बच्चे के पैदा होने के बाद मां की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होती है बच्चों को भूख लगने पर उन्हें खाना खिलाना और उनकी ग्रोथ पर ध्यान देना। धीरे-धीरे जब बच्चा बड़ा हो जाता है, तो वह एक स्थान से दूसरे स्थान में जाने लगता है। वह अपने आसपास की चीजों को पकड़ने की कोशिश भी करता है। जब बच्चा घुटनों के बल चलना शुरू कर देता है, तो पेरेंट्स की चिंता बहुत बढ़ जाती है। चिंता का विषय होता है बच्चों द्वारा किसी ऐसी चीज को छूना जो उन्हें चोट पहुंचा सकता हैं। ऐसे में घर की नुकीली और खतरनाक चीजों को बच्चों की पहुंच से दूर रखने की जरूरत पड़ जाती है। घर में ऐसे बहुत से कोने या कॉर्नर होते हैं, जो बच्चों के लिए मुसीबत का कारण बन सकते हैं। ऐसे में घर की बेबीप्रूफिंग बहुत जरूरी हो जाती है। घर में कांच की चीजों से लगाकर लकड़ी से बनी चीजें आदि बच्चों को चोट पहुंचा सकती हैं। आपको घर के ऐसे कोनों को बच्चों की पहुंच से दूर रखना होगा, ताकि उन्हें नुकसान ना पहुंचे।