के द्वारा मेडिकली रिव्यूड Dr Sharayu Maknikar
पत्ता गोभी जितनी सामान्य सी दिखती है, उतनी ही स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होती है। इसमें प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट (Antioxidant), फाइबर (Fiber) आदि पाया जाता है, जो दिल (Heart) और पेट (Stomach) के लिए काफी लाभदायक हो सकता है। इसका बोटेनिकल नाम सिंप्लोकारपस फोटिडस (Symplocarpus foetidus) है, जो कि अरेसी (Araceae) फैमिली से आता है।
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पत्ता गोभी (Skunk Cabbage) का इस्तेमाल प्रमुख तौर पर इन बीमारियों के इलाज में किया जाता है। भारतीय घरों में पत्ता गोभी (Skunk Cabbage) का इस्तेमाल पेट में दर्द (Stomach pain), पेट और आंतों के अल्सर, एसिड रिफ्लक्स (जीईआरडी) के लिए किया जाता है। गोभी का उपयोग अस्थमा (Asthma) और मॉर्निंग सिकनेस (Morning sickness) के इलाज के लिए भी किया जाता है। इसका उपयोग कमजोर हड्डियों (ऑस्टियोपोरोसिस), साथ ही फेफड़े, पेट, कोलन, स्तन (Breast) और अन्य प्रकार के कैंसर (Cancer) को जड़ से खत्म करने के लिए भी किया जाता है।
छोटे शिशुओं को स्तनपान कराने वाली महिलाएं सूजन और दर्द से राहत पाने के लिए कभी-कभी गोभी के पत्तों का इस्तेमाल करती हैं। कुछ स्थानों पर महिलाएं गोभी के पत्तों के अर्क स्तनों पर भी लगाती हैं। गोभी पर हुए शोध में यह बात सामने आई है कि ऑस्टियोआर्थराइटिस के कारण जोड़ों के दर्द से पीड़ित लोगों को राहत दिलाने के लिए गोभी का इस्तेमाल किया जाता है।
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पत्ता गोभी में ऐसे रसायन पाए जाते हैं, जो शरीर को कैंसर से लड़ने की क्षमता प्रदान करते हैं। गोभी शरीर में इस्ट्रोजन का उपयोग करने के तरीके को बदल सकती है, जिससे स्तन कैंसर (Breast Cancer) का खतरा कम हो जाता है। कुछ स्थितियों में गोभी का इस्तेमाल शरीर में सूजन कम करने के लिए किया जाता है।
छोटे शिशुओं को स्तनपान कराने वाली महिलाएं दर्द से राहत पाने के लिए के लिए भी गोभी या इसके पेस्ट का इस्तेमाल करती हैं। शोधकर्ताओं के मुताबिक, साबूत गोभी के पत्ते सूजन और दर्द से राहत पाने के लिए किया जाता है।
मूत्राशय कैंसर (Bladder Cancer): शोध में यह बात सामने आई है कि अधिक मात्रा में गोभी, ब्रोकली जैसी सब्जियां खाने से मूत्राशय कैंसर से राहत मिल सकती है।
कोलोरेक्टल कैंसर (Collateral Cancer): कुछ लोगों को गोभी खाना बिल्कुल भी पंसद नहीं होता है, लेकिन गोभी पर हुए शोध में यह बात सामने आई है कि जो निश्चित मात्रा में फूलगोभी, ब्रोकली जैसी चीजें खाते हैं उन्हें कोलोरेक्टल कैंसर से छुटकारा मिल सकता है।
हाय कोलेस्ट्रॉल (High Cholesterol): गोभी पर हुए प्रारंभिक शोध से पता चलता है कि 3-9 सप्ताह के लिए फल और अन्य सब्जियों वाले पेय में गोभी और ब्रोकोली को लिया जाए तो इससे हाई कोलेसट्रॉल से छुटकारा मिल सकता है।
पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस (Old Osteoarthritis): प्रारंभिक अनुसंधान से पता चलता है कि गोभी के पत्तों के आवरण को दिन में 2 बार, 4 सप्ताह के लिए किया जाए तो घुटने के पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस को खत्म किया जा सकता है। आप चाहे तो गोभी के पत्तों का जेल बनाकर भी इसे ऑस्टियोआर्थराइटिस में इस्तेमाल कर सकते हैं।
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पत्ता गोभी का इस्तेमाल अगर एक निश्चित मात्रा में किया जाए तो यह सुरक्षित है। हालांकि चेहरे पर गोभी का पेस्ट लगाने से कई बार लोगों को जलन, सूजन और दर्द जैसी समस्या का सामना करना पड़ सकता है। अगर आप गोभी का पेस्ट लगा रहें हैं और आपको किसी तरह की परेशानी होती है, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करिए।
हर्बल सप्लीमेंट (Herbal Supplement) के उपयोग से जुड़े नियम, दवाओं के नियमों जितने सख्त नहीं होते हैं। इनकी उपयोगिता और सुरक्षा से जुड़े नियमों के लिए अभी और शोध की जरुरत है। इस हर्बल सप्लीमेंट के इस्तेमाल से पहले इसके फायदे और नुकसान की तुलना करना जरुरी है। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए किसी हर्बलिस्ट या आयुर्वेदिक डॉक्टर से संपर्क करें।
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अगर आप गोभी का सेवन भोजन में सब्जी के तौर पर कर रहें हैं, तो इसका सेवन पूरी तरह सुरक्षित है। लेकिन अगर आप इसका इस्तेमाल दवा या औषधि के रूप में करना चाहते हैं तो डॉक्टर या किसी हर्बलिस्ट से सलाह लें।
एसिटामिनोफेन (टाइलेनॉल):
पत्ता गोभी का इस्तेमाल कुछ दवाओं के साथ किया जाए तो यह नुकसानदायक साबित हो सकती है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, एसिटामिनोफेन (Tylenol) के साथ गोभी का इस्तेमाल किया जाए, तो एसिटामिनोफेन (टाइलेनॉल) की प्रभावशीलता कम हो जाती है।
लिवर:
अगर आप लिवर से संबंधित किसी तरह की दवाई का सेवन कर रहे हैं तो गोभी का इस्तेमाल करने से बचें। लिवर में ली जाने वाली दवाओं के साथ गोभी का इस्तेमाल करते है तो यह दवा की प्रभावशीलता को कम कर सकती है। लिवर की बीमारी और ट्रासप्लांट में ली जाने वाली दवाओं में क्लोजापाइन (क्लोजारिल), साइक्लोबेनेराप्रिन (फ्लेक्सिरिल), फ्लूवोक्सामाइन शामिल हैं। जरूर नहीं है कि हर्बल सप्लीमेंट हमेशा सुरक्षित ही हों, इसलिए एक बार इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर से सलाह ले लीजिए।
गोभी को ऑक्साजेपम (सेरेक्स) के साथ लेने से ऑक्साजेपम (सेरेक्स) की प्रभावशीलता कम हो सकती है। अगर आप किसी भी तरह की दवाई का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो एक बार गोभी का किसी भी रूप में इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर, हर्बलिस्ट की सलाह जरूर लीजिए।
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यहां पर दी गई जानकारी को डॉक्टर की सलाह का विकल्प ना मानें। किसी भी दवा या सप्लीमेंट का इस्तेमाल करने से पहले हमेशा डॉक्टर की सलाह जरुर लें।
स्तनपान के दौरान बढ़े हुए स्तन और होने वाले दर्द के लिएः घर में रहने वाले छोटे शिशुओं को दूध पिलाने के दौरान अक्सर महिलाओं को दर्द का सामना करना पड़ता है। ऐसे में गोभी के पत्तों को ब्रा के अंदर या ठंडे तौलिया के नीचे एक संपीड़ित के रूप में पहना जाता है। आप इस प्रक्रिया को एक सप्ताह तक दोहरा सकती हैं। इस प्रक्रिया को दोहराने के बाद आपको एहसास होगा कि कुछ ही दिनों में आपको स्तनों के दर्द से राहत मिल गई है।
आमतौर पर पत्ता गोभी सर्दियों के मौसम में किसी भी दुकान पर आसानी से उपलब्ध होती है। लेकिन वर्तमान में बाजार में गोभी के चिप्स, गोभी के रस का सिरप और कई तरह के ड्राई प्रोडक्ट्स उपलब्ध है।
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