जानें शिशु की नाभि के बारे में
बच्चे के जन्म से पहले बच्चे के विकास के लिए जो भी जरूरी पोषक तत्व चाहिए, वो उसे मां द्वारा गर्भनाल से मिलते हैं। ये गर्भनाल बच्चे के पेट पर नाभि वाली जगह से जुड़ी होती है। जन्म के बाद बच्चे के साथ ये गर्भनाल भी बाहर आ जाती है। जन्म के बाद इस नाल को बांधा जाता है और काट दिया जाता है। क्योंकि इस नाल में कोई नस नहीं होती है इसलिए बच्चे को दर्द नहीं होता है। अगर इसे बांधा नहीं भी जाता है, तो स्वाभाविक रूप से खुद ही बंद हो जाती है।
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किस वजह से होता है अम्बिलिकल हर्निया (Umbilical Hernia)?
जन्म से लेकर 3 साल तक बच्चे के तमाम अंदरूनी अंगों का विकास तेजी से होता रहता है। ऐसे में अगर कोई आंतरिक अंग बच्चे के पेट में किसी कमजोर हिस्से पर दबाब बनाता है, तो वो हिस्सा उभर आता है। आमतौर पर जन्म के दौरान अम्बिलिकल कॉर्ड यानी नाभि वाला हिस्सा कमजोरी होता है क्योंकि उस जगह से गर्भनाल निकलने की जगह होती है। ऐसे में अत्यधिक दबाव गर्भनाल को भी तय सीमा से ज्यादा बाहर धकेल देता है।