अगर आपके मन में यह सवाल आ रहा है कि बच्चों के लिए एबीए थेरिपी (Applied Behavioral Analysis) घर पर उपलब्ध हो सकती है या नहीं, तो इसका जवाब है हां! बच्चों को घर पर भी यह थेरिपी दी जा सकती है। बच्चों को सबसे ज्यादा कंफर्टेबल घर पर ही महसूस होता है। बच्चों के लिए आसान होता है कि वह घर पर ही रह कर कई चीजों को सीखे। कुछ आदतें जैसे कि सुबह समय पर उठना, अपने कपड़ों को खुद पहनना, बाथरूम का इस्तेमाल करना आदि। यह सब ऐसी आदतें हैं, जो घर पर रहकर आसानी से सीखी जा सकती हैं। अगर आप घर पर थेरेपिस्ट को बुलाना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि लाइसेंस थेरेपिस्ट को ही बुलाएं। आप डॉक्टर से या हॉस्पिटल से इस बारे में जानकारी ले सकते हैं।बच्चों के लिए एबीए थेरिपी ऑनलाइन माध्यम से दी जा सकती है या फिर नहीं, इस बारे में भी आप डॉक्टर से जानकारी ले सकते हैं।
अगर आपको थेरेपिस्ट नहीं मिल रहा है, तो आप बच्चों के डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं। आप उनसे थेरेपिस्ट की फीस के बारे में भी जानकारी ले सकती हैं। अगर आपको डॉक्टर की सहायता से भी थेरेपिस्ट नहीं मिल पाता है, तो आप ऑनलाइन भी सर्च कर सकती हैं। लेकिन एक बात का ध्यान रखें कि लाइसेंस थेरेपिस्ट को ही घर पर आने दें। आप चाहे तो इस बारे में उस ऑर्गेनाइजेशन से बात कर सकते हैं।
अगर बच्चे को ऑटिज्म की समस्या नहीं है लेकिन फिर भी वो सही बोल नहीं पा रहा है या फिर चीजों को सीखने में दिक्कत होती है, तो आपको इस बारे में डॉक्टर को जरूर बताना चाहिए। थेरपी मददगार साबित होती है, इसलिए आपको अधिक चिंता करने की जरूरत नहीं है। आपको डॉक्टर की राय मानते हुए बच्चे के स्किल डेवलपमेंट पर ध्यान देना चाहिए। अधिक जानकारी के लिए डॉक्टर से संपर्क करें।
इस आर्टिकल में हमने आपको बच्चों के लिए एबीए थेरिपी (Applied Behavioral Analysis) के बारे में जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।