नई मां के लिए ब्रेस्टफीडिंग किसी चैलेंज से कम नहीं होता है। बच्चे के जन्म के बाद मां के लिए बच्चे को दूध पिलाना थोड़ा मुश्किल हो सकता है क्योंकि मां के लिए भी यह नया काम होता है। वहीं बच्चे के लिए फीडिंग करना भी नया ही होता है। लेकिन धीरे-धीरे मां और बच्चे के बीच अच्छी बॉन्डिंग बन जाती है। बच्चों को 2 से 3 घंटे के अंतर पर भूख लगती है और वह रोना शुरू कर देते हैं। ऐसे में मां उन्हें तुरंत फीड कराती है। बच्चे का पेट भर जाने के बाद वो कुछ देर खेलते हैं और फिर सो जाते हैं। लेकिन कई बार ऐसा होता है कि बच्चे अधिक देर के लिए सो जाते हैं। ऐसे में मां के मन में यह प्रश्न आता है कि क्या बच्चे को जगा कर दूध पिलाना सही रहेगा या फिर बच्चे के जगने का इंतजार करना चाहिए? बच्चों को फीड के लिए जगाना कई मांओं के लिए मुश्किल भरा काम हो सकता है। ऐसा सिर्फ इसलिए क्योंकि जब बच्चा सोता है, तो मां को बहुत सुकून महसूस होता है और ऐसे में बच्चे की नींद खराब करना मां को बुरा लग सकता है। आज इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको बताएंगे कि बच्चे को फीड के लिए जगाना (Wake My Baby Up To Feed) ठीक है या फिर नहीं।
और पढ़ें: स्तनपान के दौरान अतिरिक्त विटामिन की आवश्यकता कैसी पूरी करें, जानिए एक्सपर्ट से
बच्चे को फीड के लिए जगाना (Wake My Baby Up To Feed)
अमेरिकन एकेडमी ऑफ पीडियाट्रिक्स (American Academy of Pediatrics) की मानें, तो बच्चे को फीड के लिए जगाना ( Wake My Baby Up To Feed) जरूर चाहिए। न्यू बोर्न बेबी का शरीर तेजी से विकास करता है। न्यू बॉर्न बेबी (New born baby) एक समय में बहुत कम मात्रा में फीड कर पाते हैं, इसलिए उन्हें थोड़ी-थोड़ी देर में भूख लगती रहती है। अगर बच्चा ज्यादा देर के लिए ब्रेक लेता है, तो उसे बहुत ज्यादा भूख लगेगी, इसलिए आपको तय समय पर बच्चों को फीड कराने के लिए सलाह दी जाती है। बच्चे जन्म के बाद करीब 2 हफ्तों तक बच्चे एक बार में 4 घंटे से ज्यादा सो सकते हैं। फिर उसके बाद बच्चा दूध पीने के 1 से 2 घंटे बाद जाग जाता है। बच्चों की फीडिंग का समय बदलता रहता है। आपको इस बात पर ध्यान देना होगा कि बच्चे को रोजाना किस समय पर भूख लगती है। अगर आपका बच्चा कभी ज्यादा देर के लिए सो जाता है, तो ऐसे में आपको तय समय के अनुसार बच्चे को फीड कराने के लिए जगा देना चाहिए। जानिए किन कारणों से बच्चे को फीड के लिए जागना बहुत जरूरी होता है।
और पढ़ें: बड़े ब्रेस्ट के साथ स्तनपान कराना नहीं लगेगा मुश्किल, अगर फॉलो करेंगी ये टिप्स
बच्चे का पाचन हो जाता है जल्दी
जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि बच्चे बहुत कम मात्रा में एक बार में दूध पी पाते हैं और मां का दूध बहुत जल्दी पच जाता है। इसके कारण से बच्चों को जल्दी भूख लगती है। पाचन की क्रिया के कारण बच्चों को हर 2 से 3 घंटे में दूध पीने की जरूरत महसूस होती है। जो बच्चे फॉर्मूला मिल्क (Formula milk) का सेवन करते हैं, उनमें दूध का पाचन स्तनपान करने वाले बच्चों की तुलना में धीमी होता है। इसके बारे में आप डॉक्टर से अधिक जानकारी ले सकते हैं।
बच्चे को फीड के लिए जगाना: समझे बच्चों के इशारों को
नवजात बच्चे कई बार भूख लगने पर कुछ ऐसे इशारे करते हैं, जिन्हें भूख का संकेत समझा जा सकता है। बच्चे भूख लगने पर अंगूठा को चूसना शुरू कर देते हैं या फिर मुंह चलाना शुरु कर देते हैं। जिसको देखकर आप समझ सकते हैं कि बच्चों को भूख लगी है। शुरुआती दिनों में बच्चे ज्यादा सोते हैं, इसलिए आपको यह समझना होगा कि बच्चों को कब दूध पिलाना चाहिए। आप उन्हें रोजाना समय पर दूध पिलाएं ताकि बच्चों को उसी समय पर भूख लगे।
और पढ़ें: स्तनपान में कच्चा पपीता खाने के फायदे और सावधानी
बच्चे को फीड के लिए जगाना: जन्म के बाद तेजी से बढ़ता है बच्चे का वजन
जन्म के बाद बच्चों का शरीर तेजी से ग्रो करता है। ऐसे में बच्चों को वजन बढ़ाने की जरूरत पड़ती है। अगर खाने में पर्याप्त नहीं मिल पाता है, तो बच्चे के वजन की बढ़ने की गति धीमी हो सकती है। जन्म के बाद नवजात शिशु के वजन में 5 से 10% तक कम हो जाता है, जो काफी हद तक डिलिवरी (Delivery) के तरीकों पर निर्भर करता है। कम हुए वजन को वापस पाने के लिए बच्चों को पूरा पोषण मिलना बहुत जरूरी है। अगर बच्चे पर्याप्त पोषण नहीं प्राप्त कर पाते हैं, तो उन्हें पीलिया या ब्लड में शुगर लेवल कम होने की समस्या हो सकती है। इसलिए बच्चे को फीड के लिए जगाना ( Wake My Baby Up To Feed) जरूरी हो जाता है।
पर्याप्त मात्रा में बनना चाहिए दूध
माताओं को बच्चे के जन्म के बाद दूध की आपूर्ति को बढ़ाने की जरूरत होती है। ऐसा इसलिए जरूरी है क्योंकि बच्चे का पूरा पोषण स्तनपान पर निर्भर करता है। जिन माताओं को दूध नहीं बनता है या फिर बहुत कम मात्रा में दूध आता है, उन्हें डॉक्टर से इस बारे में जानकारी जरूर लेनी चाहिए। अगर किसी प्रकार की समस्या हो रही है, तो आप डॉक्टर से जानकारी लेने के बाद बच्चे के लिए फार्मूला में का इस्तेमाल भी कर सकते हैं।
और पढ़ें: Quiz: स्तनपान के दौरान कैसा हो महिला का खानपान, जानने के लिए खेलें ये क्विज
इन बातों का भी रखें ध्यान!
बच्चे के जन्म के बाद 2 घंटे के अंतराल पर भूख लगती है। बच्चों को फीड कराते समय 10 से 20 मिनट का समय लग सकता है। ऐसे में वह एक स्तन से पर्याप्त मात्रा में दूध पी लेता हैं। आपको ना सिर्फ दिन में कि रात में भी इस बात का ध्यान रखने की आवश्यकता है कि बच्चा समय पर दूध ले यह बोतल से दूध पिला रहे हैं तो दूध की मात्रा और समय पर जरूर ध्यान दें।
बच्चे को फीड के लिए जगाना कोई बुरी बात नहीं है। कई बार ऐसा होता है कि बच्चे दूध पीते-पीते सो जाते हैं। ऐसे में आपको ध्यान रखने की जरूरत है कि कहीं बच्चा दूध पीते-पीते सो ना जाए। आपको ऐसे में बच्चों को थपकी देकर जगाना चाहिए और दूध पिलाना चाहिए। साथ ही जब बच्चा दूध पी ले और ना सोए, तो आपको उसे डकार जरूर दिलानी चाहिए। ताकि दूध बाहर ना आए। आपको करीब 6 सप्ताह तक नियमित रूप से बच्चे के खाने और सोने के समय पर ध्यान रखना है। इसके आधार पर बच्चे के खाने और सोने के समय को तय किया जा सकता है।
6 महीने के बाद बच्चे रात में सोना शुरू कर देते हैं, इसलिए आप को बच्चों को रात में जगाने की जरूरत नहीं है। 6 महीने बाद बच्चे पर्याप्त मात्रा में दिन में ही पोषण ले लेते हैं। जिसके कारण उन्हें रात में भूख नहीं लगती है।
और पढ़ें: स्तनपान है बिल्कुल आसान, मानसिक रूप से ऐसे रहें तैयार
इस आर्टिकल में हमने बच्चे को फीड के लिए जगाना ( Wake My Baby Up To Feed) लेकर जानकारी दी है। उम्मीद है आपको हैलो हेल्थ की ओर से दी हुई जानकारियां पसंद आई होंगी। अगर आपको इस संबंध में अधिक जानकारी चाहिए, तो हमसे जरूर पूछें। हम आपके सवालों के जवाब मेडिकल एक्स्पर्ट्स द्वारा दिलाने की कोशिश करेंगे।
[embed-health-tool-vaccination-tool]