परिचय
आर्जिनाइन क्या है?
आर्जिनाइन केमिकल से बनने वाले एमिनो एसिड में से एक एमिनो एसिड है, जो हमें हमारे डायट से मिलता है। यह एक सेमी एसेंशियल एमिनो एसिड है जिसका मतलब है इसको आपको डायट से ही लेना होगा। यह हमारे शरीर में प्रोटीन बनाने वाला अनिवार्य एसिड है। आर्जिनाइन की सबसे ज्यादा वैल्यू मांस, मुर्गी, मच्छी, डेरी प्रोडक्ट्स, नट्स और सीड्स में मिलती है जैसे मूंगफली और बादाम। इसके अलावा आर्जिनाइन चॉकलेट में भी मिलता है।
इसे लेबोरेट्री में भी बनाया जाता है और इससे कई रोगों से बचाने की दवाई बनाई जाती है।
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उपयोग
आर्जिनाइन का उपयोग किस लिए किया जाता है?
आर्जिनाइन का इस्तेमाल आमतौर पर इन चिकित्सा स्थितियों में होता है:
- कंजेस्टिव हार्ट फेलियर (CHF) जैसे हृदय के रोग, सीने का दर्द, हाई ब्लड प्रेशर और धमनी के रोग
- रेगुलर सर्दी
- गर्भावस्था में हाई ब्लड प्रेशर
आर्जिनाइन काफी रोगों के उपचार की कई दवाइयों के साथ कॉम्बिनेशन में दिया जाता है।
- किडनी ट्रांसप्लांट के बाद किडनी के कार्य को सही करने के लिए उपयोग आता है।
- एथलेटिक कार्य बढ़ाने के लिए
- इम्यून सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए
- पाचनतंत्र में सूजन से बचने के लिए
- बच्चों में पाचन की समस्या मिटाने के लिए
आर्जिनाइन कैसे काम करता है?
यह एक हर्बल सप्लिमेंट है और कैसे काम करता है, इसके संबंध में अभी कोई ज्यादा शोध उपलब्ध नहीं हैं। इस बारे में और अधिक जानकारी के लिए आप किसी हर्बल विशेषज्ञ या फिर किसी डॉक्टर से संपर्क करें। हालांकि, कुछ शोध यह बताते हैं कि आर्जिनाइन हमारे शरीर पर यह असर कर सकता है:
- ह्रदय संबंधी कार्य पर असर
- इरेक्टाइल डिसफंक्शन
- वस्कुलर रोग, क्रोनिक रीनल फेलियर, मधुमेह और श्वसन में तकलीफ जैसी असर
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सावधानियां और चेतावनी
कितना सुरक्षित है आर्जिनाइन का उपयोग?
- गंभीर गर्भावस्था वाली महिलाओं को आर्जिनाइन का उपयोग नहीं करना चाहिए। शरीर के अंदर नसों के द्वारा या खाने के तौर पर आर्जीनाइन जाने से, अन्य मौजूदा रोग वाली महिलाओं में समय से पहले प्रसव और कई बार मृत्यु की संभावना रहती है।
- हृदय रोग,यकृति रोग,अस्थमा, रीनल रोग, दाद, हाइपोटेंशन जैसी बीमारी में इसे लेना उचित नहीं है।
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साइड इफेक्ट्स
आर्जिनाइन से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
लोगों में आर्जिनाइन के कारण यह साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं –
- उल्टी, मतली, एनोरेक्सिया और ऐंठन जैसे विकार
- किडनी के कार्य को संतुलित रखने वाले ब्लड यूरिया नाइट्रोजन की मात्रा बढ़ जाना
- रक्तप्रवाह, खून में शुगर लेवल का बढ़ जाना, पोटैशियम लेवल का बढ़ जाना जैसी तकलीफें
हालांकि, हर किसी को ये साइड इफेक्ट हो ऐसा जरूरी नहीं है। कुछ ऐसे भी साइड इफेक्ट हो सकते हैं, जो ऊपर बताए नहीं गए हैं। अगर आपको इनमें से कोई भी साइड इफेक्ट महसूस हो या आप इनके बारे में और जानना चाहते हैं तो नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें।
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डोसेज
आर्जिनाइन को लेने की सही खुराक क्या है?
आर्जिनाइन का कई रोगों के उपचार में 6 से 30 ग्राम प्रति दिन का सेवन ज्यादातर सभी के लिए सुरक्षित है। 30 ग्राम से ज्यादा आर्जिनाइन का उपयोग जहरीला साबित हो सकता है। इसलिए उच्च मात्रा में इसका उपयोग न करें।
इस हर्बल सप्लिमेंट की खुराक हर मरीज के लिए अलग हो सकती है। आपके द्वारा ली जाने वाली खुराक आपकी उम्र, स्वास्थ्य और कई चीजों पर निर्भर करती है। हर्बल सप्लिमेंट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं। इसलिए सही खुराक की जानकारी के लिए हर्बलिस्ट या डॉक्टर से चर्चा करें।
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उपलब्ध
किन रूपों में उपलब्ध है?
- कैप्सूल
- टेबलेट
- नसों के द्वारा डाली जाने वाली दवाई
हैलो हेल्थ किसी भी प्रकार की मेडिकल सलाह, निदान या सारवार नहीं देता है, न ही इसके लिए जिम्मेदार है|
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