परिभाषा
एपिडिडीमाइटिस (Epididymitis) क्या है?
पुरुषों के दोनों टेस्टिकल के पीछे मौजूद कॉइल्ड ट्यूब को एपिडिमीमिस (Epididymitis) कहते हैं और जब इसमें सूजन होती है तो इसे एपिडिडीमाइटिस कहा जाता है। यह आमतौर पर सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (STDs) के कारण होती है, लेकिन कई अन्य तरह के बैक्टीरिया भी एपिडिडीमाइटिस का कारण हो सकते हैं। यह किसी भी उम्र के पुरुषों को हो सकता है, लेकिन अधिकांश मामलों में यह 14 से 35 साल के पुरुषों को अधिक होता है। वैसे इससे ज्यादा घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि एंटीबायोटिक के इस्तेमाल से स्थिति में सुधार होता है।
एपिडिडीमाइटिस दो प्रकार के होते हैं। एक्यूट एपिडिडीमाइटिस (Acute Epididymitis) , जो अचानक होती है और दर्द व सूजन भी अचानक ही बढ़ जाता है। ऐसे एपिडिडीमाइटिस 6 हफ्ते में ठीक होते हैं।
क्रॉनिक एपिडिडीमाइटिस (Chronic Epididymitis) धीरे-धीरे विकसित होता है और दर्द भी कम होती है। यह लंबे समय में होने वाली समस्या है और 6 महीने से अधिक समय तक सकते हैं इसे ठीक होने में। यदि अंडकोष में भी सूजन या दर्द हो रहा है तो इस स्थिति को एपिडिडीमो ऑर्क्टाइटिस कहा जाता है।
और पढ़ें: सायनाइड पाइजनिंग क्या है?
कारण
एपिडिडीमाइटिस के कारण क्या है? (Cause of Epididymitis)
बैक्टीरियल इंफेक्शन के कारण एपिडिडीमाइटिस (Epididymitis) होता है। यह इंफेक्शन आमतौर पर प्रोस्टेट (Prostate), ब्लैडर (Bladder) या मूत्रमार्ग से शुरू होता है। एपिडिडीमाइटिस (Epididymitis) के कारणों में शामिल हैः
- एपिडिडीमिस में यूरिन का वापस आना। ऐसा तब होता है जब यूरिन आगे की बजाय पीछे एपिडिडीमिस में चला जाता है, ऐसे कुछ भारी सामान उठाने ये तनाव (Tension) के कारण हो सकता है।
- ग्रोइन इंजरी के कारण भी एपिडिडीमाइटिस हो सकता है।
- गोनोरिया और क्लैमाइडिया जैसे सेक्सुअली ट्रांसमिटेड संक्रमण सेक्सुअली एक्टिव (Sexual activity) पुरुषों में एपिडिडीमाइटिस (Epididymitis) का आम कारण है।
- अन्य संक्रमण जैसे यूरिनरी ट्रैक्ट या प्रोस्टेट इंफेक्शन (Prostate infection) भी एपिडिडीमिस तक फल सकता है। इसके अलावा वायरल इंफेक्शन (Viral Infection) जैसे मम्पस वायरस के कारण भी एपिडिडीमाइटिस हो सकता है।
- दुर्लभ मामलों में ट्यूबरोक्लोसिस संक्रमण (Tuberculosis infection) के कारण एपिडिडीमाइटिस हो सकता है।
बच्चों में एपिडिडीमाइटिस के कारण क्या है? (Cause of Epididymitis in child)
वैसे तो बच्चों में एपिडिडीमाइटिस (Epididymitis) दुर्लभ मामलों में ही पाया जाता है। बच्चों के मामले में संक्रमण ब्लैडर या मूत्रमार्ग के जरिए फैलता है। सूजन (Swelling) इन कारणों से हो सकता हैः
- उस हिस्से में सीधे चोट लगना
- एपिडिडीमिस (Epididymitis) का मुड़ जाना
- एपिडिडीमिस में यूरिन का वापस आना।
एपिडिडीमाइटिस (Epididymitis) के अन्य कारणों में शामिल हैः
- ग्रोइन इंजरी
- यूरिनरी ट्रैक्ट की सरंचना में समस्या
- बेहेट बीमारी
- जन्म से ही किडनी और ब्लैडर (Bladder) की समस्या
- मम्प्स
- ट्यूबरोक्लोसिस
और पढ़ें: कॉडा इक्वाईना सिंड्रोम क्या है?
लक्षण
एपिडिडीमाइटिस के लक्षण क्या है? (Symptoms of Epididymitis)
एपिडिडीमाइटिस के कारण एक या दोनों अंडकोष में दर्द होता है। प्रभावित हिस्सा लाल हो जाता है और सूजन भी रहती है। छूने पर हिस्सा गर्म लगता है, लेकिन एपिडिडीमाइटिस (Epididymitis) का यदि समय रहते इलाज न कराया जाए तो यह गंभीर हो सकता है। इसके अन्य लक्षणों में शामिल हैः
- बुखार और ठंडी लगना
- प्रभावित अंडकोष का संवेदनशील होना
- प्रभावित अंडकोष भारी महसूस होना
- पेट या पेल्विस में दर्द
- बार-बार पेशाब (Urine) जैसा महसूस होना
- पेनिस से कुछ डिस्चार्ज होना
- पेशाब में खून आना
- संबंध बनाने के दौरान या इजेकुलेशन के समय दर्द
- अंडकोष का बड़ा होना
- पेशाब के समय जलन
- ग्रोइन में लिम्फ नोड्स का बड़ा होना
- सीमेन में ब्लड
एपिडिडीमाइटिस के लक्षण आमतौर पर इसके कारणों पर निर्भर करते हैं। जैसे यदि एपिडिडीमाइटिस सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन के कारण हुआ है तो पेनिस से डिस्चार्ज होता है, जबकि यूरिनरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के कारण होने पर बार-बार आपको पेशाब के लिए जाना पड़ता है।
एपिडिडीमाइटिस के जोखिम कारण है? (Risk factors of Epididymitis)
एपिडिडीमाइटिस का मुख्य कारण सेक्सुअली ट्रांसमिटेड इंफेक्शन (STD) है। वैसे यह अन्य कारणों से भी हो सकता है। एपिडिडीमाइटिस (Epididymitis) का खतरा बढ़ जाता है यदिः
- यूरिनरी ट्रैक्ट में सरंचनात्मक समस्या
- असुरक्षित यौन संबंध (Unprotected sex)
- ट्यूबरोक्लोसिस (Tuberculosis)
- यदि हाल ही में यूरिनरी ट्रैक्ट सर्जरी (Urinary Tract Surgery) हुई हो
- दिल की बीमारी के लिए ली जाने वाली दवा ऐमियोडैरोन का इस्तेमाल
- यूरिनरी कैथेटर का इस्तेमाल
- बड़े प्रोस्टेट (Prostate) के कारण ब्लैडर (Blader) में ब्लॉकेज
- हाल ही में ग्रोइन इंजरी हुई हो
और पढ़ें: बैलेनाइटिस क्या है?
निदान
एपिडिडीमाइटिस का निदान क्या है? (Diagnosis of Epididymitis)
डॉक्टर किसी तरह के संक्रमण का पता लगाने के लिए आपके अंडाशय की जांच करता है और आपसे लक्षणों के बारे में कुछ सवाल करता है। प्रोस्टेट की जांच के लिए रेक्टल परीक्षण भी करता है। यदि आपके डॉक्टर को एपिडिडीमाइटिस (Epididymitis) का संदेह होता है तो वह कुछ अन्य टेस्ट की सलाह देगा, जिसमें शामिल हैः
यूरीन सैंपल- संक्रमण (Infection) के लक्षणों का पता लगाने के लिए यूरिन टेस्ट (Urine test) किया जाता है।
ब्लड सैंपल- रक्त का नमूना लेकर जांच की जाती है ताकि किसी तरह की असमान्यताओं का पता लगाया जा सके।
स्वैब सैंपल- इस टेस्ट के लिए डॉक्टर एक पतला स्वैब पेनिस के ऊपर रखकर सैंपल लेता है। ऐसा सेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिसीज (STDs) की जांच के लिए किया जाता है।
अल्ट्रासाउंड- डॉक्टर अल्ट्रासाउंड (Ultrasound) के लिए भी कह सकता है। इसमें ध्वनि तरंगों की मदद से अंडाशय की छवि बनाई जाती है जिससे डॉक्टर को जांच में मदद मिलती है।
और पढ़ें: एंगुलर चेलाइटिस क्या है?
उपचार
एपिडिडीमाइटिस का उपचार क्या है? (Treatment of Epididymitis)
बैक्टीरियल एंपिडिडीमाइटिस और एपिडिडीमो-ऑर्क्टाइटिस के लिए एंटीबायोटिक की जरूरत होती है। यदि एपिडिडीमाइटिस (Epididymitis) का कारण बैक्टीरियल इंफेक्शन (Bacterial infection) है तो आपके सेक्सुअल पार्टनर को भी इलाज की जरूरत है। आपको एंटीबायोटिक (Antibiotic) का पूरा कोर्स करने की जरूरत होती है। आमतौर पर एंटीबायोटिक्स लेने के 48 से 72 घंटे के अंदर आप अच्छा महसूस करने लगते हैं। इस दौरान आराम करने, दर्दनिवारक दवा और आइस पैक के इस्तेमाल से भी आराम मिलता है। इंफेक्शन कितना कम हुआ है इसकी जांच के लिए डॉक्टर फॉलो अप चेकअप के लिए कहता है।
सर्जरी
यदि फोड़ा हो गया है तो आपको सर्जरी की जरूरत होगी। कई बार एपिडिडीमिसा को पूरा या उसके कुछ हिस्से को हटाया जाता है। यदि एपिडिडीमाइटिस शारीरिक असमान्यताओं के कारण है तब भी सर्जरी की सलाह दी जाती है।
जीवनशैली में बदलाव और घरेलू उपचार (Lifestyle and Home remedies for Epididymitis)
एपिडिडीमाइटिस में अंडकोष में दर्द होता है ऐसे में कुछ घरेलू तरीकों से दर्द और असहजता को कम किया जा सकता हैः
- आराम (Rest) करें
- लेट जाएं ताकि स्क्रोटम ऊपर की ओर रहे
- अंडकोष पर आइस पैक रखें
- एथलेटिक सपोर्टर पहनें
- भारी वजन उठाने से बचें
- जब तक संक्रमण (Infection) ठीक न हो जाए संबंध बनाने से परहेज करें।
[mc4wp_form id=’183492″]
हैलो स्वास्थ्य किसी भी तरह की कोई भी मेडिकल सलाह नहीं दे रहा है, अधिक जानकारी के लिए आप डॉक्टर से संपर्क कर सकते हैं।