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प्रेग्नेंसी के दौरान हाइजीन को न करें इग्नोर, ये टिप्स करें फॉलो


Sunil Kumar द्वारा लिखित · अपडेटेड 30/09/2021

    प्रेग्नेंसी के दौरान हाइजीन को न करें इग्नोर, ये टिप्स करें फॉलो

    प्रेग्नेंसी के दौरान सावधानियां रखना गर्भवती महिला के लिए जरूरी होता है। इसमें से एक हाइजीन का ध्यान रखना भी है। दरअसल, दूसरे दिनों के मुकाबले गर्भावस्था में संक्रमण होने की संभावनाएं ज्यादा होती हैं। जानकारी का अभाव, जागरूकता की कमी और साफ- सफाई न करने के कारण महिलाओं को कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान सावधानियों में हायजीन भी शामिल है। प्रेग्नेंसी के दौरान सावधानियां बरतने की सलाह तो सभी देते हैं। लेकिन साथ ही सही जानकारी होना भी बहुत जरूरी है। प्रेंग्नेंसी के दौरान साफ-सफाई का भी खास महत्व है। हाइजीन का ध्यान रखकर ही गर्भवती महिला खुद को और अपने होने वाले बच्चे को इंफेक्शन से बचा सकती है। प्रेग्नेंट महिलाओं को टॉक्सिन से बचने की जरूरत होती है। ऐसा न करने से उनमें माल्फॉर्मेशन होने की आंशका बढ़ जाती है।

    प्रेग्नेंसी के दौरान सावधानियां

    कपड़ों का रखें ध्यान

    प्रेग्नेंसी के दौरान सावधानियां रखने मेें कपड़े भी शामिल हैं। गर्भावस्था के दौरान बहुत भारी या टाइट कपड़े न पहनें।  ऐसे कपड़ों से भी परहेज करें, जिन्हें पहनने पर पसीना अधिक आए। कॉटन के हल्के कपड़े पहनने का प्रयास करें। जिनमें आप सहज महसूस करें। अच्छी क्वालिटी की ब्रा, पैड और अंडरगारमेंट्स का इस्तेमाल करें। गंदे कपड़े बिलकुल न पहनें। इस दौरान आप मार्केट में उपलब्ध मैटरनिटी आउटफिट भी खरीदकर पहन सकती है। एक ही बिस्तर का इस्तेमाल लंबे समय तक न करें। समय-समय पर बेडशीट बदलती रहें।

    प्रेग्नेंसी में डार्क कलर के कपड़े भी पहनें से बचने की जरूरत होती है। साथ ही आप जहां रहती हैं उस क्लाइमेट के अनुसार कपड़ों का भी ध्यान रखें। ज्यादा गर्मी होने पर प्रेग्नेंट महिला की स्किन के साथ-साथ शरीर का तापमान बढ़ने पर इसका असर होने वाले बच्चे पर भी पड़ सकता है। प्रेग्नेंट महिला को अपने कपड़े सही समय पर बदलते रहने की जरूरत होती है। इसके अलावा इन्हें एंटीबैक्टीरियल डिटर्जेंट से साफ करने की भी जरूरत होती है। प्रेंग्नेंसी के दौरान सावधानियों की लिस्ट में इसे भी शामिल करें कि गंदें कपड़ों को किसी भी परिस्थिति में न पहनें।

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    कमरे की सफाई का रखें ख्याल

    प्रेग्नेंसी के दौरान सावधानियां बरतना जरूरी हो जाता है। गर्भवती महिलाओं को कमरे की सफाई का भी ध्यान रखना चाहिए। इस बात का ख्याल रखें कि गर्भवती महिला जिस कमरे में है, उस कमरे की  साफ- सफाई नियमित तौर पर होती रहे। ऐसे कमरों में चूहे, मच्छर, कॉकरोच अपना घर बनाने में देर नहीं करते। जिनसे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।

    प्रेग्नेंसी के दौरान सावधानियां और बालों का कनेक्शन

    गर्भावस्था में बॉडी में भारीपन होता है। महिलाएं थोड़ी आलसी हो जाती हैं। उन्हें जल्दी थकान होने लगती है। जिसकी वजह से बाल धोने से बचती हैं। इस स्थिति में बालों में बैक्टीरिया पनप सकते हैं। गर्भावस्था में बालों को नियमित तौर पर साफ रखना जरूरी होता है।

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    बॉडी की सफाई का रखें ख्याल

    गर्भावस्था के दौरान महिला की वजायना से कई प्रकार का डिस्चार्ज होता है। इससे महिलाओं के शरीर से महक भी आती रह सकती है। ऐसी स्थिति से बचने के लिए वजायना की अच्छी तरह से समय-समय पर सफाई करती रहें।

    बहुत ज्यादा कॉस्मेटिक्स का इस्तेमाल न करें

    प्रेग्नेंसी के दौरान सावधानियां जरूरी हैं। गर्भावस्था के दौरान स्किन बहुत संवेदनशील हो जाती है। नहाते समय नेचुरल प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें। यानी बहुत ज्यादा परफ्यूम, शैंपू, पाउडर, साबुन या सुगंधित तेलों का इस्तेमाल ना करें।

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    प्रेग्नेंसी के दौरान ओरल हेल्थ का ध्यान

    प्रेग्नेंसी के दौरान ओरल हेल्थ का ध्यान रखना भी जरूरी हो जाता है। प्रेंग्नेंसी के दौरान होने वाले हॉर्मोनल चेंजेस के कारण प्रेंग्नेंसी के दौरान सावधानियां बरतना भी बेहद जरूरी हो जाता है। ओरल हाइजीन के तहत मुंह, दांत और जीभ की सफाई आती है। कुछ टिप्स को फॉलो करके आप ओरल हेल्थ की समस्याओं से बचा जा सकता है।:

  • प्रेग्नेंसी के दौरान सुबह और शाम दो बार दांतों को ब्रश करने की जरूरत होती है। गर्भावस्था के दौरान मॉर्निंग सिकनेस होना भी एक कॉमनप्रॉब्लम है। ऐसे में अगर दांतों को ब्रश करने में परेशानी हो, तो ऐसा टूथपेस्ट चुनें जिसका स्वाद माइल्ड हो।
  • प्रेग्नेंसी में मसूड़ों में सूजन की समस्या भी हो जाती है। ऐसे में एंटी-इंफ्लेमेटरी माउथवॉश किया जाता है।
  • प्रेग्नेंसी के दौरान मसूड़ों में सेंसटिविटी भी हो जाती है। ऐसे में क्लोरिनेटेड पानी का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए। इस तरह के पानी के इस्तेमाल से दांत कमजोर हो जाते हैं और साथ ही हिलने की भी समस्या हो सकती है। कई मामलों में इसके लक्षण अभी नहीं एक उम्र के बाद दिख सकते हैं।
  • किसी भी तरह की ओरल हाइजीन की समस्या में बिना डॉक्टर के पारमर्श के एक्स-रे या किसी अन्य तरह की जांच भी न कराएं।
  • इसके प्रेग्नेंसी के दौरान सावधानियां बरतते समय यह भी ध्यान रखें कि ज्यादा मीठी चीजों का सेवन न करें। यह आपकी ओरल हेल्थ के साथ-साथ पूरे शरीर की हेल्थ के लिए नुकसानदेह हो सकता है।
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    प्रेग्नेंसी में पर्सनल हाइजीन

    पर्सनल हाइजीन का ध्यान रखना प्रेग्नेंसी के दौरान और भी जरूरी हो जाता है क्योंकि इस समय इसका प्रभाव केवल प्रेग्नेंट महिला पर ही नहीं होने वाले बच्चे पर भी पड़ सकता है। पर्सनल हाइजीन में प्राइवेट पार्ट्स की साफ-सफाई भी शामिल है। पर्लनल हाइजीन को मेंटेन करने के लिए कुछ टिप्स फॉलों किए जा सकते हैं।

    • हाथों का खास ध्यान रखें क्योंकि हाथों के द्वारा ही बैक्टिरिया बॉडी में जाकर प्रेंग्नेंट महिलाओं को बीमार कर सकते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान सावधानियां बरतने से आप अपने आने वाले बच्चे को भी स्वस्थ शुरुआत दे सकते हें।
    • पब्लिक टॉयलेट का इस्तेमाल करते समय भी खास ध्यान रखें। यहां काफी मात्रा में बैक्टिरिया हो सकते हैं, गर्भवती महिला के लिए ये खतरा बन सकते हैं।
    • वजायनल डिस्चार्ज को ध्यान में रखते हुए कॉटन के अंडरपेंट्स का इस्तेमाल करना चाहिए और साथ ही डिस्चार्ज होने के बाद तुरंत इसे चेंज भी करें।
    • इंफेक्शन के खतरे से बचने के लिए पैडेड ब्रा का इस्तेमाल करें। कोलेंस्ट्रम लीक होने पर पैडिड ब्रा इसे सोख लेगी और आपके लिए संक्रमण का खतरा कम होता है।
    •  प्राइवेट पार्ट्स को साफ रखें। इसके अलावा नियमित रूप से इन्हें शेव भी करें। साथ ही यह भी ध्यान रखें कि इन पार्ट्स को साफ रखने के लिए इस्तेमाल होने वाले प्रोडक्ट्स का पीएच लेवल क्या है।

    प्रेग्नेंसी के दौरान सावधानियां रखकर आप खुद का और अपने आने वाले बच्चे का ख्याल रख सकती हैं। साथ ही प्रेग्नेंट होने की जानकारी मिलते ही गायनोकोलॉजिस्ट से संपर्क करें और उनकी सलाह मानें।

    नए संशोधन की डॉ. प्रणाली पाटील द्वारा समीक्षा की गई।

    डिस्क्लेमर

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    Sunil Kumar द्वारा लिखित · अपडेटेड 30/09/2021

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