खिड़की से बाहर सड़कों, गलियों में देखना और सोचना कि आखिर कब हम घर से बाहर खुली हवा में घूम पाएंगे, दोस्तों से मिल पाएंगे, वो जो ट्रिप प्लान की थी, वो कब पूरी कर पाएंगे? गर्मियों की छुट्टियां आने वाली हैं, क्या घरवालों के साथ मनाली जा पाएंगे? अधिकतर लोगों के दिमाग में यह सभी बातें घूम रही होंगी, शायद आप भी उन्हीं लोगों में से एक हों जो यह सभी बातें सोच-सोचकर परेशान हुए जा रहे हैं। क्योंकि, मनुष्य की प्रवृति ही ऐसी है, उसे जिस काम से रोका जाए, वो काम करने के लिए उसका मन सामान्य से भी ज्यादा करने लगता है। लेकिन, आपको कोरोना वायरस के इंफेक्शन SARS-CoV-2 के कारण हुए लॉकडाउन की वजह से घर में रहकर उदास होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि कोविड-19 में वर्चुअल रियलिटी वीडियो (Virtual Reality Videos) आपकी मदद करेगा।
कोविड-19 में वर्चुअल रियलिटी वीडियो कैसे करेगा मदद?
कोरोना वायरस की वजह से लोग अपने घरों में बंद हैं, जिससे एक ही जगह रह-रहकर उन्हें बोरियत और उदासी ने घेर लिया है। इसके अलावा, इस महामारी के खत्म होने या सही होने के समय की अनिश्चितता ने उनपर और मानसिक तनाव बढ़ा दिया है। लेकिन, शोधकर्ताओं का कहना है कि, ऐसी स्थिति में वर्चुअल रियलिटी वीडियो यानी वीआर वीडियो काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। एक इटेलियन रिसर्च पेपर में खुलासा हुआ है कि, कोविड-19 में वर्चुअल रियलिटी वीडियो की मदद से लॉकडाउन व क्वारेंटाइन का स्ट्रेस व अकेलापन जैसा साइकोलोजिकल इफेक्ट कम किया जा सकता है।
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कोविड-19 में वर्चुअल रियलिटी वीडियो के प्रभाव पर हुई स्टडी क्या कहती है?
इस स्टडी के दौरान इटली में 400 लोगों पर तीन महीने तक वर्चुअल रियलिटी वीडियो का अध्ययन हो रहा है। इसमें लॉकडाउन की वजह से लोगों में हुए तनाव, अवसाद, उदासी आदि को कम करने व दिमाग को शांति प्रदान करते हुए कोविड-19 में वर्चुअल रियलिटी वीडियो (Virtual Reality Video) को काफी प्रभावशाली माना गया है। शोधकर्ताओं का कहना है कि, वीआर वीडियो (VR Videos) की मदद से लोगों को लगता है कि, वह अपनी मनपसंद जगह आ गए हैं, घूम रहे हैं, जिससे उनका दिमाग शांत होता है और बॉडी रिलैक्स होती है। इसके साथ ही वह इन वीडियो की मदद से किसी भी जगह जाने का सुरक्षित व आरामदायक अनुभव प्राप्त कर सकते हैं, चाहे वह किसी भीड़भाड़ वाली जगह पर जाने का अनुभव ही क्यों न हो।
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कोविड-19 में वीआर वीडियो की मदद से घर से बाहर कैसे घूम सकते हैं?
वीआर वीडियो का मतलब वर्चुअल रियलिटी वीडियो होता है, जो आपको एक असली दुनिया में रहने जैसा अनुभव देता है। जब आप वर्चुअल रियलिटी हैडसेट (Virtual Reality Headset) की सहायता से वर्चुअल रियलिटी वीडियो देखते हैं, तो आपको लगता है कि वीडियो में दिखााई जा रही हर चीज आपके इर्द-गिर्द हो रही है, जिससे दिमाग का कार्य सामान्य रूप से किसी जगह घूमने या जाने जैसा क्रियान्वित होने लगता है। इसे आप 3डी तकनीक की एडवांस तकनीक समझ सकते हैं। इसके दूसरी तरफ यह वीडियो सिर्फ कंप्यूटर या टेलीविजन स्क्रीन तक सीमित नहीं है, जिससे आपको पूर्ण रूप से वास्तविक जगह से हटकर किसी अन्य जगह पर होने का असली जैसा अनुभव होने लगता है।
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वर्चुअल रियलिटी वीडियो गेम्स की तरह वीआर वीडियो का एक दिलचस्प फायदा
कोरोना वायरस लॉकडाउन टिप्स में हम आपको कोविड-19 में वर्चुअल रियलिटी वीडियो का एक खास फायदा बता रहे हैं, जो किसी भी चीज में नहीं मिलेगा। इस फायदे को समझने के लिए आपको वर्चुअल रियलिटी वीडियो गेम्स के बारे में समझना होगा। देखिए, वर्चुअल रियलिटी को देखना सिर्फ एक बात है और उसे पूरी तरह अनुभव करना दूसरी बात। जैसे कि वर्चुअल रियलिटी वीडियो गेम्स वह वीडियो गेम्स होते हैं, जो वर्चुअल रियलिटी हैडसेट की मदद से खेले जाते हैं और इसमें भी बिल्कुल उस गेम के अंदर होने का एहसास होता है, ऐसा लगता है जैसे पूरा गेम हमारे आसपास घट रहा है और हम उसमें हिस्सा ले रहे हैं। इन गेम्स में आप कुछ भी कर सकते हैं, वास्तविकता में अपनी जगह खड़े रहकर या आसपास घूमकर आप गेम को खेल सकते हैं, किसी को मार सकते हैं, कहीं से कूद सकते हैं।
होगा हर चीज का एहसास
ठीक उसी तरह आप कोविड-19 में वर्चुअल रियलिटी वीडियो की मदद से किसी भी जगह जाकर सिर्फ देखने की बजाय वहां घूम सकते हैं। किसी फूल या पेड़ को छूने का एहसास कर सकते हैं पहले यह तकनीक काफी महंगी थी, जिस वजह से हर कोई इसका इस्तेमाल नहीं कर सकता था। हालांकि, तकनीक एडवांस होने के साथ-साथ इसकी कीमत में भी गिरावट आई है। इसलिए, अगर आप थोड़े से पैसे खर्च कर सकते हैं, तो इस तकनीक को इस्तेमाल कर सकते हैं।
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कोरोना वायरस टिप्स
भारत सरकार ने SARS-CoV-2 इंफेक्शन से बचने के लिए लोगों के लिए कुछ कोरोना वायरस टिप्स दिए हैं। इन सावधानियों को फॉलो करने से आप कोरोना वायरस इंफेक्शन से काफी हद तक बच सकते हैं।
- किसी भी चीज छूने के बाद या पहले हाथों को अच्छी तरह साफ करें।
- घर से बाहर बेवजह न निकलें और भीड़ का हिस्सा न बनें।
- चेहरे, आंख, नाक और मुंह को बिना हाथ साफ करे छूने से बचें।
- अगर आपको छींक या खांसी आ रही है तो मुंह को ढकें।
- यदि आप बुखार, खांसी या सांस लेने में समस्या से जूझ रहे हैं, तो जल्दी से डॉक्टर से मिलें।
- कोविड-19 में वर्चुअल रियलिटी वीडियो की जानकारी के अलावा अपने डॉक्टर की हर सलाह मानें और पूरी जानकारी प्राप्त करते रहें।
- इंडियन गर्वमेंट के मुताबिक, मास्क लगाने से पहले पहले अपने दोनों हाथों को साबुन और पानी से अच्छी तरह धोएं या फिर एल्कोहॉल बेस्ड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें।
- मास्क लगाते समय अपने मुंह और नाक को अच्छी तरह ढकें ताकि उसमें किसी भी तरह का गैप न रहे।
- एक बार यूज किया हुआ मास्क, दोबारा इस्तेमाल न करें।
- इस्तेमाल के बाद मास्क को तुरंत एक बंद डस्टबिन में फेंक दें।
- मास्क को पीछे से हटाएं और उसे इस्तेमाल करने के बाद आगे से न छूएं।
कोरोना वायरस महामारी को देश से खत्म करने के लिए आपको सरकार द्वारा लागू किए गए लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के साथ ही मास्क व पर्सनल हाइजीन जैसी एहतियात का पालन करना होगा। इसके अलावा, सिर्फ सरकार या हेल्थ एक्सपर्ट द्वारा दी गई जानकारी पर ही विश्वास करें।
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है। अगर आपको किसी भी तरह की समस्या हो तो आप अपने डॉक्टर से जरूर पूछ लें।
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