टॉयलेट( toilet) जाना हम लोगों के लिए सांस लेने जितना ही जरूरी है। हालांकि, कईयों के लिए यह बुरे सपने से कम नहीं है। हाल ही में 110 मिलियन शौचालयों का निर्माण करके भारत को ‘खुले में शौच’ मुक्त घोषित किया गया। इसके बावजूद, टॉयलेट की स्वच्छता ठीक न होना देश में चिंता का एक बड़ा कारण है। महात्मा गांधी कहते थे कि स्वच्छता स्वतंत्रता से भी ज्यादा जरूरी है।