बच्चों से सवाल पूछना भी उनकी कम्युनिकेशन को डेवलप करने का अच्छा तरीका है। उनसे सवाल करें कि क्या हमें पार्क चलना चाहिए या लाइब्रेरी? क्या दादाजी को केक पंसद है? अगर ये सवाल आप खुद से भी पूछ रहे हैं तो आप उन्हें बातचीत करना सिखा रहे हैं।
गाना गाएं
आपकी आवाज कितनी भी बुरी हो बच्चों के सामने गाना गाना उन्हें कम्युनिकेशन के तरीके सिखाने में मदद कर सकता है। एक ही गाने को बार-बार अभिव्यक्ति के साथ गाएं। बच्चे को भी साथ गाने के लिए प्रेरित करें।
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डॉक्टर की मदद की जरूरत कब पड़ सकती है?
अगर बेबी बैबलिंग (Baby babbling) 4-5 महीने की उम्र में नहीं करता है, तो परेशान ना हो। कई बच्चे देर से बैबलिंग शुरू करते हैं। हालांकि, अगर बेबी 8 महीने का है और अभी तक बैबलिंग शुरू नहीं की है तो डॉक्टर से अपॉइंटमेंट लेना चाहिए। लैंग्वेज डेवलमेंट में देरी के कई कारण हो सकते हैं। जिसमें हेयरिंग और स्पीच डिसऑर्डर शामिल हैं।
किसी भी प्रकार के बेबी डेवलमेंट में देरी के लिए प्रारंभिक चिंता आपके और आपके बच्चे के दृष्टिकोण को बेहतर बनाने की दिशा में एक लंबा रास्ता तय कर सकता है, इसलिए बेझिझक डॉक्टर के पास पहुंचें और मन में आने वाले प्रश्न पूछें। यदि आपके बाल रोग विशेषज्ञ को स्पीच या हियरिंग से संबंधित किसी परेशानी का संदेह होता है, तो वे आपको ऑडियोलॉजिस्ट और भाषण-भाषा रोगविज्ञानी के पास भेज देंगे। यदि उन्हें लगता है कि जटिलता न्यूरोलॉजिकल हो सकती है, तो आपके बच्चे को विकासात्मक बाल रोग विशेषज्ञ या इसी तरह के विशेषज्ञ को देखने की आवश्यकता हो सकती है।
उम्मीद करते हैं कि आपको बेबी बैबलिंग (Baby babbling) से संबंधित जरूरी जानकारियां मिल गई होंगी। अधिक जानकारी के लिए एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें। अगर आपके मन में अन्य कोई सवाल हैं तो आप हमारे फेसबुक पेज पर पूछ सकते हैं। हम आपके सभी सवालों के जवाब आपको कमेंट बॉक्स में देने की पूरी कोशिश करेंगे। अपने करीबियों को इस जानकारी से अवगत कराने के लिए आप ये आर्टिकल जरूर शेयर करें।