विधि
ओवन को 350 डिग्री पर प्रीहीट करें। 10 इंच के लोफ पैन को क्रीस करें। फ्लैक्सीड मील में पानी मिलाकर अलग रख दें। अब एक बाउल में सभी सूखी सामग्रियों (नट्स को छोड़कर) मिक्स कर लें। बटर, अंडे, शक्कर, केला और दूध को मिक्सर में स्लो स्पीड में अच्छी तरह से फेंट लें। इसमें वनीला और फ्लैक्सीड मिक्स करें और एक मिनट तक मिक्सर में घुमाएं। अब केले वाले मिश्रण में धीरे धीरे मैदा मिक्स करें। ऊपर से नट्स डालें और मिश्रण को ग्रीस किए हुए पैन में डालकर ओवन में 50-60 मिनट तक बेक करें। 10 मिनट ठंडा होने दें फिर निकालें।
लैक्टेशन बढ़ाने के लिए आप ये सारी रेसिपी ट्राई कर सकते हैं।\
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शिशु के जन्म के बाद और छे महीने तक बच्चे को सिर्फ मां का दूध ही दिया जाता है। इस दौरान बच्चे को कोई भी अन्य पेय पदाथों का सेवन नहीं करवाया जाता है। शिशु के छे महीने के बाद ही अन्य खाद्य पदार्थ या पेय पदार्थों का सेवन करवाया जाता है। नवजात शिशु सिर्फ मां के ही दूध पर आश्रित होता है। हालांकि अगर किसी कारण शिशु को मां का दूध नहीं मिल पाता है, तो फार्मूला मिल्क बच्चे को दिया जाता है। नई मॉम को ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने के इन घरेलू उपायों के साथ-साथ कुछ अन्य बातों पर भी ध्यान देना जरूरी है। इसलिए नवजात की मां को डिहाइड्रेशन से बचने के लिए समय-समय पानी पीते रहना चाहिए। महिला को यह भी ध्यान रखना चाहिए की मीठे पेय पदार्थों का सेवन कम से कम करना चाहिए। अत्यधिक मीठे पेय पदार्थों के सेवन से वजन बढ़ने की संभावना ज्यादा होती है। चाय या कॉफी का सेवन भी एक दिन में दो कप से ज्यादा नहीं करना चाहिए। पौष्टिक आहार के साथ-साथ इन छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर लैक्टेशन बढ़ाने के घरेलू तरीके को अपना कर हेल्दी रहना आसान हो सकता है। जिससे सेहत से जुड़ी परेशानी मां और शिशु दोनों को ही नहीं होगी।
अगर आप लैक्टेशन बढ़ाने के घरेलू तरीके से जुड़े किसी तरह के कोई सवाल का जवाब जानना चाहते हैं तो विशेषज्ञों से समझना बेहतर होगा। हैलो हेल्थ ग्रुप किसी भी तरह की मेडिकल एडवाइस, इलाज और जांच की सलाह नहीं देता है।