परिचय
ओसवेगो चाय क्या है?
ओसवेगो चाय एक पौधे से बनाई जाती है। इसका दूसरा नाम मोनार्डा भी है। यह पेड़ नॉर्थ अमेरिका में पाया जाता है। इसमें लाल और गुलाबी रंग के फूल उगते हैं। इसमें मिंट जैसा स्वाद होता है। इससे बनी चाय का इस्तेमाल लोग दवाई के रूप में करते हैं। यह चाय कई बीमारियों को ठीक करने में कारगर है। यह पेट की बीमारी, बुखार, और ऐंठन जैसी बीमारियों का इलाज कर सकती हैं। महिलाएं इस चाय का इस्तेमाल उस समय भी करती हैं जब वे पीरियड को समय से पहले चाहती हैं। ओसवेगो चाय जैसी ही है एक और चाय होती है जिसका नाम लेमन बाम होता है। अक्सर लोग इन दोनों चाय में कंफ्यूज हो जाते हैं। क्योंकि ओसवेगो चाय का दूसरा नाम बी बाम “bee balm” भी है।
ओसवेगो चाय का उपयोग किसलिए किया जाता है?
इसका उपयोग निम्नलिखित शारीरिक परेशानी को दूर करने के लिए किया जा सकता है। जैसे:-
- ओसवेगो चाय का इस्तेमाल पाचन प्रक्रिया की गड़बड़ी में किया जाता है। इससे खाना अच्छी तरह से डायजेस्ट होता है।
- गैस की समस्या के लिए भी यह कारगर है। अगर कोई व्यक्ति एसिडिटी की समस्या से पीड़ित है तो उन्हें इसका सेवन करना चाहिए।
- पीरियड पहले लाने के लिए महिलाएं ओसवेगो चाय का इस्तेमाल करती हैं। इसके संतुलित मात्रा में सेवन से पीरियड्स साइकिल ठीक होता है।
- ऐंठन और बुखार के लिए भी इस हर्बल चाय का इस्तेमाल होता है।
- किसी भी बीमारी में ये चाय इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
- अपनी मर्जी से इलाज के रूप में इस चाय का सेवन सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकता है।
- उल्टी होने या सर्दी लगने पर भी इस चाय का उपयोग होता है। हालांकि, इनका इस्तेमाल आप वजन घटाने के लिए नहीं कर सकते हैं।
इन ऊपर बताई गई शारीरिक परेशानियों को दूर करने के लिए इस चाय का सेवन किया जा सकता है लेकिन, बेहतर होगा अगर किसी एक्सपर्ट से इसके सेवन से पहले एक बार सलाह ले ली जाए।
कैसे काम करती है ओसवेगो चाय?
- 19वीं सदी में ओसवेगा चाय कम उम्र में मां बनने वाली महिलाओं और नई दुल्हन को दिया जाता था।
- इस चाय को पेड़ के फूलों को पीसकर बनाया जाता है।
- इसकी पत्तियां कफ निकालने में असरदार होती हैं।
- इसके अलावा कमजोरी और आंख के दर्द के इलाज के लिए भी ओसवेगो चाय का इस्तेमाल होता है।
- इसके पेड़ की पत्तियों को रात में आंख पर रखकर सोने से दर्द खत्म हो सकता है।
- शरीर में खुजली होने पर भी यह लाभकारी है।
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सावधानियां और चेतावनी
कितना सुरक्षित है ओसवेगो चाय का उपयोग ?
ओसवागो चाय का उपयोग करना सुरक्षित है या फिर नहीं, इस बारे में अधिक जानकारी उपबल्ध नहीं है। साथ ही इस विषय में अधिक शोध भी नहीं किया गया है। हर्बल टी का उपयोग करने से पहले आपको पहले इससे संबंधित सभी जानकारियों को जान लेना चाहिए।
- यह एक हर्बल चाय है जो पेड़ों से बनाई जाती है।
- पुराने जमाने से ही ओसवेगो चाय और इसके पेड़ के फूलों का बीमारियों के इलाज के लिए उपयोग होता आ रहा है।
- बाजार में इस चाय के प्रोडक्ट भी मौजूद हैं।
- हालांकि, अभी कोई वैज्ञानिक प्रमाण ना होने के कारण यह नहीं कहा जा सकता कि ओसवेगो चाय कितनी सुरक्षित है।
- आप इस्तेमाल से पहले अपने हर्बलिस्ट की सलाह लेंगे तो अच्छा रहेगा।
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साइड इफेक्ट्स
ओसवेगो चाय से मुझे क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं?
इस चाय के सेवन से निम्नलिखित साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं। जैसे:-
ओसवेगो चाय का इस्तेमाल पीरियडस के लिए किया जाता है। जड़ी-बूटी से जुड़े जानकारों की मानें तो इसके सेवन से मासिक धर्म समय पर आता है।
गर्भवती महिलाओं को इसका सेवन नहीं करना चाहिए। दरअसल रिसर्च के अनुसार इसके सेवन से पीरियड्स आने की संभावना बनी रहती है। पीरियड्स आने की वजह से मिसकैरिज का खतरा हो सकता है। इसलिए अगर आप बेबी प्लानिंग कर रहीं हैं या गर्भधारण कर चुकी हैं तो ओसवेगो चाय का सेवन न करें।
स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को भी इस चाय के सेवन से परहेज करना चाहिए। इससे नवजात की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
जिन बीमारियों के लिए ओसवेगो चाय का इस्तेमाल होता है, उससे पता चलता है कि इसकी तासीर गर्म होती है।
ज्यादा मात्रा में लेने पर इससे शरीर में छाले निकल सकते हैं।
वैसे इसके सेवन से पहले एक बार हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह लेना अच्छे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होगा।
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डोसेज
ओसवेगो चाय को लेने की सही खुराक क्या है?
- ओसवेगो चाय की अलग-अलग बीमारियों की अलग-अलग खुराक हो सकती है।
- हर्बल प्रोडक्ट हमेशा सुरक्षित नहीं होते हैं इसलिए ज्यादा मात्रा में इस्तेमाल ना करें।
- बच्चों को देने से पहले डॉक्टर की सलाह लें।
- साथ ही आपकी उम्र पर भी इसकी खुराक निर्भर करती है।
ओसवेगो चाय के सेवन से पहले किसी भी डॉक्टर से इसकी डोसेज की जानकारी लें। क्योंकि हर व्यक्ति के शरीर की बनावट अलग होती है और बॉडी स्ट्रक्चर के अनुसार ही इसका सेवन करना लाभकारी माना जाता है।
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उपलब्ध
किन रूपों में उपलब्ध है?
यह निम्नलिखित रूपों में उपलब्ध है। जैसे:-
- कच्ची ओसवेगो चाय
- ओसवेगो चाय सैशे
इस चाय के पौधे से जुड़ी कुछ खास जानकारी:
इस पौधे से फूल जून से अगस्त महीने तक आते हैं
इसमें लाल रंग के फूल होते हैं
36 से 48 इंच इस पौधे की लंबाई होती है
यह पौधा 26 से 36 इंच तक फैलता है
हल्की धूंप और छांव में यह पौधा होता है
हर्बल टी की श्रेणी में आने वाली चाय का सेवन समझदारी के साथ करना चाहिए। हेल्थ एक्सपर्ट्स के अनुसार किसी भी हर्बल टी का सेवन संतुलित करना चाहिए। इसलिए एक दिन में दो या तीन कप से ज्यादा चाय का सेवन न करें। यह भी ध्यान रखना चाहिए की हर्बल टी अब चाहे ग्रीन टी हो या चाय हो या कॉफी इनमें से किसी का भी सेवन देर शाम करना सेहत के लिए नुकसानदायक माना जाता है।
इसलिए बेहतर होगा की शाम 4 से 5 बजे तक ही इनका सेवन करें। कुछ रिसर्च के अनुसार देर शाम किसी भी तरह के चाय का सेवन करने से नींद आने में परेशानी हो सकती है और हेल्दी हेल्थ के लिए साउंड स्लीप की भी अहम भूमिका होती है। इसलिए इन सभी बातों को ध्यान में रखकर ही इसका सेवन करें।
उपरोक्त दी गई जानकारी चिकित्सा सलाह का विकल्प नहीं है। अगर आप ओसवेगो चाय से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा।हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।
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