कोई भी महिला अपना ध्यान रखे या न रखें लेकिन, गर्भधारण के बाद अपना ध्यान रखना शुरू कर देती हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि एक गर्भवती महिला में उनके बच्चे का शारीरिक और मासिक विकास दोनों छिपा होता है। मुंबई की रहने वाली 33 वर्षीय नीता राव से जब हैलो स्वास्थ्य की टीम ने बात ब्रेस्ट मिल्क से जुड़े सवाल पूछें तो नीता कहती हैं कि “मैं 4 महीने की छोटी बच्ची की मां हूं। मेरे लिए गर्भवती होने से लेकर अभी तक का सफर मेरे पहले के लाइफस्टाइल से काफी बदल गया है। मैं पहले बिल्कुल लापरवाह थी अपने सेहत के प्रति लेकिन, जैसे ही मैं प्रेग्नेंट हुई मेरे अंदर काफी बदलाव आने लगें। मैंने जंक फूड का सेवन करना छोड़ दिया और हेल्दी फूड अपने डायट में शामिल करने लगी। प्रेग्नेंसी के दौरान और बेबी डिलिवरी के बाद ब्रेस्टफीडिंग में सुधार के लिए मैंने हरी सब्जियों के साथ-साथ नट्स और गार्लिक (लहसुन) जैसे अन्य खाद्य पदार्थों का सेवन करने लगी हूं। इनके सेवन से पहले मुझे मिल्क फॉर्मेशन कम होता था वहीं अब स्तनपान में सुधार होने लगे है।’ नीता जैसी और अन्य महिलाओं से हमने जब बात की तो महिलाओं का कहना है की ब्रेस्टफीडिंग में समस्या न हो इसलिए हर्बल प्रोड्कट का सेवन लाभकारी होता है और इससे स्तनपान में सुधार भी होता है।