एयर एंबुलेंस आपातकालीन स्वास्थ्य स्थितियों में जीवनरक्षक साबित होती है। लेकिन, सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि यह काफी खर्चीली है, जिस वजह से हर कोई इसका फायदा नहीं उठा सकता है। लेकिन, आपको बता दें कि, भारत में कैशलेंस एयर एंबुलेंस सेवा लॉन्च की गई है। जिसकी घोषणा फ्लैप एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के फ्लैगशिप वेंचर और देश में तेजी से विकसित होने वाले ‘बेड-टू-बेड’ ऑनलाइन एयर एम्बुलेंस सर्विस प्रोवाइडर में से एक कंपनी ‘बुक एयर एम्बुलेंस’ ने की है। इसे भारत के नए एयर एम्बुलेंस सेगमेंट तथा एमरजेंसी मेडिकल सर्विस (ईएमएस) के क्षेत्र में बड़ा बदलाव लाने वाला कदम माना जा रहा है।
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कैसे मिलेगी कैशलेस एयर एंबुलेंस?
सस्ती एयर एंबुलेंस सर्विस के ऑपरेशन की बात की जाए, तो कैशलेस एयर एम्बुलेंस मेंबरशिप प्रोग्राम सिर्फ 5,000 रुपये के बेहद किफायती मूल्य पर एक परिवार के छह सदस्यों को बेहद आवश्यक सेफ्टी कवर प्रदान करेगा। इस पूरी प्रक्रिया को सही मायने में कैशलेस बनाने के लिए, इसके तहत भविष्य में बेहद सीरियस एवं एमरजेंसी मेडिकल सिचुएशन में परिवार के एक सदस्य के लिए भारत में किसी भी स्थान पर पूरी तरह से कैशलेस (बिल्कुल निःशुल्क) एयर लिफ्टिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। इसके तहत अन्य सभी मरीजों को एक जगह से दूसरी जगह ले जाने की स्थिति में एयर टैरिफ या सामान्य एयर एम्बुलेंस शुल्क पर 50 प्रतिशत की छूट भी दी जाएगी। इसकी मेंबरशिप को हर साल रिन्यू कराना होगा तथा परिवार का एक सदस्य बेहद आकर्षक दरों पर सुपर-स्पेशियलिटी अस्पतालों, फार्मेसी आउटलेट्स, डायग्नोस्टिक्स, हेल्थ प्रोडक्ट्स जैसी सेवाओं का लाभ उठा सकता है।
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किसी भी कस्बे में रहने वाला भी इस्तेमाल कर सकता है कैशलेस एयर एंबुलेंस
किफायती एयर एंबुलेंस सर्विस के लॉन्च के अवसर पर, फ्लैप एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के फाउंडर व सीईओ व अनुभवी पायलट, कैप्टन अमित कुमार ने कहा कि, “हम इस तरह की एयर एम्बुलेंस सर्विस जैसे प्रोग्राम की शुरुआत करने वाली पहली एविएशन कंपनी बन चुके हैं, जिससे हर भारतीय को एयर एम्बुलेंस सेवाओं का लाभ मिल सकेगा और इसका दायरा भी बढ़ा होगा। यह एक खास ऑनलाइन मेंबरशिप प्रोग्राम होगा, जिसके द्वारा किसी भी शहर या कस्बे में रहने वाला व्यक्ति किसी भी संकटपूर्ण परिस्थिति में खुद के लिए या अपने परिवार के सदस्य के लिए इस जीवन-रक्षक सुविधा का उपयोग करने में सक्षम होगा। इस कैशलेस सेवा का लाभ उठाते हुए, परिवार का एक सदस्य गंभीर रूप से बीमार मरीज को बेहद कम समय में तथा मेडिकल क्रू की निगरानी में देश के किसी भी शहर में स्थित सुपर-स्पेशियलिटी अस्पताल तक पहुंचा सकता है, जिससे मरीज की जान बचने की संभावना बढ़ जाती है। वाकई यह एयर मेडिकल इवेक्युएशन सेगमेंट के पूरे स्वरूप को बदल देगा।”
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पहले इतना खर्चा आता था एयर एंबुलेंस लेने में
अभी तक पेशेंट्स के एयर मेडिकल ट्रांसफर को बेहद एक्सपेंसिव माना जाता था, जिसका लाभ केवल हाई इनकम ग्रुप के लोग उठा पाते थे और आम जनता का एक बहुत बड़ा वर्ग इन सेवाओं के दायरे से बाहर था। किसी स्थान से अस्पताल की दूरी, उड़ान में लगने वाला समय, विमान को किराए पर लेने की लागत, आकस्मिक स्थिति में बेड-टू-बेड ट्रांसफर पर होने वाला खर्च और मेडिकल क्रू सदस्यों की तैनाती की लागत जैसे कारकों की वजह से एक मरीज को एक जगह से दूसरे जगह ले जाने पर तकरीबन 2.5 लाख रुपये से लेकर 18 लाख रुपये तक का खर्च आता था, जो तय की गई दूरी पर आधारित थी।
एयर एंबुलेंस (Air Ambulance) का मतलब क्या है?
आपने ऊपर कैशलेस एयर एंबुलेंस सर्विस के बारे में तो जान लिया, लेकिन अब जानते हैं कि आखिर एयर एंबुलेंस का मतलब क्या होता है। आप ऐसे समझिए कि, जब एक घटनास्थल या किसी भी हॉस्पिटल से किसी अन्य हॉस्पिटल, जहां पेशेंट की जान बचाने के लिए अति-आवश्यक इलाज के लिए बेहद ही कम टाइम में ले जाने के लिए बेसिक मेडिकल फेसिलिटी से लैस एयर प्लेन या हेलिकॉप्टर को एयर एंबुलेंस कहा जाता है। अब और भी आसानी से समझें तो, हवाई एंबुलेंस (एयर एंबुलेंस) वो हेलिकॉप्टर या एयर प्लेन होता है, जिसमें वो सभी चीजें और फेसिलिटी होती है, जो कि किसी एमरजेंसी सिचुएशन में समय रहते किसी पेशेंट की जिंदगी बचाने के लिए उसे एक जगह या हॉस्पिटल से दूसरे हॉस्पिटल ले जाने के लिए जरूरी होता है। यह सर्विस सीरियस सिचुएशन में कम टाइम में लंबी दूरी तय करने और रोड़ पर होने वाली भीड़ से बचने के लिए एयर एंबुलेंस का उपयोग किया जाता है।
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किन सिचुएशन में एयर एंबुलेंस का उपयोग किया जाता है?
यदि किसी इंसान का एक्सीडेंट या हार्ट अटैक जैसी सीरियस मेडिकल सिचुएशन हो जाती है और वह किसी ऐसी जगह पर मौजूद है, जहां पर आसपास कोई हॉस्पिटल मौजूद नहीं है और दूर स्थित हॉस्पिटल तक जाने के लिए रास्ता बेहद ही खराब या दुर्गम है, तो ऐसी सिचुएशन में बेसिक मेडिकल फेसिलिटी से लैस एयर प्लेन या हेलिकॉप्टर की मदद से उसे नजदीकी हॉस्पिटल पहुंचाया जाता है। इसके साथ ही, किसी जरूरी ट्रांसप्लांट या सर्जरी के लिए पेशेंट को एक हॉस्पिटल से किसी अन्य हॉस्पिटल में पहुंचाने के लिए भी एयर एंबुलेंस का इस्तेमाल किया जाता है।
कोई व्यक्ति एयर एंबुलेंस को कैसे बुक कर सकता है?
किसी भी देश में एयर एंबुलेंस को बुक करने के लिए आप अमूमन निम्नलिखित प्रक्रिया अपनाते हैं, हालांकि सर्विस देने वाली कंपनी के मुताबिक इस प्रक्रिया में थोड़ा बदलाव भी आ सकता है। आइए, सामान्य प्रक्रिया जानते हैं, जैसे-
- सबसे पहले आपको एयर एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करवाने वाली कंपनी या हॉस्पिटल के एमरजेंसी नंबर पर कॉल करना होगा।
- इसके बाद उनके कस्टमर केयर एग्जीक्यूटिव को पेशेंट या बीमारी की गंभीरता के बारे में अच्छी तरह पूरी जानकारी दें, ताकि वह स्थिति की नाजुकता को समझते हुए आपको जल्द से जल्द सर्विस उपलब्ध करवा सकें।
- एयर एंबुलेंस सर्विस उपलब्ध करने वाली कंपनी या हॉस्पिटल की एक यूनिट होती है, जो आपके द्वारा बताई गई सिचुएशन को एनेलाइस करेगी और सर्विस की कीमत या कुछ जरूरी फर्स्ट एड जैसी जानकारियों के बारे में भी बताएगी।
- इसके बाद वह यूनिट अपनी एमरजेंसी मैनेजमेंट यूनिट को अलर्ट भेजकर एयर एंबुलेंस को डिस्पैच करवाएगी।
- अगले कदम में एयर एंबुलेंस जितनी जल्दी हो सके, उतनी जल्दी पहुंचकर पेशेंट को नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाएगी।
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