लॉकडाउन के समय लोग घरों के अंदर रहकर महामारी को फैलने से रोक रहे हैं। मौसम में बदलाव भी आ चुका है और कुछ लोगों को इस वजह से भी जुकाम-बुखार की समस्या हो रही है। कोरोना वायरस का संक्रमण भारत में तेजी से बढ़ रहा है। संक्रमण को रोकने के लिए लोगों को सरकार की ओर से समय-समय पर अवेयर किया जा रहा है। फिलहाल लोगों को यहीं पता है कि कोरोना वायरस का संक्रमण होने पर लोगों को जुकाम, खांसी, बुखार, सिरदर्द और सांस लेने में दिक्कत आदि समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। अगर ऐसे में ये कहा जाए कि कोविड-19 के लक्षण में डायरिया जैसी बीमारी भी शामिल हो सकती है तो शायद आपको जानकर परेशानी हो सकती है। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं, बल्कि ये बात अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी की ओर से की गई स्टडी में ये बात सामने आई है। मार्च 2020 में ये स्टडी की गई थी।
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कोविड-19 के लक्षण (COVID-19 symptoms) : डायजेस्टिव इश्यू दिखे
अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी की ओर से की गई स्टडी में ये बात सामने आई कि वुहान में पॉजिटिव पाए गए कुल पेशेंट में से आधे पेशेंट में डायजेस्टिव सिस्टम में इश्यू भी पाए गए थे। मेडिकल कम्यूनिटी के लिए भी ये लक्षण नए थे। अमेरिकन जर्नल ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी के को-एडिटर-इन-चीफ इस बारे में कहते हैं कि स्टडी के दौरान ये बात सामने आई है कि कुछ पेशेंट में बुखार, मतली, दस्त सूजन और पेट दर्द की समस्या सामने आई है। जिन लोगों में ये लक्षण दिखाई दें, वो लोग भी कोरोना वायरस से संक्रमित हो सकते हैं और ऐसे लोगों को अन्य व्यक्तियों से दूरी बनाना जरूरी है। वुहान मेडिकल ट्रीटमेंट एक्सपर्ट ग्रुप के डॉक्टरों ने तीन अलग-अलग हॉस्पिटल्स में कोरोना वायरस के 204 पेशेंट को देखा। करीब 50 प्रतिशत मामलों में मरीज को भूख, दस्त, उल्टी, या पेट दर्द आदि की समस्या देखने को मिली। कुछ लोगों में डायजेस्टिव सिस्टम संबंधित लक्षण देखने को मिले, जबकि कुछ लोगों में सांस से जुड़े कोई भी लक्षण देखने को नहीं मिले।
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कोविड-19 के लक्षण (COVID-19 symptoms) : इम्यून सिस्टम पर भी पड़ता है प्रभाव
स्टडी के दौरान एक बात और सामने आई कि ऐसे रोगियो को ये जानकारी बिल्कुल नहीं थी कि वो कैसे संक्रमित हो गया। ज्यादातर रोगियो का कहना था कि वो किसी भी संक्रमित व्यक्तियों के संपर्क में नहीं आए हैं। जब स्टडी खत्म हुई तो करीब 35 प्रतिशत लोग हॉस्पिटल में एडमिट थे, वहीं 18 प्रतिशत लोगों की मृत्यु कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण हो चुकी थी। जिन लोगों को पेट संबंधि समस्या थी, समय के साथ समस्या अधिक बढ़ गई।वहीं, जिन लोगों में डायजेस्टिव इश्यू नहीं था, वो लोग लीवर डैमेज से भी पीड़ित थे। कोरोना वायरस के संक्रमण के कारण लिवर पर अटैक इम्यून सिस्टम को प्रभावित करता है। कोरोना से लड़ने के लिए मजबूत इम्यून सिस्टम की जरूरत होती है।
कोविड-19 के लक्षण : सूंघने की क्षमता भी हो रही है प्रभावित
कोविड-19 के लक्षण में मुख्य रूप से खांसी, बुखार, सिरदर्द और सांस संबंधि समस्या को मुख्य रूप से बताया गया था लेकिन अब साउथ कोरिया, चीन, इटली के कई मरीजों ने ये शिकायत की है। उन लोगों का कहना है कि वह न कुछ सूंघ पा रहे हैं और न उन्हें स्वाद पता चल पा रहा है। ब्रिटेन में ईयर, नोज व थ्रोट विशेषज्ञों के ग्रुप के प्रेजिडेंट निर्मल कुमार कहते हैं, ‘हमारे पास पिछले 48 घंटे या 72 घंटे में करीब 500 मरीजों से पता चला कि उनका स्मेल और टेस्ट का सेंस खत्म हो गया है। इससे पहले कभी इतनी संख्या में ऐसे पेशेंट्स नहीं आते थे। पहले महीने में एक या दो मरीज यह समस्या लेकर आते थे। अचानक से इन पेशेंट्स की संख्या तेजी में देखकर शुरुआत में हमें भी हैरानी हुई। निर्मल ने ब्रिटेन में स्वास्थ्य अधिकारियों को इस बारे में चिट्ठी लिखकर चिंता जताई है। उन्होंने चिट्ठी में लिखा है कि ऐसे मरीजों का इलाज करते वक्त डॉक्टरों को प्रोटेक्टिव सूट पहनने को बोला जाए क्योंकि ये कोरोना पॉजिटिव भी हो सकते हैं।हम सभी का शरीर और इम्यून सिस्टम अलग अलग होता है। सभी लोग रोगजनकों के लिए अतिसंवेदनशील नहीं होते व सभी को ये एक ही तरह से प्रभावित नहीं करते हैं। चूहों पर किए गए एक शोध में मालूम हुआ कि यह विभिन्न लोगों में अलग-अलग तंत्रिका मार्ग को प्रभावित करता है।
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कोविड-19 के लक्षण : इन बातों पर भी दें ध्यान
कोविड-19 के लक्षण देखकर ही कोई भी व्यक्ति टेस्ट के लिए जाता है। अब जबकि विभिन्न देशों से कोविड-19 के लक्षण के विभिन्न प्रकार बताए जा रहे हैं तो ऐसे में किसी भी व्यक्ति के लिए परेशान होना जायज है। कोरोना वायरस विभिन्न देशों में तेजी से फैल रहा है। हो सकता है कि आपको नए लक्षण न पता चले। फिर भी कोविड-19 के लक्षण (मुख्य) अगर आपको पता होंगे तो आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। साथ ही कोरोना के लक्षण पर भी ध्यान दें। नाक का बहना (runny nose), सिरदर्द की समस्या, खांसी आना, गले में खराश महसूस होना (sore throat), बुखार महसूस होना, अस्वस्थ्य होने का सामान्य एहसास, अस्थमा की समस्या या सांस लेने में समस्या आदि। कोरोना वायरस आसानी से फैल जाता है तो इन बातों का ध्यान भी रखें,
- इंफेक्टेड व्यक्ति के मुंह को बिना ढके खांसने या छींकने से हवा में वायरस पहुंच जाता है।
- इंफेक्टेड व्यक्ति से हाथ मिलाने पर भी वायरस आसानी से फैल जाता है।
- संक्रमित जगह को छूने से भी वायरस फैल सकता है। नाक, आंख या मुंह का संपर्क करने भर से ही वायरस फैल जाता है।
- मल के संपर्क में आने पर भी कोरोना वायरस फैल सकता है, ऐसा कहा जा रहा है पर इसपर शोध जारी है।
अगर आपको कोविड-19 के लक्षण नजर आ रहे हैं और कई दिनों तक सुधार नजर नहीं आ रहा है तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें। जांच के बाद डॉक्टर के बताए नियमों का पालन करें।
हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
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