परिभाषा
प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer) क्या है?
प्रोस्टेट कैंसर एक गंभीर और आम कैंसर है जो कि पुरुषों के प्रोस्टेट में होता है। यह देखने में अखरोट के आकार की एक छोटी-सी ग्रंथि की तरह होता है, जो वीर्य (स्पर्म) का उत्पादन और पोषण करती है। प्रोस्टेट कैंसर धीरे-धीरे बढ़ता है, जो शुरू में प्रोस्टेट ग्रंथि तक ही सीमित रहता है। इस स्थिति में कोई गंभीर नुकसान नहीं पहुंचता है। कुछ प्रकार के प्रोस्टेट कैंसर धीरे-धीरे बढ़ते हैं और उन्हें किसी प्रकार के उपचार की आवश्यकता भी नहीं होती है जबकि, कुछ कैंसर बहुत ही आक्रामक होते हैं और बहुत ही जल्दी फैल जाते हैं। इस तरह के प्रोस्टेट कैंसर को जल्दी पहचान लिया जाता है। प्रोस्टेट कैंसर, जो सिर्फ प्रोस्टेट ग्रंथि तक ही सीमित रहता है, उसके सफल उपचार की संभावना बहुत ज्यादा होती है।
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प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer) कितना आम है?
प्रोस्टेट कैंसर को एक गंभीर बीमारी के रूप में जाना जाता है जो अधेड़ावस्था और वृद्धावस्था के दौरान हजारों पुरुषों को प्रभावित करती है। 65 वर्ष से अधिक आयु के पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर सबसे ज्यादा पाया जाता है। नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट (NCI) ने पाया कि 2013 में लगभग 239,000 अमेरिकी पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर की शिकायत पायी गयी थी। हालांकि, इस बीमारी के कारणों को नियंत्रित करके प्रोस्टेट कैंसर को काफी हद तक रोका जा सकता है लेकिन, फिर भी ज्यादा जानकारी के लिए कृपया अपने डॉक्टर से सलाह लें।
लक्षण
प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer) के लक्षण क्या हैं?
प्रोस्टेट कैंसर की शुरुआत में इसके कोई संकेत या लक्षण नहीं होते हैं। प्रोस्टेट कैंसर जब अत्यधिक बढ़ जाता है, तब कुछ निम्न लक्षण दिखाई देते हैं जैसे :-
- पेशाब करने में परेशानी
- पेशाब का फ्लो कम हो जाना
- स्पर्म में ब्लड आना
- पेल्विक एरिया में दर्द
- स्तंभन दोष (Erectile dysfunction)
- चैतन्य न रहना
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मुझे अपने डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?
यदि आप में ऊपर दिए गए लक्षण हैं तो, कृप्या अपने डॉक्टर से सलाह लें। हर किसी का शरीर अलग तरह से काम करता है इसलिए अपने डॉक्टर से मिलकर परामर्श लेना सबसे अच्छा होता है ताकि, आप जान सकें कि आपकी अवस्था के लिए सबसे अच्छा उपचार क्या है?
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कारण
प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer) का कारण क्या है?
प्रोस्टेट कैंसर का कारण अभी भी अज्ञात है। डॉक्टरों के अनुसार प्रोस्टेट कैंसर तब शुरू होता है, जब आपके प्रोस्टेट में कुछ सेल्स असामान्य हो जाते हैं। असामान्य सेल्स के डीएनए में बदलाव सेल्स को बढ़ाने और सामान्य सेल्स की तुलना में अधिक तेजी से विभाजित करने का कारण बनता है और ये असामान्य सेल्स जिंदा रहते हैं जबकि, सामान्य सेल्स नष्ट हो जाते हैं। एकत्रित और बढ़ते असामान्य सेल्स आस-पास के टिश्यू पर आक्रमण कर के एक ट्यूमर बनाते हैं। कुछ असामान्य सेल्स टूट कर अलग हो जाते हैं और शरीर के अन्य हिस्सों में फैल जाते हैं।
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जानिए खतरे के कारण
किन कारणों से प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer) का खतरा बढ़ जाता है?
यदि आप इन निम्नलिखित स्थितियों का सामना कर रहे हैं तो आपको प्रोस्टेट कैंसर का अधिक खतरा हो सकता है:
वृद्धावस्था
उम्र के बढ़ने के साथ प्रोस्टेट कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
अगर आपका कॉम्प्लेक्शन डार्क है
अन्य पुरुषों की तुलना में डार्क स्किन टोन के पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा अधिक होता है। डार्क कॉम्प्लेक्शन के पुरुषों में, प्रोस्टेट कैंसर ज्यादा आक्रामक होता है लेकिन, यह स्पष्ट नहीं है कि ऐसा क्यों होता है।
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प्रोस्टेट या ब्रेस्ट कैंसर का पारिवारिक इतिहास
यदि आपके परिवार के पुरुषों में कभी प्रोस्टेट कैंसर हुआ है तो आपको इस बीमारी के होने का खतरा बढ़ सकता है। इसके अलावा, यदि आपमें ब्रेस्ट कैंसर को बढ़ाने वाले जीन्स (BRCA1 या BRCA2) हैं या परिवार में स्तन कैंसर कई लोगों को रहा हो , तो आपके लिए प्रोस्टेट कैंसर का खतरा और भी अधिक हो सकता है।
मोटापा
मोटापे से पीड़ित लोगो में प्रोस्टेट कैंसर होने की संभावना अधिक हो सकती है जिसका इलाज करना भी काफी अधिक मुश्किल होता है।
निदान और उपचार को समझें
दी गई जानकारी किसी भी डॉक्टरी परामर्श का विकल्प नहीं है। ज्यादा जानकारी के लिए हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।
कैंसर का निदान या पहचान कैसे की जाती है?
शारीरिक परीक्षण, आपके स्वास्थ्य का इतिहास और कुछ दूसरे टेस्ट के आधार पर प्रोस्टेट कैंसर का निदान किया जाता है, जैसे:
डिजिटल रेक्टल परीक्षा (DRE)
यह एक शारीरिक परीक्षण है जिसमें आपका डॉक्टर आपके प्रोस्टेट को चेक करते हैं यह देखने के लिए कि आपकी प्रोस्टेट ग्रंथि में कोई सख्त गांठ है क्या जो ट्यूमर हो सकती है।
प्रोस्टेट बायोप्सी
आपका डॉक्टर प्रोस्टेट कैंसर की पुष्टि करने के लिए बायोप्सी करने की सलाह दे सकता है। बायोप्सी में, प्रोस्टेट ग्रंथि का एक छोटा-सा टुकड़ा निकाल दिया जाता है और उसकी जांच की जाती है।
एमआरआई (MRI )
इसके लिए बोन स्कैन और सी टी स्कैन भी किया जा सकता है।
अमेरिकन यूरोलॉजिकल एसोसिएशन (American Urological Association) और यू एस प्रिवेंटिव सर्विसेस टास्क फोर्स (U.S. Preventive Services Task Force) अब प्रोस्टेट कैंसर स्क्रीनिंग के लिए प्रोस्टेट-स्पेसिफिक एंटीजन prostate-specific antigen) रक्त परीक्षण को अब ज्यादा महत्व नहीं देता है हालांकि, पहले इसका उपयोग बहुत किया जाता था। दरअसल, इस प्रक्रिया से कोई अधिक लाभ नहीं होता है। यह PSA ब्लड टेस्ट, प्रोस्टेट-विशेष प्रकार के एंटीजन की मात्रा की जांच करता है जो आपके ब्लड में होती है। हालांकि, आपके ब्लड में PSA की अधिक मात्रा होने के कई और भी कारण हो सकते हैं इसलिए, इससे गलत निदान भी हो सकता है।
यदि आपको पहले से ही प्रोस्टेट कैंसर है तो इस परीक्षण से कैंसर की स्टेज या ग्रेडिंग का पता चल सकता है। इससे पहले कि आप PSA ब्लड टेस्ट कराने का विचार करें, अपने डॉक्टर से जरूर बात करें।
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प्रोस्टेट कैंसर (Prostate Cancer) का इलाज कैसे किया जाता है?
यदि आपको प्रोस्टेट कैंसर का पता चल गया है, तो यह आपके कैंसर की गंभीरता पर निर्भर करता है। अगर यह फैल गया है, तो आपके इलाज का निर्धारण आपके डॉक्टरों द्वारा ही किया जाएगा। यदि कैंसर ज्यादा फैलनेवाला नहीं है तो आपका डॉक्टर सावधानी से देखभाल की सलाह दे सकता है। सर्जरी, रेडिएशन, कीमो थेरेपी और हार्मोन थेरेपी आदि भी कैंसर के उपचार के विकल्प हैं। स्वास्थ्य की स्थिति तथा आपके कैंसर के चरण के आधार पर ही आपके कैंसर का सही इलाज किया जा सकता है।
जीवनशैली में बदलाव या घरेलू उपचार
प्रोस्टेट कैंसर से निपटने के लिए जीवनशैली में क्या बदलाव और घरेलू उपचार जरूरी हैं?
आप इन उपयोगी तरीकों का पालन करके अपने प्रोस्टेट कैंसर होने के खतरे को कम कर सकते हैं:
इस बारे में पटना के क्लीनिकल यूरोलॉजिस्ट डॉक्टर रविश शुक्ला का कहना है कि प्रोस्टेट केवल पुरूषों में देखी जाने वाली सबसे अधिक और घातक बीमारी है। जिस तरह से महिलाओं में ओवेरियन और ब्रेस्ट कैंसर देखा जाता है। उसी तरह पुरूषों में प्रोस्टेट कैंसर। इससे बचाव के लिए शुरूआत से ही पुरूषों को अपने डायट का विशेष ध्यान रखना चाहिए।ज्यादा फैट वाले खाद्य पदार्थों से बचें। इसके बजाय फलों, सब्जियों और साबुत अनाज को आहार में शामिल करें। फलों और सब्जियों में कई विटामिन्स और अन्य पोषक तत्व होते हैं जो आपको स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। आप खान-पान के माध्यम से प्रोस्टेट कैंसर को रोक सकते हैं या नहीं यह अभी तक साबित नहीं हुआ है लेकिन, विभिन्न प्रकार के फलों और सब्जियों के साथ एक स्वस्थ आहार खाने से आपकी पूरी हेल्थ में सुधार जरूर हो सकता है।
सप्लीमेंट की जगह स्वस्थ खाद्य पदार्थ चुनें
अभी तक किसी भी अध्ययन से पता नहीं चला है कि सप्लीमेंट प्रोस्टेट कैंसर के खतरे को कम करने में एक भूमिका निभाते हैं या नहीं इसलिए, ऐसे खाद्य पदार्थ चुनें जो विटामिन्स और मिनरल्स से भरपूर हों ताकि, आपके शरीर में विटामिन्स का एक अच्छा स्तर बना रहे।
सप्ताह के अधिकांश दिनों में व्यायाम करें
व्यायाम आपके पूरे स्वास्थ्य में सुधार लाता है, सही वजन बनाए रखने में मदद करता है और आपके मूड को भी बेहतर बनाता है। ऐसे प्रमाण मिले हैं कि जो पुरुष व्यायाम नहीं करते हैं उनमें PSA का स्तर अधिक होता है जबकि, व्यायाम करने वाले पुरुषों में प्रोस्टेट कैंसर का खतरा कम होता है।
आदर्श वजन बनाए रखें
यदि आपका वजन अभी के समय में ठीक है, तो सप्ताह के ज्यादातर दिनों में व्यायाम करके आप इसे बनाए रखने में कामयाब हो सकते हैं। यदि आपको अपना वजन कम करने की आवश्यकता है, तो कुछ एक्सरसाइज और करके कैलोरी की संख्या को कम करें। वजन घटाने के लिए आप अपने डॉक्टर से भी एक्सरसाइज प्लान बनवा सकते हैं।
अगर आपको अपनी समस्या को लेकर कोई सवाल है, तो कृपया अपने डॉक्टर से परामर्श लेना न भूलें।