स्वैडलिंग (Swaddling) एक पुरानी टेक्निक है। जिसमें नवजात शिशुओं को ब्लैंकेट के अंदर लपेटकर रखा जाता है ताकि उन्हें बाहर आने पर भी गर्भाशय के अंदर होने का आभास हो। अगर इस मेथड को ठीक से अपनाया जाए तो यह नवजात को शांत रखने और नींद आने में मदद कर सकता है। जहां पहले माता-पिता इसके लिए पतले कपड़े का यूज करते थे, लेकिन आज मार्केट में कई प्रकार के प्रोडक्ट्स मौजूद हैं जो स्वैडलिंग का काम करते हैं। इन्हें स्लीप सैक (Sleep sack) भी कहा जाता है।
ये स्लीप सैक बेबीज को अच्छी नींद लाने में मदद के साथ ही उन्हें रात में सोते वक्त सुरक्षित रखने में भी मदद करते हैं। कुछ स्लीप सैक बनाने वाली कंपनी दावा करती हैं कि उनके प्रोडक्ट्स सडन इंफेंट डेथ सिंड्रोम (Sudden infant death syndrome) से बचाने में मदद कर सकते हैं क्योंकि ये क्योंकि वे SIDS से जुड़े कुछ जोखिम कारकों को कम करने में मदद करते हैं, जैसे कि कंबल का ज्यादा गरम होना या बच्चे का कंबल में उलझना। इंफेंट सडन डेथ सिंड्रोम के रिस्क को कम करने के लिए बच्चे को हमेशा उसकी पीठ के बल सुलाएं और उसके पालने (यहां तक कि तकिए) में तब तक कुछ न रखें जब तक कि वह कम से कम 12 महीने का न हो जाए।
शिशु के लिए स्लीप सैक (Sleep sac for the baby)
यहां हम आपको स्लीप सैक के बारे में जानकारी दे रहे हैं, जो बच्चे और पेरेंट दोनों के लिए उपयोग प्रोडक्ट हो सकता है। याद रखें आप कोई भी स्लीप सैक (Sleep sack) खरीदें निर्माता के साइड रिकमंडेशन और उपयोग के तरीके और अन्य निर्देशों का पालन करना सुनिश्चित करें, क्योंकि गलत तरीके से इसका उपयोग करना बच्चे के लिए खतरनाक हो सकता है। मार्केट में कई ब्रांड्स मौजूद हैं जो बियरेबल ब्लैंकेट या स्लीप सैक बनाते हैं। जिसमें अलग-अलग स्टाइल, फैब्रिक्स और डिजाइन मिलते हैं। इनका चुनाव करते वक्त निम्न बातों का ध्यान रखें।
स्लीवलेस स्लीप सैक (Sleeveless sleep Sacks)
इस प्रकार के स्लीप सैक इस प्रकार डिजाइन किए जाते हैं कि सोते वक्त बच्चे के हाथ बाहर रहते हैं और बाकी सारी बॉडी सेक के अंदर रहती है। इनमें बच्चों को अंदर और बाहर करने के लिए जिप का उपयोग किया जाता है। इसके साथ ही डायपर बदलने के लिए भी अंदर एक जिप दी जाती है। स्लीप सैक (Sleep sack) की इस स्टाइल को आमतौर पर शिशुओं के लिए सुरक्षित रूप से तब तक इस्तेमाल किया जा सकता है जब तक वे लुढ़कने में सक्षम नहीं हो जाते क्योंकि उनकी बाहें मुक्त होती हैं।
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स्वेडल स्टाइल स्लीप सैक (Swaddle-style sleep sacks)
ये बियरेबल ब्लैंकेट्स सबसे अच्छे स्लीप बैग के साथ सबसे अच्छे स्वैडल को मिलाकर तैयार किए जाते हैं। शिशु एक आरामदायक बैग होता है और उसे लपेटने के लिए उसकी बाहों के चारों ओर अतिरिक्त कपड़े के फ्लैप सुरक्षित किए जाते हैं। एक पारंपरिक स्वैडल की तरह, ये तब उपयोग करने के लिए सुरक्षित नहीं हैं जब बच्चा खुद को रोल कर सकता है – आमतौर पर लगभग 4 महीने।
भारी स्लीप सैक (Weighted sleep sacks)
इन स्लीप सैक (Sleep sack) या स्लीप सूट में पॉलीफिल (Polyfil) के रूप में थोड़ा सा एक्सट्रा वजन बढ़ाया जाता है ताकि बच्चे को अच्छी नींद आए। पॉलिफिल एक प्रकार का मटेरियल है जिसका उपयोग तकियों और मेटरेस में किया जाता है। यह सॉफ्ट और फ्लपी होता है।
हालांकि, कुछ डॉक्टरों को चिंता है कि अतिरिक्त वजन से बच्चे के लिए सांस लेना मुश्किल हो सकता है, या उसके अधिक गर्म होने का खतरा हो सकता है। इस प्रकार का स्लीप सैक खरीदने से पहले अपने बाल रोग विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
बच्चे के लिए स्लीप सैक चुनते वक्त किन बातों का रखें ध्यान (Things to keep in mind while choosing sleep sacks for baby)
अगर आपने बच्चे के लिए स्लीप सैक (Sleep sack) के टाइप को चुन लिया है तो उसको खरीदने से पहले यहां जा रही कुछ बातों को जरूर ध्यान रखें:
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बेबी कितने समय तक उपयोग कर सकता है (How long can baby use it)
शिशु के लिए स्लीप सैक खरीदते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि इस प्रोडक्ट की एज रेंज क्या है? कुछ स्लीप सैक (Sleep sack) जिनमें बच्चे की बाहों को नीचे की ओर रखना शामिल हैं, केवल तब तक उपयोग के लिए हैं जब तक कि बच्चा लुढ़कना ना सीख जाए। इसलिए इनका उपयोग 4 महीने तक चरणबद्ध तरीके से किया जाना चाहिए। वहीं कुछ स्लीप सैक में बेबी के हाथों को बाहर रख सकते हैं। इसलिए शिशु के अनुसार इनका चयन करें।
मटेरियल (Sleep sacks material)
स्लीप सैक कई स्टाइल्स और मटेरियल में आते हैं इसलिए इनका चुनाव करते वक्त इस बात का ध्यान रखें कि आप सीजन के अनुसार फैब्रिक का चयन करें। सिंथेटिक मटेरियल जैसे कि पोलिएस्टर को अवॉइड करें। जो कि हीट को ट्रेप करके ओवरहीटिंग का कारण बनता है।
साइज का भी रखें ध्यान (Size should be consider)
कुछ बियरेबल ब्लैंकेट्स बढ़ते बच्चों की साइज के हिसाब से एडजस्ट किए जा सकते हैं वहीं कुछ एक सेट साइज में आते हैं। इसलिए बच्चे के हिसाब से यही साइज चुनें। स्लीप सैक बच्चे के लिए ना तो बहुत ढीला होना चाहिए और ना ही बहुत टाइट। बच्चे इसमें सहज रूप से रह सके इसका ध्यान रखें। इसके साथ ही बच्चे के सही स्टाइल का ब्लैंकेट चुनें। जिसमें जिपर से लेकर बटन तक के स्टाइल उपलब्ध हैं। जिप वाला स्लीप सैक (Sleep sack) चुनना सही ऑप्शन हो सकता है क्योंकि ये आसानी खुल जाता है।
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ध्यान रखें
वैसे तो स्वैडलिंग बच्चों के लिए सेफ मानी जाती है, लेकिन बच्चे को किसी प्रकार की परेशानी है या डॉक्टर ने उसको लेकर किसी प्रकार के निर्देश दिए हैं तो डॉक्टर की सलाह के बिना स्लीप सैक का उपयोग ना करें। साथ अगर सेक के उपयोग के बाद बच्चे को किसी प्रकार की तकलीफ हो रही है जैसे कि अधिक पसीना, बैचेनी या लगातार रोना तो उसे इस प्रोडक्ट्स में से निकाल लें। हो सकता है कि यह बच्चे को सूट न कर रहा हो।
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उम्मीद करते हैं कि आपको स्लीप सैक (Sleep sack) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।
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