के द्वारा एक्स्पर्टली रिव्यूड डॉ. पूजा दाफळ · Hello Swasthya
एक्जिमा एक स्किन संबंधी समस्या है। वैसे तो यह समस्या किसी में भी देखने को मिल सकती है, लेकिन शिशुओं में ज्यादा देखने को मिलती है। छोटे शिशुओं को एक्जिमा 2 साल से कम उम्र में प्रभावित करता है। इसके कारण शिशु की त्वचा पर खुजली होने लगती है, लाल रैशेज पड़ जाते हैं. बच्चे खुजली को कंट्रोल नहीं कर पाते हैं इस वजह से बार बार खुजलाने से वहां घाव होने की भी संभावना रहती है। कुछ सावधानियां बरतकर इससे बचा जा सकता है। साथ ही कुछ घरेलु उपाय और दवाओं का सेवन करने से इसे नियंत्रण किया जा सकता है।
छोटे शिशुओं में यह त्वचा संबंधी समस्या होना एक आम बात है। नवजात के शरीर को पर्याप्त पोषण और मॉइश्चराइजर न मिलने के कारण यह समस्या हो सकती है। इस समस्या से संबंधित अगर कोई भी सवाल आपके मन में है या आप इसके बारे में जानकारी चाहते हैं तो नजदीकी अस्पताल या अपने डॉक्टर से संपर्क करें।
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बेबी एक्जिमा होने का मतलब है कि बच्चे की त्वचा सही तरीके से काम नहीं कर रही है। एक्जिमा में बच्चे की त्वचा ड्राय हो जाती है, जिससे संक्रमण होने का खतरा रहता है। बच्चे की त्वचा पर पर्याप्त नमी न होने के कारण एलर्जी, पानी, धूल मिट्टी त्वचा के भीतरी कणों में आसानी से प्रवेश कर जाती है, जिससे एलर्जी का खतरा और बढ़ जाता है। कुछ मामलों में स्थिति ज्यादा खराब हो सकती है, जिसका इलाज समय रहते करवाना बहुत जरूरी है।
बेबी एक्जिमा के लक्षणों में शामिल हैः
इसके अलावा कुछ अन्य लक्षण भी सामने आते हैं :
ऊपर बताएं गए लक्षणों में किसी भी लक्षण के सामने आने के बाद आप डॉक्टर से मिलें। इस बात का ध्यान रखें कि बेबी एक्जिमा हर बच्चे पर अलग-अलग प्रभाव दिखाता है, इसलिए इनमें से कोई प्रभाव आपको दिखता है, तो तुरंत अपने डॉक्टर या नजदीकी अस्पताल में जाएं। अगर आपके मन में बेबी एक्जिमा को लेकर कोई सवाल है तो अपने डॉक्टर या किसी स्पेशलिस्ट से इस बारे में सलाह लें।
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जैसा कि पहले ही बताया गया कि एक्जिमा त्वचा से जुड़ी एक गंभीर बीमारी है। इसके कारण लाल चकते, स्किन का ड्राय होना जैसी समस्याएं हो सकती हैं। अधिक खुजली करने से उस जगह पर घाव भी हो सकता है. इस बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर या नजदीकी अस्पताल में संपर्क करें।
अगर बच्चे को स्किन पर किसी तरह की कोई समस्या होती है जैसे त्वचा के किसी हिस्से का पीला पड़ना, पपड़ी का जमना, मवाद भरे फफोले जैसे लक्षण दिखाई देते हैं तो अपने डॉक्टर से संपर्क करें। एक्जिमा के इलाज के लिए कुछ खास तरह की क्रीम और मलहम के साथ एंटीबायोटिक दवाओं का सेवन भी किया जा सकता है। ध्यान रहे कि बच्चे की त्वचा काफी नाजुक होती है, इसलिए किसी भी तरह की क्रीम को लगाने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।
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बेबी एक्जिमा का इलाज स्किन स्पेशलिस्ट द्वारा ट्रीटमेंट लेकर किया जा सकता है। स्किन स्पेशलिस्ट बच्चे के शरीर पर होने वाले चकत्ते के कारणों का कई टेस्ट के जरिए पता लगा सकता है। शुरुआती चरण में कई तरह के लोशन या लाइट क्रीम लगाने की सलाह दी जा सकती है। कुछ मामलों में डॉक्टर बेबी की स्किन पर पाउडर को लगाने की सलाह भी दे सकते हैं।
शुरुआत में डॉक्टर बच्चे की स्किन पर लगाने के लिए बच्चों को लाइट पाउडर या कम स्टेरॉयड क्रीम को इस्तेमाल करने की सलाह दे सकते हैं।
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