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कोरोना वायरस के ट्रांसमिशन फैक्टर: मास्क पहनने के साथ, इन छोटी-छाेटी बातों की तरफ भी गौर करें!

कोरोना वायरस के ट्रांसमिशन फैक्टर: मास्क पहनने के साथ, इन छोटी-छाेटी बातों की तरफ भी गौर करें!

कोरोना का संकट टलने का नाम ही नहीं ले रहा है। जब कोरोना आया था और लोगों के बीच फैलना शुरु हुआ था, तब शायद किसी को भी अंदाजा नहीं था कि यह संकट इतने लंबे समय तक बना रहेगा। कोरोना से बचाव के लिए लोग मास्क और सैनिटाइजर (Sanitizer)  जैसे नियम पालन कर रहे हैं। लेकिन बहुत सी छोटी-छोटी बातों को अनदेखा कर देते हैं। जिससे कोविड के फैलने का सबसे ज्यादा खतरा होता है, लेकिन जिसकी तरफ लोगों का ध्यान  नहीं जाता है।  कोविड के बाद भले ही लोग आइसोलेशन में चले जा रहे हैं, लेकिन फिर भी  बहुत से ऐसे कॉमन फैक्टर हैं, जो लाेगों के बीच कोरोना के संक्रमण को फैला देते हैं। जिनमें कई कारक शामिल हैं, जैसे कि किसी एक 2 बीएचके घर में 5 लोग रहते हैं और उनके बीच एक बाथरूम है। तो ऐसे में मरीज का रूम में आइसोलेशन (Isolation) तो हाेना आसान है, लेकिन बाथरूम शेयर करना ही पड़ता है। इसके अलावा कोई रास्ता भी नहीं होता है। ऐसे बहुत से कॉमन फैक्टर हैं, जो कोरोना को बढ़ावा देते हैं। आइए जानते हैं, उन कारणों के बारे में:

“जब मरीज में कोई गंभीर लक्षण दिखने लगते है, तो उन्हें घर में सबसे अलग किसी कमरे में रहना चाहिए। लेकिन इसी के साथ यह भी जरूरी है कि उस व्यक्ति को संक्रमण को दूसरे व्यक्ति में भी फैलने से रोकना चाहि। यदि सावधानी नहीं बरती गई, तो इसके कारण पूरा घर भी संक्रमण (Corona Infection) की चपेट में आ सकता है। ऐसे में मास्क पहनने से लेकर हाथ धोने तक बहुत सारी चीजें हैं, जिसे सभी फॉलो कर रहे हैं। लेकिन कोरोना वायरस के ट्रांसमिशन चेन में बहुत सारे कॉमन फैक्टर भी शामिल हैं, जैसे कि कोविड के मरीज (COVID Patient) का टूथ ब्रश सबसे अलग रखा होना चाहिए, बाथरूम हायजीन का ध्यान देना चाहिए या गेट को सैनेटाइन करना चाहिए। बहुत सी छोटी-छोटी बातें आदि। जो दैनिक जीवन में हायजीन के तोर पर ध्यान रखनी चाहिए।’ – डॉ सूर्यकांत, किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय के रेस्परेटरी मेडिसिन विभाग के अध्यक्ष और इंडियन मेडिकल एसोसिएशन-एमएस के वाइस चेयरमैन का कहना है।

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कोरोना संक्रमण को फैलाने वाले कॉमन फैक्टर (Common factors that spread corona infection)

जैसा कि हमने ऊपर बात किया कि कोरोना का संक्रमण केवल  कोरोना मरीज के संपर्क में आने से ही नहीं फैलता है, बल्कि और बहुत सारे कारण हैं। यहां हम उन्हीं कुछ कारणों के बारे में बात कर रहे हैं, जिनमें शामिल हैं:

टूथब्रश सबसे पहले बदलें (Change toothbrush first)

कोविड संक्रमण (COVID Infection) से बचने लोगों को सही जानकारी का होना बहुत जरूरी है। कई मरीज एक बार ठीक होने का बाद दोबारा कोरोना से सक्रमित हो जा रहे हैं, इसके बहुत से कारण है,  इनमें एक एक टूथब्रश भी है। डेंटिस्टों का कहना है कि जो लोग कोराेना से ठीक हो रहे हैं, उन्हें रिकवरी के बाद तुरंत अपना टूथ ब्रश बदलना (Change toothbrush first) चाहिए। ऐसा करने पर वो दोबारा से पॉजिटिव (Positive) होने से बचते हैं और अपने परिवार को भी बचा सकते हैं।

“कोविड से रिकवरी हुए मरीजों को केवल अपना टूथब्रश ही नहीं, बल्कि टंग क्लीनर भी हमें बदल देना चाहिए। ऐसा केवल कोराेना में ही नहीं, बल्कि किसी भी तरह के मौसमी फ्लू (Seasonal flu) और कोल्ड (Cold) आदि होने पर भी ऐसा करना चाहिए। कोरोना के मामले में मरीज इस बात का विशेष ध्यान रखें। ब्रश को धोने के बाद भी वायरस उसमें से तुरंत मरता नहीं है। ये छोटी-छोटी सावधानी बहुत जरूरी है।’ –  में डॉ. डी हिमांशु  केजीएमयू के चिकित्सा अधीक्षक ने बताया।

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बाथरूम हायजीन (Bathroom Hygiene): कॉमन वॉशरूम के कारण अधिक खतरा

कोरोना के कई ऐसे मामले आए हैं, जिनमें एक वक्ति के साथ पूरा घर कोरोना पॉजिटव पाया गया है। जिसकी एक वजह घर में काॅमन बाथरूम का इस्तेमाल भी है। बाथरूम में एक ही नल, साबुत या शैंपू की बाॅटल के इस्तेमाल से दूसरे व्यक्ति में इसके फैलने का रिस्क कहीं ज्यादा होता है। अधिकतरस  ज्यादातर लोग कॉमन वॉशरूम का इस्तेमाल करते हैं, खासतौर पर फ्लेट में। तो ऐसे में वायरस के फेलने के खतरे को रोकना काफी मुश्किल होता है। लेकिन ऐसे में कोशिश करनी चाहिए कि कोविड मरीज का सभी सामान अलग हो। उसके बाथरूम इस्तेमाल के बाद तुरंत उसे मास्क पहनकर सैनिटाइज किया जाए। फिर कोशिश करें कि कम से कम घंटे बाद आप बाथरूम का इस्तेमाल करें, यदि कुछ जरूरी न हो।

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डिस्पोजल बर्तनों का इस्तेमाल करें (Use disposable utensils)

कोविड के दौरान पेशेंट के बर्तन अलग कर देने चाहिए। क्योंकि नॉमर्ल डिश वॉश से कोविड के संक्रमण मरते नहीं हैं। बल्कि एक साथ बर्तनों को धुलने में यह फैल जाते हैं। खाने के बर्तनों को सैनिटाइज (Sanitize) भी नहीं किया जा सकता है। इसलिए जरूरी है कि घर में यदि किसी एक को कोरोना हुआ है और वो आइसोलेशन (isolation) में है, तो दूसरे लोगों में यह न फैलें। इसलिए मरीज को डिस्पोजल बर्तन में खाना देना ज्यादा सही विकल्प है। इससे वायरस के फैलने का खतरा कम होगा।

सैनिटरी पैड (sanitary pad) और कूड़े को डबल पैक कर के फेंके

यदि घर में किसी एक या सभी को कोविड हो रखा है, तो उन्हें इस बात का भी ध्यान देना है कि आप भले ही आइसोेलेशन में हैं, लेकिन आप से यह संक्रमण किसी और को न फैलें। अगर वायरस के ट्रांसमिशन की बात करें, तो घर से निकलने वाले कचड़े और संक्रमित महिला के सैनेटरी पैड से भी इसके फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए कूड़े को डबल पॉलीथिन में पैक  कर के फेंके।

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घर के स्विच बोर्ड को साफ करें (Clean the home switch board)

यदि किसी का कोविड पॉजिटिव आ गया है, तो आइसोलेशन तो जरूरी है ही। लेकिन लक्षण दिखने से टेस्ट के परिणाम आने तक में मरीज ने जितनी चीजों काे छुआ है। उसे भी स्टेनेटाइज करना बहुत जरूरी है, जैसे कि स्विच बोर्ड, टीवी का रिमोट, ऐसी का रिमोट, नल और घर के अन्य ऐसे समान, जो अक्सर सभी के इस्तेमाल में आते हैं। ऐसी जगह से संक्रमण फैलने का सबसे ज्यादा खतरा होता है। इसलिए छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखना आवश्यक है।

गेट के हैंडल को सैनिटाइज करें (Sanitize the gate handle)

घर के गेट के आउटसाइड हैंडल की तरफ लोगों का बहुत कम ध्यान जाता है। लेकिन यह एक ऐसी जगह है, जहां से वायरस को आपके घर में प्रवेश करने का मौका मिलता है। ऑनलाइन ऑर्डर से लेकर न जाने कितने लोग गेट के हैंडल को छूते हैं। भले ही घर में अंदर लोग नहीं आते हैं, लेकिन डोर बेल और गेट के बहार के हैंडल के प्रभावित होने का खतरा सबसे ज्यादा होता है। इसलिए इन छोटे-छोटे वायरस के ट्रांसमिशन के एरिया को सैनिटाइज करना बहुत जरूरी है।

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न्यूज पेपर को ऐसे न छुएं (News Paper)

तेज़ी से फैलते कोरोना वायरस के ट्रांसमिशन फैक्टर में न्यूज पेपर भी शामिल है। यह किस-किस के हाथ से होते हुए आप तक पहुंच रहा है और आप से घर वालों के बीच। इस पर अभी कोई बहुत ज्यादा फैक्ट नहीं है, पर इसे भी एक कारणों में माना जा रहा है। डब्लूएचओ की एक रिपोर्ट के अनुसार जब कोई कोविड-19 से संक्रमित व्यक्ति अखबार को टच करता है, तो न्यूज पेपर में भी संक्रमण कुछ घंटों के लिए एक्टिव रह सकता है।

कैश पेमेंट से बचें (Avoid cash payment)

बहुत से ऐसे घर भी हैं, जहां पूरा परिवार कोविड पेशेंट है या पूरा घर आइसोलेशन में हैं। तो ऐसे में बहुत सी जरूरतों को पूरा करने के लिए ऑनलाइन शॉपिंग ही एक सहारा होता है, फिर चाहें वो दवा मंगवाना हो या फूड ऑर्डर करना हो। तो ऐसे में भी कोविड के सक्रमण के फैलने का खतरा और भी बढ़ जाता है। होम आइसोलेशन में शॉपिंग के दौरान ऑनलाइन पैमेंट करना ज्यादा हेल्थ के अनुसार फायदेमंद है। कैश पैमेंट में आपसे दूसरे को वायरस फैलने का खतरा ज्यादा होगा। यदि कैश में कर भी रहे हैं, तो ऐसे में पैसे को किसी बाउल या बास्क्रेट में रख कर बाहर की तरफ रख दें। डिलिवरी बाॅय पैसों को सैनिटाइज कर के लेंगे।

जैसा कि आपने जाना कि कोरोनावायर किन-कारणों से सबसे तैजी से फल है, जो आपको और आपके पूरे परिवार के लिए खरते की घंट बन सकता है। इसलिए जरूरी है कोरोनायरस के चेन को ब्रेक करें। इससे जुड़ी अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से बात करें और सभी नियमों का पालन करें।

 

 

 

डिस्क्लेमर

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Current Version

14/05/2021

Niharika Jaiswal द्वारा लिखित

के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. प्रणाली पाटील

Updated by: Niharika Jaiswal


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के द्वारा मेडिकली रिव्यूड

डॉ. प्रणाली पाटील

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Niharika Jaiswal द्वारा लिखित · अपडेटेड 14/05/2021

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