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हेल्थ एंजायटी को डायग्नोस कैसे किया जाता है?
हेल्थ एंजायटी (Health Anxiety) को डायग्नोस करने के लिए कुछ फिजिकल एग्जाम से गुजरना पड़ सकता है। डॉक्टर यह भी पता लगाने की कोशिश करेंगे कि मरीज को कोई बीमारी तो नहीं है जिसे ट्रीटमेंट की जरूरत है। डॉक्टर मरीज को मेंटल हेल्थ प्रोफेशनल के पास भेज सकते हैं। वे निम्न प्रकार डायग्नोसिस प्रॉसेस कर सकते हैं।
साइकोलॉजिकल मूल्यांकन। जिसमें लक्षण, तनाव पैदा करने वाली स्थितियां, फैमिली हिस्ट्री, डर, चिंताएं आदि के बारे में बात की जाएगी। साथ ही व्यक्ति की चिंता कैसे बुरी तरह डेली लाइफ को प्रभावित कर रही है उसके बारे में भी डॉक्टर बात करेंगे।
ट्रीटमेंट (Treatment)
ट्रीटमेंट गोल स्वास्थ्य के बारे में चिंता का प्रबंधन करने और दैनिक जीवन में कार्य करने की क्षमता में सुधार करने में मदद करना है। मनोचिकित्सा जिसे टॉक थेरिपी भी कहा जाता है इलनेस एंजायटी डिसऑर्डर के लिए सहायक हो सकती है। कभी-कभी दवाएं भी एड की जा सकती है।
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साइकोथेरिपी (Psychotherapy)