
विकास और व्यव्हार
42 हफ्ते के बच्चे का विकास कैसा होना चाहिए?
इस उम्र में, आपका बच्चा आत्मविश्वास से बैठ सकता है और यहां तक कि फर्नीचर को पकड़ते सहारे से चल भी सकता है, संभवतः क्षण भर में और कुछ देर बिना सहारे से खड़ा हो सकता है।
यदि आपका बच्चा अभी तक नहीं चल रहा है, तो चिंता न करें। अधिकांश बच्चे अपना पहला कदम 12 महीने के आसपास रखते हैं, जबकि कुछ बच्चे देर से यानी 18 महीने के बाद बिना किसी सहारे के चल पाते हैं।
42 हफ्ते के बच्चे संभवतः ये हरकते कर सकते हैं, जैसे कि-
- पेट के बल खिसकने की कोशिश करना
- 42 हफ्ते के बच्चे ताली बजाना या फिर हाथ हिला कर बाय-बाय करना सीख जाते हैं
- अंगूठे या उंगली की मदद से छोटे सामान उठा पाना
- फर्नीचर पकड़ कर चल पाना
- “नहीं ” शब्द का अर्थ समझना और उसका पालन करना
42 हफ्ते के बच्चे के विकास के लिए मुझे क्या करना चाहिए?
बच्चे को ठोस खाना खिलाने से बचें,जैसे कि कच्ची गाजर या साबुत अंगूर आदि, क्योंकि इससे बच्चे की सांस की नली चोक हो सकती है। आप उसे पकी हुई सब्जियां, पनीर और फल आदि छिलके उतारकर खिलाएं।
स्वास्थ्य और सुरक्षा
मुझे अपने 42 हफ्ते के बच्चे को लेकर डॉक्टर से क्या बात करनी चाहिए?
आमतौर पर, डॉक्टर 42 हफ्ते के बच्चे के लिए कोई भी रुटिन चेकअप नहीं रखते हैं। यदि बच्चे को किसी तरह की परेशानी है, तो आप डॉक्टर से जरूर मिलें।
मुझे अपने 42 हफ्ते के बच्चे के बारे में किन बातों की जानकारी होनी चाहिए?
इस स्टेज पर आपको बच्चे में कई चीजों पर ध्यान देना चाहिए, समय- समय पर चैक करते रहना चाहिए कि बच्चे को किसी कीड़े ने तो नहीं काटा है या उसके शरीर पर किसी कीड़े के काटने के निशान या फिर स्टिंग्स को नहीं है। वयस्कों में इसका कोई असर नहीं होता है, लेकिन बच्चो में इसका गहरा असर देखा गया है।
ज्यादातर कीड़े के काटने से सूजन या जलन हो सकती है लेकिन, ये जानलेवा नहीं होता है। अगर आपका बच्चा कीड़े के काटने से एलर्जिक है, तो आप इन बातों का ध्यान रखें:
तुरंत इलाज के लिए इन स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं, जैसे कि :
- स्टिंगर को स्क्रैपिंग से निकाले, खींचे नहीं,
- प्रभावित हिस्से को पानी और साबुन से साफ करें।
- 15 मिनट के लिए प्रभावित हिस्से पर शिशु की आइस पैक से सिकाई करें। अपने शिशु को दर्द से राहत देने के लिए आप डॉक्टर से बात कर के कोई दवा दे सकते हैं।
- यदि आपके बच्चे को दस्त, उल्टी या बुखार हो और सूजन 24 घंटे के बाद बढ़ गई हो तो आप बच्चे को तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं।
अगर आपका बच्चा एलर्जिक फैक्टर से पीड़ित है उस केस में अनफाइलैक्टिक शॉक ( Anaphylactic Shock ) भी लग सकता है। इस कंडीशन में लो ब्लड प्रेशर , खुजली , सूजन या फिर सांस की परेशानी हो सकती है। जरूरी नहीं है कि हर स्टिंग के बाद ये शॉक लगे, लेकिन इसके बारे में पहले से जानना इसके खतरे को कम कर सकता है।
अगर आपका बच्चा एलर्जिक है, तो उसमें ये लक्षण देखे जा सकते हैं, जैसे कि :
- सांस लेने में परेशानी,
- चक्कर आना, पेट में दर्द, उल्टी,
- चेहरे में सूजन,
- रैशेज,
- जीभ , हाथ और चेहरे में सूजन,
- उलझन भरी और विचलित स्थिति।
42 हफ्ते के बच्चे में दिख सकते हैं भावनात्मक बदलाव
42 हफ्ते के बच्चे या इस उम्र के आस-पास के बच्चे कभी-कभी दो अलग-अलग शिशुओं की तरह लग सकते हैं। पहले वैसे हो सकते हैं जो आपके साथ खुले हुए हैं और आपके साथ अच्छे से खेलते हैं। लेकिन, वहीं दूसरी ओर वे ही अपरिचित लोगों या वस्तुओं के आस-पास चिंतित, हमेशा पेरेंट्स से चिपके हुए और हमोशा भयभीत रहने वाले भी हो सकते हैं। ऐसे में कुछ लोग आपको यह सलाह भी दे सकते हैं कि आपका बच्चा भयभीत या शर्मीला है क्योंकि आपके लाड़-प्यार ने उसे बिगाड़ रखा है, लेकिन इसमें कोई सच्चाई नहीं है। 42 हफ्ते के बच्चे या उसकी उम्र के आस-पास के बच्चों के व्यवहार में बदलाव आपके पालन-पोषण की शैली के कारण नहीं बल्कि इसलिए होते हैं क्योंकि वह इस उम्र में पहली बार परिचित और अपरिचित स्थितियों के बीच अंतर बताने में सक्षम हो पाते हैं। अजनबियों के आस-पास बच्चों को होने वाली चिंता आमतौर पर आपके बच्चे के लिए पहला भावनात्मक मील के पत्थरों में से एक हो सकता है। आपको लगता है कि इसमें कुछ गलत हो सकता है क्योंकि आपका बच्चा जो तीन महीने के उम्र में लोगों के साथ शांत रहता था और उनकी गतिविधियों पर प्रतिक्रिया देता था या उनके साथ खेलता था। वह अब अजनबियों के सामने घबराने लगा है। यहां यह भी जान लें कि 42 हफ्ते के बच्चे या इस उम्र के आस-पास के बच्चों के लिए यह सामान्य है और आपको इस बारे में कोई चिंता करने की आवश्यकता नहीं है। यहां तक कि रिश्तेदारों और अक्सर बेबीसिटर्स, जिनके साथ आपका बच्चा कभी सहज था, अब उनकी उपस्थिति में भी छुपने या रोने लगता है।
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महत्वपूर्ण बातें
मुझे अपने 42 हफ्ते के बच्चे के बारे में किन बातों पर ध्यान देना चाहिए?
42 हफ्ते में हेयर रोलिंग या पुल्लिंग का खतरा हो सकता है।
ये दो कारणों से हो सकता है :
- बच्चा शुरुआत में मां के पास के आराम को दोबारा पाने की चाहत में ऐसा कर सकता है। शुरआती दिनों में जब शिशु बड़ा हो रहा होता है, तब दूध पीने के समय या फिर खेलते समय वो मां के गालो को खींचता है, बालों को खीचता है इसी एहसास को पाने के लिए बड़े होते समय भी बच्चा ऐसी हरकते करता है, जिससे हेयर पुल्लिंग और रोलिंग का खतरा होता है।
- इसकी दूसरी वजह ये हो सकती है की बच्चा बहुत थका हुआ हो उस केस में भी हेयर पुल्लिंग या रोलिंग हो सकती है।
कभी-कभी हेयर पुल्लिंग या स्ट्रोकिंग आम बात है और इसके कोई दुष्परिणाम भी नहीं होते हैं। लंबे समय तक हेयर पुल्लिंग की वजह से गंजेपन की स्थिति आ सकती है। उस केस में रोलिंग या पुल्लिंग को रोकना जरूरी है।
इसे रोकने के लिए आप इन बातो को ध्यान में रखे :
- अपने बच्चे को अधिक आराम दें और साथ ही उस पर ज्यादा ध्यान दें खासकर बढ़ते तनाव के समय,
- बच्चे के बालों का कट छोटा रखें, जिससे बाल उसके हाथों में न आए।
- ध्यान भटकाने के लिए आप उनके हाथ में खिलौने दें।
- अगर बच्चे की आदत में कुछ सुधार न हो, तो डॉक्टर से मिलें।
- आपके शिशु के 42 हफ्ते पूरे हो चुके है, आप ध्यान रखे और 43 हफ्ते में भी सलाह और परामर्श के लिए हैलो हेल्थ आपके साथ रहेगा।
हैलो हेल्थ ग्रुप चिकित्सा सलाह, निदान या उपचार प्रदान नहीं करता है