के द्वारा मेडिकली रिव्यूड डॉ. हेमाक्षी जत्तानी · डेंटिस्ट्री · Consultant Orthodontist
अचीओट एक पौधा है इसका उपयोग एक प्रकार से खाने में प्रयोग किए जाने वाले रंग, दवा बनाने के लिए किया जाता है जो बिक्सा ओरेलाना (Bixa orellana) के बीज से बनाया जाता है। साधारण रूप से यह पूरी तरह से ज्ञात नहीं हुआ है, लेकिन लगभग 70% नैचुरल खाद्य रंग इससे प्राप्त होते हैं। बहुत लंबे अचीओट का उपयोग दक्षिण और मध्य अमेरिका के कई हिस्सों में आर्ट के लिए, कॉस्मेटिक के रूप में और कई तरह के मेडिकल इलाज के लिए किया जाता है। इसको और भी कई नामों से जाना जाता है जो अन्नाट्टो (Annatto), अकोयोटिलो (achiotillo), बीजा (bija), यूरुकम (urucum) और एटसुइट (atsuete) प्रकार हैं। यह पाउडर, पेस्ट, तरल और आवश्यक तेल के रूप में कई रूपों में मिलता है।
अचीओट का कलर कैरोटेनॉयड्स नामक यौगिकों से आता है। ये यौगिक यानी कम्पाउंड अचीओट सीड की बाहरी लेयर में होता है । साथ ही ये फलों और सब्जयों जैसे कि गाजर और टमाटम में भी पाया जाता है। अचीओट का उपयोग केवन फूड का कलर बढ़ाने के लिए ही नहीं बल्कि फूड को स्वादिष्ट बनाने के लिए भी किया जाता है। अगर ये कहा जाए कि अचीओट का उपयोग खाने में मसाले के रूप में किया जाता है तो यह गलत नहीं होगा। अचीओट का फ्लेवर थोड़ा मीठा होता है। साथ ही इसकी खुशबू नट और फ्लावर की तरह होती है।
अचीओट कहां से खरीदें? (Where to Buy Achiote?)
अचीओट को कई तरीकों से बेचा जाता है। यह बीज के रूप में, एक पेस्ट के रूप में मिलता है। अपने किराने के सामान में भी इसको ले सकते हैं ये आपको मसाले के रूप में भी मिल सकता है। अचीओट के पाउडर को अक्सर अन्य जड़ी-बूटियों, मसालों के साथ मिलाया जाता है। अगर आपको खाने में किसी तरह के एलर्जी की समस्या है तो आपको लेबल पढ़ने की आवश्यकता है।
और पढ़ें: कंटोला (कर्कोटकी) के फायदे एवं नुकसान – Health Benefits of Kantola (Karkotaki)
अचीओट का उपयोग डायबिटीज, डायरिया, कब्ज, उल्टी, मलेरिया, हेपेटाइटिस, बुखार, उच्च कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर के इलाज के लिए किया जाता हैं। डॉक्टर इसका उपयोग हृदय स्वास्थ्य और फेफड़ों को साफ करने के लिए भी करते हैं। इसका उपयोग कामोत्तेजक (Sexual enhancement drugs) के रूप में और मूत्र स्वास्थ्य (Urinary health) के लिए किया जाता है। कभी-कभी जलन और अन्य घावों का इलाज करने के लिए, वजायना या आंखों के इंफेक्शन के लिए अचीओट को उपायोग किया जा सकता है। इसका प्रयोग बॉडी पेंटिंग करने के लिए भी किया जाता है। अचीओट का उपयोग व्यंजन के स्वाद को बढ़ाने के लिए एक मसाला के रूप में किया जाता है। इसकी सुगंध को सबसे अच्छा बताया गया है।
बनाइन प्रोस्टेटिक हाइपरप्लासिया; बीपीएच (benign prostatic hyperplasia; BPH)। शुरुआती रिसर्च से पता चलता है कि 12 महीने तक रोजाना अचीओट का उपयोग करने से बीपीएच के लक्षणों में सुधार नहीं होता है। निम्न कंडिशन में यह उपयोगी है।
अचीओट कैसे काम करता है इसे लेकर फिलहाल कोई पर्याप्त वैज्ञानिक जानकारी नहीं है। इसे लेकर अधिक शोध करने की जरूरत है। इसमें कई प्रकार के प्लांट केमिकल होते हैं। इनमें से कुछ केमिकल एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य कर सकते हैं और बैक्टीरिया को मार सकते हैं।
[mc4wp_form id=’183492″]
यह हृदय से जुड़ी बीमारियों में सहायता कर सकता हैं। अचीओट विटामिन ई का अच्छा स्रोत है जिसे टोकोट्रिएनोल्स कहा जाता है, जो उम्र से संबंधित हृदय की समस्याओं में मदद करता है।
अचीओट का पहले लोग शरीर में पेंटिंग करने के लिए उपयोग करते थे। इसे अचीओट का ट्रेडीशनल यूज भी कहा जा सकता है। ये एक इंसेक्ट रिपिलेंट के रूप में भी काम करता है। साथ ही ये अल्सर और स्किन इश्यू को भी ठीक करता है। आज के समय में अचीओट का मुख्य रूप से उपयोग नैचुरल फूड कलरिंग के लिए किया जाता है। ये बेकिंग प्रोडक्ट में भी मुख्य रूप से यूज की जाती है। वहीं कुछ देशों में अचीओट के सीड को पीस कर अन्य मसाले के साथ मिलाकर डिश में डाला जाता है। मैक्सिकन स्लो रोस्टेड पोर्क डिश में इसका यूज किया जाता है। इसके बीच का उपयोग असेंशियल ऑयल बनाने में भी किया जाता है। असेंशियल ऑयल का यूज बाहरी तौर पर यानी स्किन में किया जाता है। इसे खाने में उपयोग नहीं किया जाता है वरना शरीर को हार्म भी पहुंच सकता है।
आंखों की अच्छी हेल्थ के लिए अचीओट का सेवन किया जा सकता है। ये आंखों के अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा दे सकता है। अचीओट में कैरोटेनॉयड्स अधिक मात्रा में पाया जाता है जो आंखों को फायदा पहुंचाने का काम करता है। अचीओट कैरोटीनॉयड्स बिक्सीन (carotenoids bixin) और नॉर्बिक्सिन (norbixin) अधिक मात्रा में पाया जाता है। ये अचीओट की बाहरी परत में पाया जाता है और सीड को वाइब्रेंट यलो से ऑरेंज कलर में बदलने का काम करता है। एनिमल स्टडी में ये बात सामने आई है कि अचीओट का सेवन एज रिलेटेड मेकुलर डिजनरेशन को कम करने का काम करता है।
अचीओट में कैंसर से लड़ने की क्षमता होती है। इस बात का जानकारी टेस्ट ट्यूब की स्टडी के दौरान सामने आई। टेस्ट ट्यूब स्टडी में देखा गया कि अचीओट एक्सट्रेक्ट कैंसर की सेल्स की ग्रोथ को कम करने का काम कर रही है और साथ ही उन सेल्स की डेथ को भी प्रेरित करने का काम करती है जो तेज गति से वृद्धि कर कैंसर को बढ़ाने का काम कर रही है। यानी अचीओट का सेवन करने से कैंसर के खतरे को कम किया जा सकता है क्योंकि इस कैंसर रोधी गुण होता है। अचीओट में पाए जाने वाले कैरोटीनॉइड्स बिक्सिन (carotenoids bixin ) और नॉरबिक्सिन (norbixin), और टोकोट्रिऑनोल (tocotrienols) आदि एंटीकैंसर कम्पाउंड है। इन्हें एक प्रकार का विटामिन ई भी कहा जा सकता है। इस बारे में अभी मानव अध्ययन नहीं हुआ है।
रिचर्स में ये बात सामने आई है कि अचीओट में एंटीमाइक्रोबियल प्रॉपर्टी होती है। टेस्ट ट्यूब स्टडी में ये बात सामने आई है कि अचीओट कई बैक्टीरिया जैसे कि स्टैफिलोकोकस ऑरियस (Staphylococcus aureus ) और एस्चेरिचिया कोलाई (Escherichia coli) की ग्रोथ को रोकने का काम करता है। एन्नाट्टो न सिर्फ बैक्टीरिया की ग्रोथ को रोकने का काम करता है बल्कि ये फफूंद (fungi) को भी मारने का काम करता है। टेस्ट ट्यूब स्टडी के दौरान पाया गया कि अचीओट एक्सट्रेक्ट फंफूद की ग्रोथ को कम करने का काम करता है। ये एस्परगिलस नाइगर ( Aspergillus niger), न्यूरोस्पोरा सिटोफिला (Neurospora sitophila) और राइजोपस स्टोलोनिफर (Rhizopus stolonifer) आदि की ग्रोथ को कम करने का काम करता है।
अचीओट में एंटीऑक्सी डेंट प्रॉपर्टी पाई जाती है। अचीओट में कैरोटीनॉइड (carotenoids), टेरानोइड्स (terpenoids), फ्लेवोनोइड्स (flavonoids) और टोकोट्रिऑनोल्स (tocotrienols) कम्पाउंड पाए जाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट्स ऐसे कम्पाउंड होते हैं जो शरीर को फ्री रेडिकल्स से बचाने का काम करते हैं। फ्री रेडिकल्स सेल्स को डैमेज करने का काम करते हैं और साथ ही सेल्स को म्यूटेशन के लिए प्रेरित करते हैं जिसके कारण कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है। रिचर्स में ये बात सामने आई है कि हाई फ्री रेडिकल्स क्रॉनिक कंडीशन जैसे कि कैंसर, ब्रेन डिसऑर्डर, हार्ट डिजीज और डायबिटीज से जुड़ी हुई है।
उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अचीओट के औषधीय गुणों के बारे में ह्युमन स्टडी की अधिक आवश्यकता है। अगर आप अचीओट का सेवन करना चाहते हैं तो बेहतर होगा कि आप पहले इस बारे में एक्सपर्ट से जानकारी जरूर लें।
और पढ़ें: चिचिण्डा के फायदे एवं नुकसान: Health Benefits of Snake Gourd (Chinchida)
आमतौर पर इसका सेवन ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित है। निम्नलिखित परिस्थितियों में इसका सेवन करने से परहेज करना चाहिए:
गर्भावस्था और स्तनपान करना- यदि आप गर्भवती हैं या स्तनपान करा रही हैं तो अचीओट लेना आपके लिए सुरक्षित है या नहीं इस बात की कोई पुष्टि नहीं है इसलिए इन दिनों में इससे परहेज करें।
मधुमेह- इससे प्रयोग से आपके बल्ड शुगर के स्तर में वृद्धि या कमी हो सकती है। इसलिए बेहतर होगा कि आप अपने ब्लड शुगर की सावधानीपूर्वक देखभाल करें। अगर ये मान लें कि आपको मधुमेह है और आप दवा के रूप में अचीओट का उपयोग कर रहें है तो आपको आपनी मधुमेह की दवा की खुराक को बदलना पड़ सकता है।
सर्जरी- सर्जरी के दौरान या बाद में अचिओट बल्ड शुगर के नियंत्रण में समस्या उत्पन्न कर सकता है। अगर आप किसी भी तरह की सर्जरी कराने के बारे में सोच रहे हैं तो आपको कम से कम 2 सप्ताह पहले अचीओट का उपयोग करना बंद करना पड़ेगा।
उपरोक्त जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अचीओट का सेवन करने से पहले इस बारे में हर्बल एक्सपर्ट से जानकारी जरूर लें।
और पढ़ें: छोटी दुद्धी (दूधी) के फायदे एवं नुकसान: Health Benefits of Dudhi
यदि आप इसको कम मात्रा में प्रयोग करते हैं या भोजन में कम मात्रा में डालते हैं तो आपको इसका कोई भी स्वाद पता नहीं चलेगा। अगर आप इसको ज्यादा मात्रा में डालते हैं, तो यह आपको कड़वा लगेगा और इसमें मिट्टी की खुशबू जैसी महसूस होगी इसकी महक आपको पुदीने की खुशबू जैसी भी लग सकती है।
और पढ़ें: नागरमोथा के फायदे एवं नुकसान : Health Benefits of Nagarmotha
अचीओट का सीमित मात्रा में उपयोग करना ज्यादातर लोगों के लिए सुरक्षित माना जाता है। अचीओट पाउडर को अगर आप 750 मिलीग्राम के हिसाब इसको 12 महीनों तक प्रयोग करने से ये नुकसान नहीं करेगा, लेकिन अब तक यह ज्ञात नहीं हुआ है कि क्या अचीओट बीज दवा के रूप में उपयोग के लिए सुरक्षित है? और क्या इसका उपयाेग त्वचा पर या आंखों पर किया जा सकता है। इसके विषय में जानने के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
और पढ़ें: गिलोय के फायदे एवं नुकसान: Health Benefits of Giloy
अचीओट की डोजेज को लेकर पर्याप्त जानकारी नहीं है। इसकी खुराक कई कारकों पर निर्भर करती है। डाॅक्टर आपकी उम्र, मेडिकल कंडिशन व अन्य कई जानकारी को लेने के बाद इसकी खुराक आपके लिए निर्धारित करते हैं। कभी भी इसकी खुराक खुद से निर्धारित न करें। आपके द्वारा की गई छोटी सी गलती खतरनाक साबित हो सकती है। इसकी सही खुराक के लिए डॉक्टर से ही कंसल्ट करें।
और पढ़ें: पीला कनेर के फायदे एवं नुकसान: Health Benefits of Yellow Kaner
अचीओट के बीज को हम लंबे समय तक रख सकते हैं, इसको आप तीन साल तक आराम से स्टोर करके रख सकते हैं। इसे एक एयरटाइट ग्लास कंटेनर मे प्रकाश से दूर एक अंधेरे कैबिनेट में स्टोर करके रखा जा सकता है। फ्रिज में कांच के जार में संग्रहित होने पर कुछ महीनों के लिए एचीओट ऑयल को रखा जा सकता है।
हम उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह लेख पसंद आया होगा। हैलो हेल्थ के इस आर्टिकल में इस अचीओट से जुड़ी ज्यादातर जानकारियां देने का प्रयास किया गया है। अगर आपको ऊपर बताई गई कोई सी भी शारीरिक समस्या है तो इस हर्ब का इस्तेमाल आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले यह जान लें कि हर हर्ब का इस्तेमाल सभी के लिए सुरक्षित नहीं होता है। इसका इस्तेमाल करने से पहले अपने डॉक्टर या हर्बलिस्ट से कंसल्ट करें।
आप स्वास्थ्य संबंधि अधिक जानकारी के लिए हैलो स्वास्थ्य की वेबसाइट विजिट कर सकते हैं। अगर आपके मन में कोई प्रश्न है तो हैलो स्वास्थ्य के फेसबुक पेज में आप कमेंट बॉक्स में प्रश्न पूछ सकते हैं।
डिस्क्लेमर
हैलो हेल्थ ग्रुप हेल्थ सलाह, निदान और इलाज इत्यादि सेवाएं नहीं देता।