पिछले कुछ सालों में वयस्कों के सोने का औसत समय 7 घंटे से भी कम हो गया है। इससे लोगों को परेशानियां हो रही हैं। अगर आप अपने शरीर की ज़रूरत से कम सोते हैं, तो आपकी नींद पूरी नहीं होती है और आप दूसरे दिन झपकी लेते रहते हैं। इससे आपका अपने काम पर पूरा ध्यान नहीं लगता है। इसलिए इम्यूनिटी से जुड़े मिथ्स और फैक्ट्स में मिली इस जानकारी का जरूर पालन करें।
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इम्यूनिटी पावर से जुड़े मिथ्स और फैक्ट्स –3
सवाल- क्या सकारात्मक दृष्टिकोण रखने से शरीर स्वस्थ होता है?
फैक्ट- हां, यह सही बात है। अच्छा दृष्टिकोण रखने से आपका स्वास्थ्य अच्छा हो सकता है। कानून के छात्रों के एक अध्ययन से पता चला है कि जैसी उनके विचार होते हैं, वैसी ही उनकी रोग प्रतिरक्षा प्रणाली होती है। स्कूल में जब वे बेहतर महसूस करते हैं, तो उनकी रोग प्रतिरक्षा प्रणाली अच्छी होती है और जब वे चिंतित होते हैं, तो रोग प्रतिरक्षा प्रणाली में कमी हो जाती है। इसलिए सकारात्मक सोच से अपनी इम्यूनिटी पावर को मजबूत रखकर अपना स्वास्थ्य ठीक कर सकते हैं।
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इम्यूनिटी पावर से जुड़े मिथ्स और फैक्ट्स -4
सवाल- खांसते समय अपने मुंह को ढकना जरूरी है?
फैक्ट- हां, यह सही जानकारी है। केवल खांसने या छींकने से ही नहीं, बल्कि किसी बीमार व्यक्ति से बात करने से भी आप बीमार हो सकते हैं। बात करते समय वायरस बूंदों के जरिए हवा में निकल जाते हैं और फिर आपके शरीर में चले आते हैं। इसलिए जब भी आप किसी बीमार व्यक्ति से बात करें, तो उससे 2-3 फीट दूर ही रहें।