नवजात शिशु के लिए जन्म के छह माह तक केवल मां का दूध ही सर्वोत्तम होता है। मां के दूध की तुलना किसी अन्य दूध से नहीं की जा सकती है। छह माह के बाद बच्चे को ठोस आहार देना शुरू किया जाता है। कुछ लोग बच्चों को छह माह के बाद एनिमल मिल्क देने के बजाय फॉर्मुला मिल्क देना पसंद करते हैं। फॉर्मुला मिल्क में बच्चों के लिए जरूरी न्यूट्रिएंट्स मौजूद होते हैं। अमेरिकन एकेडमी ऑफ पेडिएट्रिक (American Academy of Pediatrics) की मानें, तो इंफेंट के लिए बकरी के ताजे दूध की अपेक्षा फॉर्मुला मिल्क अधिक सुरक्षित होता है। अगर आप बच्चे के लिए गोट मिल्क के बारे में सोच रहे हैं, तो आपको मार्केट में मिल रहे फॉर्मुला मिल्क के बारे में जरूर सोचना चाहिए। ब्रिटिश जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में प्रकाशित शोध में ये बात सामने आई है कि बकरी के फॉर्मुला मिल्क में प्राकृतिक रूप से पाए जाने वाले 14 प्रीबायोटिक्स ओलिगोसेकेराइड्स मौजूद होते हैं। इनमें से पांच मानव स्तन के दूध में भी पाए जाते हैं। यानी ये बच्चों के स्वास्थ्य के लिए बेहतर विकल्प साबित हो सकता है। जानिए बच्चों के लिए गोट मिल्क फॉर्मुला का चुनाव करते समय किन बातों का ध्यान रखें और बाजार में कौन से ब्रांड आसानी से उपलब्ध हो सकते हैं।