायरल इंफेक्शन हो गया है, उन्हें इस टेस्ट की सलाह दी जा सकती है। अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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पुरुषों में भी हो सकता है एस्ट्रोजन हार्मोन टेस्ट
जैसा कि हमने आपको ऊपर भी बताया कि एस्ट्रोजन केवल महिलाओं में ही नहीं बल्कि पुरुषों में भी बनता है। पुरुषों में एस्ट्रोजन का लेवल कम पाया जाता है। अगर कभी एस्ट्रोजन में गड़बड़ी हो जाती है तो पुरुषों में भी एस्ट्रोजन हार्मोन टेस्ट की जरूरत पड़ सकती है। कुछ लक्षणों के आधार पर पुरुषों को टेस्ट की सलाह दी जाती है। जानिए क्या हैं लक्षण,
- प्युबर्टी अगर लड़के में सही समय पर नहीं आती है तो डॉक्टर एस्ट्रोजन हार्मोन टेस्ट की सलाह दे सकता है।
- अगर पुरुषों में अचानक से ब्रेस्ट बढ़ने लगते हैं तो उस कंडीशन को गाइनेकोमास्टिया (gynecomastia) कहते हैं। ऐसी कंडीशन में भी डॉक्टर जांच की सलाह दे सकता है।
- अगर लो टेस्टोस्टेरॉन ( testosterone) के कारण एस्ट्रोजन का लेवल हाई हो रहा है तो भी डॉक्टर एस्ट्रोजन हार्मोन टेस्ट के लिए कह सकता है।
- पुरुषों में ट्यूमर की पहचान करने के लिए एस्ट्रोजन हार्मोन टेस्ट किया जाता है।
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एस्ट्रोजन हार्मोन टेस्ट के दौरान क्या होता है ?
एस्ट्रोजन हार्मोन टेस्ट के लिए डॉक्टर ब्लड, यूरिन या फिर सलाइवा का सैंपल ले सकता है। ब्लड और यूरिन टेस्ट डॉक्टर के ऑफिस या फिर लैब में हो जाता है। सलाइवा की जांच घर में भी की जा सकती है।
एस्ट्रोजन हार्मोन टेस्ट के लिए ब्लड सैंपल
एस्ट्रोजन हार्मोन टेस्ट के लिए डॉक्टर आपकी आर्म से निडिल का यूज करके ब्लड सैंपल लेगा। ज्यादातर लोगों को निडिल से बहुत डर महसूस होता है और उन्हें निडिल देखकर चक्कर आने लगता है। खासतौर पर महिलाओं के साथ ऐसा होता है। ये बात ध्यान रखें कि हेल्थ केयर प्रोवाइडर या फिर डॉक्टर इतने अच्छे ढंग से ब्लड निकालते हैं कि कुछ भी पता ही नहीं चलता है। जांच के दौरान डरने की जरूरत नहीं है। कुछ ही मिनट में ब्लड टेस्ट हो जाता है।
एस्ट्रोजन हार्मोन टेस्ट के लिए यूरिन सैंपल
एस्ट्रोजन हार्मोन टेस्ट के लिए डॉक्टर यूरिन का सैंपल लेता है। यूरिन टेस्ट के लिए डॉक्टर आपसे 24 घंटे के दौरान जितनी भी बार आपने यूरिन पास किया है, उसका सैंपल मांग सकता है। इसे 24-आवर यूरिन सैंपल टेस्ट भी कहते हैं। हेल्थ केयर प्रोवाइडर या फिर लैबोरेट्री प्रोफेशनल आपको यूरिन कलेक्ट करने के लिए कंटेनर देगा और साथ ही कुछ निर्देश भी देगा। जानिए यूरिन टेस्ट के दौरान क्या स्टेप अपनाएं जाते हैं।
- सुबह उठने के बाद यूरिन करें। फिर यूरिन कितने बजे की है, उस टाइम को नोट कर लें। इसे कलेक्ट करने की जरूरत नहीं है।
- अगले 24 घंटे के लिए जितनी बार भी यूरिन पास करें, उस यूरिन के सैंपल को कंटेनर में इकट्ठा करें।
- आपको यूरिन को अधिक तापमान में नहीं रखना चाहिए। यूरिन कंटेनर को रेफ्रिजरेटर या फिर आईस की हेल्प से ठंडा रखें।
- फिर हेल्थ केयर प्रोवाइडर को सैंपल दें।