कोरोना महामारी के कारण सभी लोग अपनी इम्यूनिटी पावर को बढ़ाना चाहते हैं। आप भी जरूर चाहते होंगे कि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ जाए और कोरोना से आपका बचाव हो सके। इस समय हर जगह आपको इम्यूनिटी पावर के बारे में कुछ न कुछ पढ़ने को मिलता होगा, जिसमें से कुछ बातें तो सच होती हैं, तो अधिकांश बातें झूठी ही होती हैं। आज हम आपको इम्यूनिटी पावर से जुड़े मिथ्स और फैक्ट्स के बारे में बताएंगे, ताकि आपको पूरी और सही जानकारी मिल सके। इम्यूनिटी पावर से जुड़े मिथ्स और फैक्ट्स को जानकर आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत बना सकते हैं और अपनी जानकारी में भी सुधार ला सकते हैं।
इम्यूनिटी पावर से जुड़े मिथ्स और फैक्ट्स – 1
सवाल- क्या फल और सब्जी खाने से आपकी इम्यूनिटी सिस्टम मजबूत होती है?
फैक्ट- हां, यह सही बात है। अध्ययनों से पता चलता है कि जो लोग अधिक फल और सब्जियां खाते हैं, वे कम बीमार पड़ते हैं। इन लोगों के शरीर में पोषक तत्व भूरपूर मात्रा में पहुंचता है। इससे रोग प्रतिरक्षा प्रणाली मजबूत होती है। इससे वायरस और बैक्टीरिया से लड़ने में मदद मिलती है।
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सवाल- पर्याप्त नींद नहीं लेने से आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता पर कोई फर्क नहीं पड़ता है?
मिथ- यह झूठी बात है। स्वस्थ रोग प्रतिरक्षा प्रणाली होने के लिए व्यक्ति को पूरी नींद लेना जरूरी है। सोने से आपकी इम्यूनीटी पावर ही नहीं बढ़ती है, बल्कि आपका शरीर भी दोबारा काम करने के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाता है। हर वयस्क को रोज रात में कम से कम 7 से आठ घंटे जरूर सोना चाहिए। बच्चों को 9 से 10 घंटों की नींद लेना जरूरी है। स्कूल जाने वाले बच्चों को भी 9 से 10 घंटे की नींद लेनी चाहिए। छोटे बच्चों को 11 से 12 घंटे और नवजात शिशु को 16 से 18 घंटे की नींद लेने की सलाह दी जाती है।
पिछले कुछ सालों में वयस्कों के सोने का औसत समय 7 घंटे से भी कम हो गया है। इससे लोगों को परेशानियां हो रही हैं। अगर आप अपने शरीर की ज़रूरत से कम सोते हैं, तो आपकी नींद पूरी नहीं होती है और आप दूसरे दिन झपकी लेते रहते हैं। इससे आपका अपने काम पर पूरा ध्यान नहीं लगता है। इसलिए इम्यूनिटी से जुड़े मिथ्स और फैक्ट्स में मिली इस जानकारी का जरूर पालन करें।
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सवाल- क्या सकारात्मक दृष्टिकोण रखने से शरीर स्वस्थ होता है?
फैक्ट- हां, यह सही बात है। अच्छा दृष्टिकोण रखने से आपका स्वास्थ्य अच्छा हो सकता है। कानून के छात्रों के एक अध्ययन से पता चला है कि जैसी उनके विचार होते हैं, वैसी ही उनकी रोग प्रतिरक्षा प्रणाली होती है। स्कूल में जब वे बेहतर महसूस करते हैं, तो उनकी रोग प्रतिरक्षा प्रणाली अच्छी होती है और जब वे चिंतित होते हैं, तो रोग प्रतिरक्षा प्रणाली में कमी हो जाती है। इसलिए सकारात्मक सोच से अपनी इम्यूनिटी पावर को मजबूत रखकर अपना स्वास्थ्य ठीक कर सकते हैं।
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सवाल- खांसते समय अपने मुंह को ढकना जरूरी है?
फैक्ट- हां, यह सही जानकारी है। केवल खांसने या छींकने से ही नहीं, बल्कि किसी बीमार व्यक्ति से बात करने से भी आप बीमार हो सकते हैं। बात करते समय वायरस बूंदों के जरिए हवा में निकल जाते हैं और फिर आपके शरीर में चले आते हैं। इसलिए जब भी आप किसी बीमार व्यक्ति से बात करें, तो उससे 2-3 फीट दूर ही रहें।
अगर आप बीमार हैं, तो घर पर ही रहें। अगर दूसरों से मिलने जाते हैं, तो खांसते समय आपके कंधे या अपनी कोहनी का इस्तेमाल करें। अगर आप स्वस्थ हैं, तो भी अपने आस-पास के लोगों पर विश्वास न करें और लोगों से कम से कम 4 फीट दूर खड़े रहें। इसके अलावा यह भी ध्यान रखें कि कीटाणु कठोर सतहों पर घंटों तक रह सकते हैं, इसलिए हमेशा हाथ धोने की आदत डालें। साफ हाथों से ही अपने चेहरे को छुएं। इसलिए इम्यूनिटी से जुड़े मिथ्स और फैक्ट्स में मिली इस जानकारी का जरूर पालन करें।
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सवाल- सप्लीमेंट का सेवन करने से स्वास्थ्य में तेजी से सुधार होता है?
मिथ- यह बात पूरी तरह सच नहीं है। अगर आप आप पौष्टिक भोजन नहीं करते हैं, तो स्वस्थ रहने के लिए आपको रोजाना मल्टीविटामिन लेना जरूरी हो जाता है, लेकिन किसी विटामिन या सप्लीमेंट का अधिक डोज लेने से भी आपकी रोग प्रतिरक्षा प्रणाली नहीं बढ़ती है। डॉक्टर की सलाह से जितना जरूरी हो, उतना ही सप्लीमेंट का सेवन करना शरीर के लिए फायदेमंद होता है।
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सवाल- बच्चों को भी इम्यूनिटी पावर बढ़ाने के लिए सप्लीमेंट का सेवन करना चाहिए?
मिथ- यह गलत धारणा है। बच्चों को स्वस्थ रहने के लिए भी विटामिन और मिनरल्स की जरूरत होती है, लेकिन बच्चों को इसकी पूर्ति पौष्टिक आहार से करनी चाहिए। अगर आपका बच्चा शाकाहारी है, तो आप डॉक्टर से पूछकर सप्लीमेंट की सलाह ले सकते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि अधिक मात्रा में सप्लीमेंट का सेवन करना बच्चों के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
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सवाल- व्यायाम से इम्यूनिटी सिस्टम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है?
मिथ- यह बात पूरी तरह सच नहीं है। हालांकि, व्यायाम और इम्यूनिटी पावर के बीच कोई सीधा संबंध नहीं है, लेकिन व्यायाम करने से बहुत फायदे होते हैं। इससे आपका ब्लड प्रेशर कम होता है और आपकी रोगों से सुरक्षा भी होती है। इसलिए नियमित तौर पर व्यायाम करें और इसकी आदत बना लें।
आपकी इम्यूनिटी आपकी दोस्त होती है, क्योंकि यह आपको इंफेक्शन से बचाने का काम करती है। इसलिए यहां कोरोना महामारी के कारण पूछे जा रहे इम्यूनिटी पावर से जुड़े सभी मिथ्स और फैक्ट्स के बारे में सही जानकारी दी गई है। उम्मीद है कि इससे आपकी जानकारी बढ़ेगी और आप अपनी इम्यूनिटी पावर को बढ़ाने में कामयाब होंगे। इन बातों का पालन करने के साथ-साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन और सरकार के निर्देशों का भी पालन जरूर करें, ताकि संक्रमण से बचे रहें। इम्यूनिटी पावर से जुड़े मिथ्स और फैक्ट्स में मिली इस जानकारी का जरूर पालन करें।
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